
Editor-in-Chief K.C. Shrivastava (Advocate) | Khabari News Wave Portal


🎉 Garba Fever in Chakia: Tradition Meets Celebration
चकिया, चंदौली जिले का वह शहर, जहां हर गली में संस्कृति और परंपरा की खुशबू है, इस बार 28 सितंबर 2025 को पूरी तरह ढोल-नगाड़ों, गरबा और रंग-बिरंगे परिधानों की गूंज में खो जाएगा।
चकिया पैलेस में आयोजित यह महोत्सव सिर्फ डांस का आयोजन नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा और सामूहिक उत्सव का जीवंत प्रतीक बन गया है।
“It’s not just an event – it’s an emotion, a memory, a night to remember forever!”
शहर की गलियों में पहले से ही उत्साह का माहौल है। बच्चे, युवा, बुजुर्ग सब इस महोत्सव की तैयारी में जुटे हैं। बैनर, रोशनी और ढोल-नगाड़ों की थाप ने उत्साह को दोगुना कर दिया है।
🪔 Chakia: The Cultural Heartbeat of Eastern UP
चकिया केवल चंदौली का ऐतिहासिक शहर नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और पारंपरिक कला का केंद्र भी है।
- यहाँ के लोग लोकगीत, नृत्य और त्योहारों के प्रति बेहद जागरूक हैं।
- नवरात्रि, होली और दीपावली जैसे उत्सव समुदाय और परिवार को जोड़ने वाले अवसर माने जाते हैं।
- चकिया की गलियों में हर कोई त्योहार में पूरी भागीदारी करता है।
“Chakia is alive with tradition, history, and cultural pride!”



💃 Garba-Dandiya: History & Heritage
गरबा और डांडिया पारंपरिक नृत्य हैं, जिनका इतिहास सदियों पुराना है।
- गरबा, मां दुर्गा के प्रतीक रूप में गाया और नाचा जाता है।
- डांडिया रास, छड़ी के नृत्य के रूप में सामूहिकता और एकता का प्रतीक है।
चकिया में यह परंपरा वर्षों से चल रही है, लेकिन इस साल की तैयारी इसे Epic Cultural Event बनाने वाली है।
- Traditional संगीत + Contemporary DJ Beats
- बच्चों और युवाओं के लिए Creative Performances
- स्थानीय कलाकारों द्वारा Folk Dance और Garba Fusion
“Garba is not just dance, it’s a living culture connecting generations.”

