



चकिया के उसरी गांव स्थित पंडित बच्चन जी महाविद्यालय में विधायक कैलाश आचार्य की मौजूदगी में बृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम
खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क 🌿 खबरी न्यूज़ विशेष रिपोर्ट
संपादक-इन-चीफ: एडवोकेट के.सी. श्रीवास्तव
चकिया‚चंदौली।कभी-कभी किसी गाँव में घटने वाली साधारण सी लगने वाली घटना ही इतिहास रच देती है। चंदौली ज़िले के चकिया रेंज के उसरी गांव में बुधवार को कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिला। पंडित बच्चन जी महाविद्यालय का प्रांगण उस समय तालियों की गड़गड़ाहट और हरियाली के संकल्प से गूंज उठा, जब क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक कैलाश आचार्य जी स्वयं उपस्थित होकर विद्यार्थियों, ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बृहद वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम महज़ एक औपचारिकता नहीं था—यह वह संकल्प था, जो आने वाली पीढ़ियों को हरियाली, शुद्ध हवा और जीवन के नए अवसर सौंपने का वादा करता है।
✨ भव्य आयोजन, जनभागीदारी और सस्पेंस का पल
सुबह से ही महाविद्यालय परिसर में चहल-पहल थी। बच्चे फूल लेकर खड़े थे, छात्राएँ स्वागत गीत की तैयारी कर रही थीं, और गाँव के बुज़ुर्ग छाँव में बैठकर इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
घड़ी ने जब 11 बजे का घंटा बजाया, तभी एकाएक माहौल में उत्सुकता की लहर दौड़ पड़ी। विधायक कैलाश आचार्य जी का काफ़िला जैसे ही महाविद्यालय पहुँचा, पूरा वातावरण “जय हो, विधायक जी की जय हो” के नारों से गूंज उठा। तालियों और नारों की इस गूंज ने कार्यक्रम को भावनात्मक ऊँचाई दे दी।



🌱 मंच पर गरिमामयी उपस्थिति
मंच पर विधायक जी के साथ मौजूद रहे –
- पंडित बच्चन जी महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. अभिषेक पाण्डेय
- कमलाचंद्र इंटर नेशनल स्कूल के प्रबंधक एड. विकास पाण्डेय
- वन विभाग से रेंजर अश्वनी चौबे
- वन विभाग के डिप्टी रेंजर आनंद दुबे
- प्राचार्य द्वय डॉक्टर शैलेश दुबे एवं श्रीमती रितु पांडे
- युवा समाजसेवी अमित यादव
- महाविद्यालय के न्यासी अजय कुमार पाण्डेय
- लोलारक पाण्डेय \
- अध्यापक गण संदीप लाल, संदीप कुमार ,श्रीमती संध्या सिंह ,श्रीमती प्रीति उपाध्याय एवं जैनेंद्र कुमार एवं कर्मचारी सतीश यादव व छात्र-छात्राएं एवं आनंद प्रधान,उपेंद्र पांडे,दिलीप गुप्ता, दीपक गुप्ता,शुभम पाठक, नर्मदा खरवार
- विनय कुमार पाण्डेय
- विनीत पाठक
यह महज़ नामों की सूची नहीं थी, बल्कि एकजुट संकल्प का प्रतीक थी—शिक्षा जगत, प्रशासन, समाज और राजनीति सभी एक मंच पर।
🎙 विधायक कैलाश आचार्य का भावनात्मक संबोधन
जब विधायक जी मंच पर पहुँचे और माइक संभाला, तो पूरा परिसर शांत हो गया। लोगों की आँखें इस उम्मीद से उन पर टिकी थीं कि वे कुछ ऐसा कहेंगे जो दिल को छू जाए।
उन्होंने गहरी आवाज़ में कहा—
👉 “यह वृक्षारोपण महज़ पेड़ लगाने का कार्यक्रम नहीं है। यह भविष्य की नींव है। हर पौधा एक बच्चे की तरह है, जिसे हमें पालना-पोसना है। आने वाली पीढ़ियाँ पूछेंगी कि हमने उन्हें क्या दिया—तो मैं चाहता हूँ कि हमारा जवाब हो: हमने उन्हें हरियाली दी, जीवन दिया।”
यह कहते ही तालियों की गूंज इतनी तेज़ हुई कि पास खड़े बच्चे भी खुशी से उछल पड़े।


