



Khabari News Exclusive ✍️ Editor-in-Chief: K.C. Shrivastava (Adv.)
🌸 चंदौली।
कभी-कभी कोई दिन सिर्फ कैलेंडर की तारीख नहीं होता, बल्कि वह समाज के दिलों की धड़कनों में एक अमिट छाप छोड़ जाता है। 5 सितम्बर 2025 भी ऐसा ही दिन रहा, जब डैडीज़ इंटरनेशनल स्कूल, बिशुनपुरा में Teachers’ Day का आयोजन किसी साधारण कार्यक्रम की तरह नहीं, बल्कि इमोशन, इंस्पिरेशन और सस्पेंस का संगम बन गया।
इस पूरे आयोजन ने यह साबित किया कि गुरु सिर्फ पढ़ाने वाले नहीं होते, बल्कि वे जीवन को रोशन करने वाले दीपक हैं।
🌟 डॉ. विनय प्रकाश तिवारी का दार्शनिक मैसेज – “हर इंसान है एक Mirror”
कार्यक्रम की सबसे बड़ी हाइलाइट तब रही, जब स्कूल के संस्थापक डॉ. विनय प्रकाश तिवारी मंच पर आए।
उनकी बातों में ऐसा जादू था, जैसे मानो शब्द तीर की तरह सीधा दिल को भेद रहे हों।
उन्होंने कहा –
👉 “हर व्यक्ति एक शीशा है। आप जिसको जज करते हैं, वह दरअसल आपका ही प्रतिबिंब है। जिस दिन इंसान इस दृष्टिकोण से देखना शुरू कर देगा, उसी दिन से उसके भीतर विनम्रता और करुणा का भाव स्वतः जन्म लेगा।”
⚡ ये शब्द सिर्फ एक quote नहीं थे, बल्कि एक ऐसे विचार की शुरुआत थे जिसने सभा में बैठे हर व्यक्ति को भीतर तक हिला दिया।
मंच पर कुछ पल के लिए सन्नाटा छा गया – मानो हर कोई अपने भीतर झांक रहा हो। यही वह सस्पेंस मोमेंट था, जब लगा कि आज शिक्षा का मतलब सिर्फ किताबों से कहीं बड़ा है।

📢 “Free Education Scheme” का Big Announcement
डॉ. तिवारी यहीं नहीं रुके। उन्होंने ऐलान किया कि वे जल्द ही चंदौली के गाँवों में मुफ्त शिक्षा योजना लेकर आने वाले हैं।
उनके शब्द गूंजे –
👉 “Education is not just knowledge of books, it is the biggest power to change society’s direction.”
लोगों की आंखें चमक उठीं। क्या अब शिक्षा सच में गांव-गांव पहुंचेगी? क्या हर बच्चा पढ़ पाएगा?
सभा में बैठी भीड़ के मन में यह सवाल बिजली की तरह कौंध गए। यही वह पल था, जब आयोजन ने विजन और क्रांति का रूप ले लिया।


🎓 Principal डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव का पावरफुल स्पीच
विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं प्रबंध निदेशक डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव मंच पर आए और अपने उद्बोधन से पूरे वातावरण को रोशन कर दिया।
उन्होंने कहा –
👉 “शिक्षा ही वह शक्ति है जो किसी भी इंसान की किस्मत बदल सकती है। Knowledge is Power – and with power comes respect. Teacher वही दीपक है जो खुद जलकर दूसरों का जीवन रोशन करता है।”
⚡ उनकी आवाज़ में ऐसा विश्वास था, जैसे कोई योद्धा अपने शस्त्र का महत्व बता रहा हो।
बच्चों के चेहरों पर चमक और शिक्षकों की आंखों में गर्व की नमी, दोनों एक साथ दिखाई दिए।