✨ Mega Preparations Underway
इस महोत्सव को सफल बनाने में आरती जायसवाल, ज्योति गुप्ता, सोनाली जायसवाल, श्वेता गुप्ता की टीम दिन-रात जुटी है।
तैयारी के मुख्य पहलू:
- सजावट और रोशनी: चकिया पैलेस को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा।
- स्टेज और ध्वनि व्यवस्था: Traditional Instruments + Modern Sound System
- सुरक्षा और Crowd Management: परिवार और बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
- स्टाल और मनोरंजन: खान-पान, बच्चों के खेल, Cultural Merchandise
समिति का संदेश:
“हम चाहते हैं कि हर नागरिक अपने परिवार और मित्रों के साथ इस उत्सव का हिस्सा बने। यह सिर्फ डांस नहीं, बल्कि सामूहिक संस्कृति और खुशी का पर्व है।”
🌈 Special Attractions & Fun Zones
महोत्सव में सिर्फ नृत्य नहीं, बल्कि मनोरंजन, स्वाद और अनुभव का भी पूरा इंतज़ाम रहेगा।
- Food Stalls: Traditional Snacks, Chaat, Sweets
- Kids Zone: Games, Rides, Cultural Activities
- Cultural Bazaar: Local Handicrafts, Garba Costumes
हर स्टाल में क्षेत्रीय स्वाद और रंग-बिरंगी सजावट महोत्सव की खुशबू बढ़ाएगी।
“It’s a night of fun, food, family, and festival!”
🥁 Music & Performances: Tradition Meets Modernity
- ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरकती युवा टोली
- Fusion Garba & DJ Beats
- Folk Dance Troupes performing Chakia’s Heritage Moves
यह संगीत और नृत्य “Night to Remember Forever” बनाने के लिए तैयार हैं।
🙌 Community Involvement & Volunteers
अनुराग जायसवाल, शुभम मोदनवाल, मनोज चौरसिया और अन्य स्थानीय युवा आयोजन में सक्रिय हैं।
यह महोत्सव सिर्फ आयोजन समिति का नहीं, बल्कि पूरे शहर का उत्सव बन गया है।
“Chakia is coming alive, and this Garba Night will define our city’s cultural identity!”
📸 Social Media Buzz Already Started
- #ChakiaDandiya2025, #GarbaNightChakia ट्रेंडिंग
- Instagram & Facebook Reels बन रहे हैं
- Selfie & Reel Corners की योजना तैयार
“The night will be viral even before it happens!”
🌟 Voices from the Organizers
- आरती जायसवाल: “यह आयोजन हमारी संस्कृति और परंपरा को जीवित रखने का प्रयास है।”
- ज्योति गुप्ता: “हर परिवार को यह अनुभव लेना चाहिए।”
- सोनाली जायसवाल: “चकिया की रातें ऐतिहासिक होंगी।”
- श्वेता गुप्ता: “हमारी पूरी टीम पूरी मेहनत से जुटी है।”
🧡 Emotional Connect & Family Bonding
- बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक
- परिवार और मित्र समूह
- Cultural Programs के माध्यम से एकता और खुशी का अनुभव
“This is where memories are made, stories are shared, and hearts connect.”
🪔 Spiritual Essence of Garba Night
- माता दुर्गा की आराधना
- नवरात्रि की पारंपरिक पूजा
- Cultural Rituals intertwined with modern celebration
यह महोत्सव Spirit, Soul & Celebration का संयोजन है।
🕰️ Historical & Local Legends of Chakia
चकिया की गलियों में कहते हैं, पुराने समय में नवरात्रि पर यहाँ के राजा और आम नागरिक खुद अपने हाथों से Garba Raas करते थे।
- स्थानीय कहानियों में उल्लेख है कि मां दुर्गा की कृपा से ही चकिया का क्षेत्र समृद्ध और खुशहाल रहा।
- पुरानी तस्वीरों और दस्तावेज़ों में देखा गया है कि वर्षों पहले भी यहां लोक Garba Night का आयोजन होता था।
यह लोककथाएँ और इतिहास महोत्सव को अधिकारिता, गौरव और अपनापन देते हैं।
📣 Live Reactions from Participants
- मधु दीदी: “मैं पहली बार अपने पोते के साथ यहां आऊंगी, और यह अनुभव अविस्मरणीय होगा ।”
- राहुल यादव (युवा): “ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरकते ही जो ऊर्जा मिलती है, वो कहीं और नहीं।”
- बच्चे: रंग-बिरंगे कपड़ों में सज-धज कर “Maa Durga Ki Jai!” के नारे लगेंगे।
“Every smile, every clap, every step is creating memories that will last a lifetime.”
📰 Editorial Note by Khabari News
Editor-in-Chief K.C. Shrivastava (Advocate) कहते हैं:
“Chakia का Garba-Dandiya Festival सिर्फ नृत्य का कार्यक्रम नहीं, बल्कि पूरे समाज की संस्कृति, एकता और परंपरा का प्रतीक है। हर नागरिक की भागीदारी इसे और भी भव्य बनाएगी। Khabari News हमेशा ऐसे सांस्कृतिक और सामाजिक आयोजन को आगे बढ़ाने में विश्वास करता है।”
🔥 Final Call to Action
📅 Date: 28 सितंबर 2025
📍 Venue: चकिया पैलेस
🕗 Time: शाम 7 बजे से
आइए, परिवार और मित्रों के साथ इस रात का हिस्सा बनें और यादें बनाइए।
📌 Viral Hashtags
#ChakiaDandiya2025 #GarbaNightChakia #CultureMeetsCelebration #KhabariNewsExclusive #OneNightThousandMemories
💥 खबर यही है कि चकिया झूमेगा, गाएगा और थिरकेगा…
और डांडिया की धुन पर पूरी रात सिर्फ एक आवाज़ गूंजेगी –
“चकिया झकास है भाई!”