🌳 वन विभाग की प्रशंसा – जनता के दिल तक पहुँची बात
विधायक जी ने अपने भाषण में विशेष रूप से वन विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा—
👉 “वन विभाग के कर्मियों की मेहनत और लगन ही है कि आज यह अभियान इस स्तर पर संभव हो पाया है। रेंजर अश्वनी चौबे जी और उनकी टीम जिस समर्पण से काम कर रही है, वह काबिले तारीफ़ है। जब प्रशासन और जनता साथ आ जाएं, तो असंभव भी संभव हो जाता है।”
उन्होंने सभी ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे ‘एक व्यक्ति – एक पेड़’ के संकल्प को अपनाएँ।
🌿 पौधों की रोपाई और भावनात्मक क्षण
विधायक जी ने सबसे पहले आम का पौधा रोपित किया। फिर डॉ. अभिषेक पाण्डेय, एड. विकास पाण्डेय, रेंजर अश्वनी चौबे और अन्य अतिथियों ने क्रमशः पौधों की रोपाई की।
पौधारोपण के दौरान बच्चे मिट्टी डालते हुए गीत गा रहे थे –
“पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ…”
वातावरण इतना भावुक हो गया कि कई बुज़ुर्गों की आँखों में आँसू छलक आए। उन्हें याद आ गया कि उनके बचपन में गाँव हरियाली से लबालब था, और आज वही सपना फिर से साकार हो रहा है।

🌏 पर्यावरण संरक्षण का संदेश
इस अवसर पर डॉ. अभिषेक पाण्डेय ने कहा—
👉 “पेड़ ही सच्चे रक्षक हैं। हम किताबों में ज्ञान बाँटते हैं, पर वृक्ष प्रकृति की किताब हैं जो हर किसी को मुफ्त में ज्ञान, हवा और जीवन देते हैं।”
एड. विकास पाण्डेय ने कहा—
👉 “यह सिर्फ एक स्कूल का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि पूरी धरती को बचाने की मुहिम है। आने वाली पीढ़ियाँ तभी सुरक्षित होंगी, जब हम आज पेड़ लगाएँगे।”
🎭 सस्पेंस और थ्रिल का मोड़
जैसे ही पौधारोपण चल रहा था, अचानक हल्की बारिश की फुहारें गिरने लगीं। लोग छाता खोजने लगे, पर किसी ने जगह नहीं छोड़ी। हर किसी के चेहरे पर मुस्कान थी, मानो प्रकृति स्वयं आशीर्वाद देने आई हो।
इस अप्रत्याशित पल ने पूरे कार्यक्रम को भावनात्मक और रहस्यमयी बना दिया। लोग एक-दूसरे से कहने लगे –
👉 “देखा, यह बारिश इस बात का संकेत है कि ईश्वर भी इस मुहिम से खुश है।”
🌺 जनता का उत्साह और संकल्प
गाँव की महिलाएँ भी पीछे नहीं रहीं। उन्होंने अपने हाथों से पौधों को पानी दिया और वचन लिया कि वे रोज़ इनकी देखभाल करेंगी।
बच्चों ने भी एक स्वर में संकल्प लिया—
👉 “हम पेड़ तोड़ेंगे नहीं, हम पेड़ बचाएँगे।”
🌟 निष्कर्ष – हरियाली की ओर बढ़ता कदम
यह बृहद वृक्षारोपण केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि आंदोलन की शुरुआत थी। विधायक कैलाश आचार्य जी के नेतृत्व और वन विभाग के सहयोग ने यह साबित कर दिया कि यदि इच्छा शक्ति हो, तो पर्यावरण संरक्षण एक सपना नहीं, बल्कि वास्तविकता बन सकता है।
खबरी न्यूज़ मानता है कि आज उसरी गांव के पंडित बच्चन जी महाविद्यालय में जो संकल्प लिया गया, वह न केवल चकिया, न केवल चंदौली, बल्कि पूरे प्रदेश और देश के लिए प्रेरणा बनेगा।
✍ संपादक की कलम से – एड. के.सी. श्रीवास्तव
👉 “आज का यह दृश्य मुझे स्वतंत्रता संग्राम की याद दिला गया। जैसे तब देश बचाने के लिए हर नागरिक ने कदम बढ़ाया था, वैसे ही आज धरती बचाने के लिए हमें आगे आना होगा। हर पौधा एक सैनिक है, और हमें इसका प्रहरी बनना है। खबरी न्यूज़ इस ऐतिहासिक संकल्प का गवाह बना और वादा करता है कि ऐसी सकारात्मक और प्रेरणादायक कहानियाँ जनता तक लगातार पहुँचाता रहेगा।”
📌 खबरी न्यूज़ निष्कर्ष
उसरी गांव का यह वृक्षारोपण कार्यक्रम आने वाली पीढ़ियों के लिए वह हरी-भरी विरासत है, जिसे देखकर हर नागरिक गर्व महसूस करेगा। आज बोया गया हर पौधा कल का विशाल वटवृक्ष बनेगा और बताएगा कि चकिया ने धरती माँ को बचाने का संकल्प लिया था।