👦👧 Students’ Respect – Tears of Gratitude
फिर बारी आई बच्चों की।
छात्रों ने मंच पर कविताएं सुनाईं, नाट्य प्रस्तुतियाँ दीं और अपने गुरुओं के लिए Thank You Notes पढ़े।
एक छोटे बच्चे ने जब trembling voice में कहा –
👉 “Teacher, आप ही हैं जिनकी वजह से मैं उड़ने का सपना देखता हूँ।”
तो पूरा हाल तालियों और आंसुओं से भर उठा।
🌺 लड़कियों ने अपने शिक्षकों के पाँव छुए।
🌺 बच्चों ने handmade cards भेंट किए।
🌺 किसी ने कविता पढ़ी – किसी ने गीत सुनाया।
इस पूरे दृश्य ने साबित किया कि शिक्षा केवल किताबों का लेन-देन नहीं, बल्कि दिल से दिल का रिश्ता है।

🍽️ पूर्व संध्या का Special Dinner – Teachers Only
इस आयोजन की खासियत यही थी कि यह एक one-day show नहीं था।
शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर ही PT. Deen Dayal Upadhyay Nagar स्थित होटल में Teachers Only Dinner रखा गया।
👉 इसमें शामिल रहे – विनीत दूबे, गौतमि, राजन, मनोज, दीपक, रुमाली, प्रज्ञा, ज़ीशान, विनायक और अन्य शिक्षक।
Dinner Table पर सिर्फ खाना ही नहीं, बल्कि ideas, dreams और future plans पर चर्चा हुई।
एक-एक शिक्षक ने अपने अनुभव साझा किए।
कभी हंसी गूंजती, कभी गहरी बातें होतीं – और यह रात शिक्षकों के लिए Respect + Pride का Symbol बन गई।
🕉️ Education का Philosophical Meaning
कार्यक्रम का climax तब आया जब मंच से यह संदेश दिया गया –
👉 “Guru Brahma, Guru Vishnu, Guru Devo Maheshwarah.”
भारतीय परंपरा में शिक्षक को ईश्वर का दर्जा मिला है।
डॉ. विनय प्रकाश तिवारी ने इस ancient belief को modern vision से जोड़ा और कहा –
👉 “यदि हम हर इंसान को एक mirror मानकर जीना सीख लें, तो humility, compassion और respect समाज में अपने आप स्थापित हो जाएगा।”
⚡ यह बात सुनकर सभा में बैठे लोग सोच में डूब गए – क्या सचमुच समाज की सारी समस्याओं का हल शिक्षा से ही निकल सकता है?

🌏 Social Media पर Viral Moments
इस आयोजन की झलकियाँ जब सोशल मीडिया पर पहुँचीं तो लोगों ने लिखा –
💬 “This is not just Teachers’ Day, यह तो एक क्रांति की शुरुआत है।”
💬 “डॉ. तिवारी और डॉ. श्रीवास्तव दोनों ने मिलकर शिक्षा को नया विज़न दिया है।”
💬 “Students की आँखों में जो emotions दिखे, वो rare होते हैं।”
#TeachersDay #Chandauli #KhabariNews जैसे हैशटैग trend करने लगे।
💡 Hidden Suspense – Future Vision
इस पूरे आयोजन के बीच एक Suspense Factor भी बना रहा –
डॉ. तिवारी की Free Education Scheme का पूरा draft अभी सामने नहीं आया।
लोगों के मन में सवाल उठ रहा है –
👉 “क्या ये योजना सच में गरीब बच्चों को नई उड़ान देगी?”
👉 “कब और कैसे इसे लागू किया जाएगा?”
यही सस्पेंस इस आयोजन को और ज्यादा thrilling बना गया।
✊ Conclusion – Education is Revolution
डैडीज़ इंटरनेशनल स्कूल का यह आयोजन सिर्फ Teachers’ Day Celebration नहीं था।
यह एक संदेश था –
👉 कि शिक्षा ही समाज की दिशा बदल सकती है।
👉 कि गुरु सिर्फ पढ़ाते नहीं, बल्कि इंसान के जीवन को shape करते हैं।
👉 कि गांव-गांव में knowledge पहुँचना ही असली आज़ादी है।
Khabari News इस आयोजन को सलाम करता है और Editor-in-Chief K.C. Shrivastava (Adv.) के शब्दों में यही दोहराता है –
✨ “शिक्षा ही सबसे बड़ा आंदोलन है। यह movement दिलों से शुरू होकर समाज को बदल देता है।”



