
Free Pilgrimage Bus Service Reaches Ayodhya for the 10th Time


खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क चकिया‚चन्दौली।
शनिवार की सुबह, डैडीज इंटरनेशनल स्कूल एंड हॉस्टल, बिशुनपुरा, कांटा के प्रांगण से निःशुल्क तीर्थयात्रा बस सेवा योजना की दसवीं यात्रा अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई। यह बस केवल एक साधारण वाहन नहीं, बल्कि एक सशक्त सामाजिक संदेश और धर्मार्थ पहल की प्रतीक बन चुकी है।
इस अनूठी पहल के पीछे का प्रेरक हाथ है डॉक्टर विनय प्रकाश तिवारी, LTP कैलकुलेटर के आविष्कारक और शेयर मार्केट एवं आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ, एवं शिक्षा जगत के दैदीप्यमान नक्षत्र डॉक्टर अजय कुमार श्रीवास्तव। इन दोनों महानुभावों के मार्गदर्शन में, डैडीज इंटरनेशनल स्कूल बिशुनपुरा अपने विद्यार्थियों और समाज के हित में लगातार सी बी एस ई बोर्ड तक के छात्रों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभवों को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहा है।



“A Journey of Faith, Learning and Social Responsibility”
बस के रवाना होने के समय, विद्यालय प्रांगण में एक उत्साह और सस्पेंस का माहौल था। विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ ही कई सामाजिक और धर्मार्थ कार्यकर्ताओं ने भी इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने के लिए उपस्थिति दर्ज कराई।
उपस्थित गणमान्य लोग:
- श्री बंशीधर तिवारी ‚ सत्यप्रकाश तिवारी ‚ अनुपम चतुर्वेदी ‚शैलेश तिवारी‚प्रियंका मौर्या‚रामधनी सिंह‚सावित्री सिंह‚ नवीन विश्वकर्मा ‚ दयानन्द मिश्रा
साथ ही विद्यालय टीम के सदस्य विनीत दुबे, सुमित वर्मा, अमित शुक्ला, पवन तिवारी, पुष्पा गिरि सहित अनेक लोग भी मौजूद रहे।
“एक मासिक धर्मार्थ यात्रा का अनूठा अनुभव” | Monthly Free Pilgrimage Bus Service Becomes a Landmark
यह निःशुल्क बस सेवा केवल एक बार की पहल नहीं है। हर महीने, डैडीज इंटरनेशनल स्कूल बिशुनपुरा से एक मासिक यात्रा आयोजित की जाती है, जिससे विद्यार्थियों और समाज के लोग धार्मिक स्थलों की सीख और अनुभव से समृद्ध हो सकें।

पूर्व यात्राएँ:
- अयोध्या (multiple trips) ‚मथुरा
भविष्य की योजनाएँ:
- बागेश्वर धाम ‚खजुराहो
- मैहर देवी (सतना)
- और अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल
यह यात्राएँ विद्यार्थियों के लिए केवल धार्मिक अनुभव नहीं हैं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी, संगठन क्षमता और आध्यात्मिक संवेदनाओं का भी परिचय देती हैं।

