होटल क्रिस्टीलो बना सनातन के उदय का साक्षी, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ने किया उद्घोष – ‘यह केवल संगठन नहीं, सनातन का सशक्त संकल्प है!’
✳️ एक ऐसा दृश्य जो रोंगटे खड़े कर दे…
खबरी न्यूज़ नेशनल नेटवर्क वाराणसी।
सुजीत तिवारी
वाराणसी के सिगरा स्थित होटल क्रिस्टीलो में जैसे ही ‘सेंटर फॉर सनातन रिसर्च’ के बैनर तले उत्तर प्रदेश संगठन विस्तार कार्यक्रम का उद्घोष हुआ, तो वातावरण में शंखनाद की गूंज सुनाई देने लगी। हर चेहरा चमकता हुआ, हर आंखों में तेज, और दिलों में सिर्फ़ एक आवाज़ – जय सनातन, जय भारत!
यह कोई साधारण कार्यक्रम नहीं था। यह था सनातन धर्म के गौरव को लौटाने का संकल्प! यह था उन मंदिरों की पुनर्रचना का उद्घोष जिन्हें आताताइयों ने ध्वस्त कर दिया था! और सबसे बड़ा – यह था एक नया इतिहास रचने का आरंभ!
🔱 आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयाल की हुंकार: “प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में सनातन धर्म का परचम अब विश्व में लहराने लगा है!”
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयाल जब मंच पर आए तो तालियों की गूंज ने माहौल को भक्तिमय और ऊर्जा से भर दिया।
“यह केवल एक संगठन नहीं, यह एक क्रांति है। सनातन रिसर्च सेंटर ने ये सिद्ध कर दिया है कि भारत की आत्मा अभी जीवित है। मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व में देश की संस्कृति और विरासत को संजोने का जो कार्य हुआ है, वह अद्वितीय है!” — दयाशंकर मिश्र, आयुष मंत्री
🛕 जहां मंदिरों को तोड़ा गया, वहीं से उठी निर्माण की गूंज!
आयुष मंत्री की आंखें नम थीं जब उन्होंने कहा कि –
“जहां एक समय पर हिन्दू मंदिरों को तोड़ा गया, सनातन को मिटाने का प्रयास हुआ, वहीं अब इस संस्था के प्रयासों से उन मंदिरों का जीर्णोद्धार हो रहा है। यह केवल ईंट-पत्थरों का पुनर्निर्माण नहीं, यह आत्मा के पुनर्जीवन का कार्य है।”
🌍 सनातन अब सीमाओं से परे है – राष्ट्रीय अध्यक्ष रमन त्रिपाठी का समर्पण प्रेरणा बन चुका है
कार्यक्रम में सबसे ज़्यादा तालियां तब बजीं, जब सेंटर फॉर सनातन रिसर्च के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष रमन त्रिपाठी मंच पर पहुंचे। देश से बाहर रहकर भी रमन जी ने अपने तन-मन-धन से सनातन धर्म के प्रचार में जो योगदान दिया, वह वास्तव में भावुक कर देने वाला था।
“मुझे विदेश में रहते हुए एक ही बात कचोटती थी – क्या हम अपने बच्चों को एक ऐसा भारत सौंप पाएंगे जो राम और कृष्ण की धरती की तरह तेजस्वी हो? आज इस कार्यक्रम में मुझे लगता है, हमने एक सही शुरुआत कर दी है।” — रमन त्रिपाठी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, सेंटर फॉर सनातन रिसर्च
📿 51 शक्तिपीठ और 12 ज्योतिर्लिंगों का समागम – एक ऐतिहासिक कदम
कुछ दिन पूर्व सेंटर फॉर सनातन रिसर्च द्वारा 51 शक्तिपीठों और 12 ज्योतिर्लिंगों का जो भव्य समागम आयोजित किया गया था, उसका उल्लेख जैसे ही हुआ, उपस्थितजन भावुक हो उठे। कार्यक्रम में उपस्थित संतों, विद्वानों और सनातन प्रेमियों ने खड़े होकर उस आयोजन की सराहना की।