“The Vision Behind the Wheels” | Visionary Leaders Driving Social Change
डॉक्टर विनय प्रकाश तिवारी और डॉक्टर अजय कुमार श्रीवास्तव का उद्देश्य केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है। उनका मानना है कि शिक्षा और आध्यात्मिक अनुभव एक साथ मिलकर विद्यार्थी और समाज को मजबूत बनाते हैं।
“हम चाहते हैं कि विद्यार्थी न केवल किताबों में ज्ञान प्राप्त करें, बल्कि संस्कृति, धर्म और समाज के प्रति जिम्मेदारी भी सीखें। यही हमारा लक्ष्य है।” – डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव
बस के माध्यम से ये महानुभाव यह संदेश देना चाहते हैं कि शिक्षा और सेवा एक साथ चल सकते हैं, और समाज में सशक्त बदलाव लाने के लिए ये दोनों आवश्यक हैं।
“Students on the Road: Excitement Meets Devotion” | विद्यार्थियों की उत्साहित और भावुक यात्रा
बस में बैठते ही विद्यार्थियों के चेहरे पर उत्साह और सस्पेंस का मिश्रण साफ दिख रहा था। कुछ विद्यार्थी पहले ही बार अयोध्या जा रहे थे, तो कुछ ने यह अनुभव पिछले वर्षों से जिया हुआ था।
विद्यार्थियों ने उत्साह में कहा:
“हमारे लिए यह केवल तीर्थयात्रा नहीं है, यह हमारे जीवन का अद्भुत अनुभव और शिक्षा का एक नया अध्याय है।”
बस के रवाना होने के साथ ही विद्यालय प्रांगण में मौजूद लोग हाथ हिला कर उन्हें विदा कर रहे थे। भावुक दृश्य और सस्पेंस का माहौल यह दर्शा रहा था कि यह बस केवल यात्रियों को नहीं, बल्कि सभी के दिलों में उम्मीद और विश्वास ले जा रही है।
“Social & Spiritual Impact of the Pilgrimage” | सामाजिक और आध्यात्मिक प्रभाव
डैडीज इंटरनेशनल स्कूल की यह पहल केवल धार्मिक यात्रा तक सीमित नहीं है। इसका सामाजिक प्रभाव भी बेहद गहरा है:
- निःशुल्क सेवा – सभी के लिए उपलब्ध, आर्थिक बाधाओं को तोड़कर शिक्षा और आध्यात्मिक अनुभव देना।
- समाज के प्रति जिम्मेदारी – विद्यार्थियों को समाज के प्रति संवेदनशील बनाना।
- धर्म और संस्कृति का संवर्धन – धार्मिक स्थलों का अनुभव विद्यार्थियों को संस्कृति और इतिहास से जोड़ता है।
- भविष्य की तैयारियाँ – भविष्य में बागेश्वर, खजुराहो, मैहर देवी जैसी यात्राओं से विद्यार्थियों का सामाजिक और आध्यात्मिक विकास।
Editor’s Note: यह पहल समाज के लिए प्रेरणा बनती है, और दिखाती है कि शिक्षा, सेवा और धर्म का संगम किस तरह से मजबूत नेतृत्व और दृढ़ संकल्प से संभव है।
“The Team Behind the Wheels” | बस सेवा के पीछे की टीम
इस परियोजना की सफलता के पीछे एक सशक्त टीमवर्क है।
- शिक्षक और प्रबंधन – बस संचालन और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना।
- सोशल वर्कर्स और अभिभावक – विद्यार्थियों की सुरक्षा और मानसिक समर्थन।
- समुदाय के सहयोगी – प्रत्येक यात्रा को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने में योगदान।
विशेष उल्लेख: विनीत दुबे, सुमित वर्मा, अमित शुक्ला, पवन तिवारी और पुष्पा गिरि ने यात्रियों के लिए सुरक्षा, खानपान और मार्गदर्शन में विशेष भूमिका निभाई।
“Next Destinations: Expanding Horizons” | अगले पड़ाव: बागेश्वर, खजुराहो और मैहर देवी
भविष्य की योजनाओं में शामिल हैं:
- बागेश्वर धाम – उत्तराखंड का प्रमुख धार्मिक स्थल
- खजुराहो – कला, संस्कृति और इतिहास का प्रतीक
- मैहर देवी (सतना) – आध्यात्मिक अनुभव और पर्वतीय वातावरण
हर महीने यह बस सेवा न केवल धार्मिक यात्रा का अवसर प्रदान करेगी, बल्कि छात्रों और समाज के लिए एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव का प्रतीक बनेगी।
“Why This Initiative Matters” | क्यों है यह पहल महत्वपूर्ण
- समान अवसर – आर्थिक या सामाजिक बाधाओं के बावजूद हर विद्यार्थी धर्म और संस्कृति का अनुभव ले सके।
- शिक्षा का नया आयाम – केवल किताबों में नहीं, जीवन के अनुभवों से सीखना।
- समाज के लिए योगदान – धर्मार्थ यात्रा से समाज में सकारात्मक संदेश।
- नेतृत्व और प्रेरणा – डॉ. विनय प्रकाश तिवारी और डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव की प्रेरणा ने इसे संभव बनाया।
“A Journey Beyond the Destination” | गंतव्य से परे यात्रा
इस यात्रा का असली महत्व बस गंतव्य तक पहुंचना नहीं है। यह विद्यार्थियों की मानसिक और आध्यात्मिक यात्रा है। अयोध्या, मथुरा, बागेश्वर या मैहर देवी का अनुभव उन्हें संस्कार, संस्कृति और सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्यों से जोड़ता है।
“जब हम केवल तीर्थस्थलों को नहीं, बल्कि समाज और जीवन के मूल्यों को समझना शुरू करते हैं, तब यह यात्रा वास्तव में जीवन बदलने वाली बन जाती है।”
Khabari News Insight:
इस प्रकार, डैडीज इंटरनेशनल स्कूल बिशुनपुरा की निःशुल्क तीर्थयात्रा सेवा योजना केवल एक बस सेवा नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा और शिक्षा का सशक्त माध्यम बन चुकी है।
यह पहल दिखाती है कि शिक्षा, सेवा, धर्म और नेतृत्व का संगम किस तरह साथ-साथ समाज को मजबूत और संवेदनशील बना सकता है।
Conclusion: The Legacy of Service | सेवा का स्थायी प्रभाव
जैसे-जैसे यह बस अयोध्या की ओर बढ़ी, प्रत्येक यात्री का मन, आत्मा और हृदय प्रेरणा और आशा से भर गया। यह बस केवल एक वाहन नहीं, बल्कि सपनों, संस्कारों और समाज सेवा के संदेशों का वाहक बन गई।
डैडीज इंटरनेशनल स्कूल बिशुनपुरा की यह पहल न केवल आज के विद्यार्थियों के लिए, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक स्थायी प्रेरणा बनती है।
Khabari News Tip: इस प्रकार की पहल समाज में सकारात्मक बदलाव, शिक्षा और आध्यात्मिक अनुभव का आधार बनती है, और इसे फैलाना हर विद्यालय और संगठन के लिए एक आदर्श मॉडल हो सकता है।
✅ #KhabariNews #DaddiesInternationalSchool #FreePilgrimageBus #AyodhyaJourney #SocialImpact #SpiritualEducation #MonthlyPilgrimage #CBSESchools #DrVinayPrakashTiwari #DrAjayKumarShrivastava #CommunityService #ReligiousTour #StudentsOnMission