“यह कोई धार्मिक रस्म नहीं, यह भारत की आत्मा का सामूहिक उत्सव था।” — एक वक्ता ने कहा।
🧾 हर जिले में बनेगा संगठन – युवाओं में दिखी सनातन के प्रति अलख
कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश में सेंटर फॉर सनातन के संगठनात्मक ढांचे का विस्तार करते हुए प्रत्येक जिले के लिए जिला अध्यक्ष और कार्यकारिणी की घोषणा की गई। सभी नवनियुक्त सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। मंच से जब “सनातन विजय” का उद्घोष हुआ, तो ऐसा लगा जैसे सिगरा की हवाओं ने स्वयं “हर हर महादेव” कह दिया हो।
🚩 भावुक पल – एक माँ की आंखों में छलके गर्व के आँसू
जब चंदौली से आए जिला अध्यक्ष घोषित हुए युवा अभिषेक पांडेय को मंच से प्रमाण पत्र मिला, तो मंच से पीछे बैठी उनकी माँ की आंखें भर आईं। “आज मेरा बेटा भगवान के धर्म के लिए काम करेगा… इससे बड़ा गर्व क्या होगा!” यह कहती माँ पत्रकारों की भी आंखें नम कर गईं।
🛡️ थ्रिल, एक्शन और मिशन जैसा अहसास – जैसे कोई फ़िल्म नहीं, रियल लाइफ मिशन हो!
पूरा कार्यक्रम किसी धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन से ज्यादा एक एक्शन मिशन की तरह लगा। हर वक्ता जैसे संकल्प दिला रहा हो – “जो राम के हैं, वही काम के हैं!”
“हम हर उस जगह जाएंगे, जहां हमारे धर्म को तोड़ा गया, और फिर से उसे उठाएंगे!” — संगठन संयोजक श्री आर्यन शुक्ला
📸 विशेष दृश्य – मंच पर खड़े सभी सदस्यों ने लिया संकल्प
“हम सनातन के सिपाही हैं, और जब तक अंतिम मंदिर का दीप न जल जाए, हमारा प्रयास जारी रहेगा!” यह शपथ मंच से लेकर सोशल मीडिया तक गूंजती रही।
🔗 सोशल मीडिया पर हुआ वायरल – #सनातन_की_वापसी ट्रेंड में!
कार्यक्रम की तस्वीरें, वीडियो और वक्ताओं के भाषण सोशल मीडिया पर #सनातन_की_वापसी, #ModiForDharma, #UPForSanatan के हैशटैग से ट्रेंड करने लगे। यूज़र्स ने कहा –
“ये सिर्फ कार्यक्रम नहीं, ये है भारत की आत्मा का पुनर्जन्म!”
📜 Khabari News की संपादकीय टिप्पणी:
✍️ “इस दौर में जब संस्कृति पर हमले हो रहे हैं, सेंटर फॉर सनातन रिसर्च जैसे संस्थाएं न केवल प्रतिरोध की आवाज़ हैं, बल्कि निर्माण की नींव भी रख रही हैं। यह आयोजन केवल एक खबर नहीं, आने वाले भारत की झलक है – जहां धर्म, विज्ञान और संस्कृति का संतुलन होगा। आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र और रमन त्रिपाठी जैसे नेताओं के प्रयासों को काशी की आत्मा से प्रणाम!”
🔚 समापन पर – “अब धर्म युद्ध नहीं, धर्म जागरण है!”
जैसे-जैसे कार्यक्रम समाप्त हुआ, हर कोई एक नई ऊर्जा से भरा था। किसी ने सही कहा – “जहां-जहां चरण पड़े गौतम के, वहां-वहां काशी है। और जहां काशी है, वहां सनातन अमर है!”
🪔 Khabari News | varanasi ब्यूरो Sujit | विशेष प्रस्तुति — के.सी. श्रीवास्तव (एडवोकेट) 📡 Follow us for more updates on सनातन संस्कृति, राष्ट्रीय चेतना और जनभावना से जुड़ी हर बड़ी खबर!