



(Editor-in-Chief: K.C. Shrivastava, Advocate – Special Report)
चकिया (चन्दौली):
स्थानीय कैम्प कार्यालय में बुधवार को आयोजित मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया की आवश्यक बैठक ने एक बार फिर पत्रकारिता की उस असली आत्मा को जीवंत कर दिया — “सच बोलो, निर्भय रहो और समाज के लिए लिखो।”
बैठक की अध्यक्षता ट्रस्ट के सचिव एडवोकेट के.सी. श्रीवास्तव ने की, जिनकी सधी हुई आवाज़ और विचारों में वो आत्मविश्वास झलक रहा था, जो हर सच्चे पत्रकार के दिल में होता है।
✍️ संगठन की ताकत बढ़ी – परिक्षित उपाध्याय की अगुवाई में एक दर्जन सदस्य जुड़े
बैठक का सबसे प्रेरणादायक पल वह था जब परिक्षित उपाध्याय की अगुवाई में लगभग एक दर्जन नए पत्रकार साथियों ने संगठन की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की।
यह न सिर्फ संगठन की ताकत में इज़ाफा था, बल्कि यह संदेश भी था कि—
“सच की राह पर चलने वाले कभी अकेले नहीं होते।”
सदस्यता ग्रहण करने वालों में प्रमुख रूप से
परिक्षित उपाध्याय, पियूष मिश्रा, अनिल कुमार उपाध्याय, अभिषेक उपाध्याय, विनय बाबू, राजकमल प्रजापति, मिथिलेश गुप्ता, हृदय नारायण, चन्दन बिन्द सहित कई अन्य पत्रकार शामिल रहे।
मंच से घोषणा की गई कि अगले दो–तीन दिनों में एक दर्जन और पत्रकार संगठन की सदस्यता ग्रहण करेंगे — यानी पत्रकार एकता की यह श्रृंखला थमने वाली नहीं है।
🎤 के.सी. श्रीवास्तव (एडवोकेट) का ओजस्वी वक्तव्य: “हम पत्रकार हैं, डरने वाले नहीं!”
बैठक में अपने वक्तव्य में सचिव के.सी. श्रीवास्तव (एड.) ने कहा —
“हम लगातार पत्रकार हित की बातें करते हैं और करते रहेंगे। पत्रकार समाज की आँखें हैं, इन्हें अंधेरा दिखाने वाले कभी सफल नहीं होंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि आज का ग्रामीण पत्रकार सिर्फ ख़बर नहीं लिखता, बल्कि समाज की नब्ज़ को महसूस करता है।
जहां शहरों में पत्रकारिता को ग्लैमर का जामा पहनाया जा रहा है, वहीं गांव–देहात में सच्चा पत्रकार अब भी धूप में तपता, बारिश में भीगता और सच्चाई की तलाश में खेत-खलिहानों तक पहुँचता है।

❤️ सिर्फ कलम नहीं, सेवा भी – ट्रस्ट के समाजसेवी कार्यों की गूंज
श्रीवास्तव ने बताया कि मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने केवल समाचार लेखन तक खुद को सीमित नहीं रखा, बल्कि समाजसेवा के हर मोर्चे पर आगे बढ़कर कार्य किया है।
उन्होंने कहा —
“हमने बच्चों को स्कूल बैग बाँटने से लेकर मेडिकल कैम्प, वस्त्र वितरण और त्योहारों पर मिठाई बांटने जैसे कार्यों में भी सक्रिय भागीदारी की है।”
ट्रस्ट के सदस्यों ने अब तक सैकड़ों गरीब व मजलूम परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनवाने में मदद की, जिससे कई लोगों को मुफ़्त इलाज की सुविधा मिल सकी।
यह बताता है कि संगठन न सिर्फ “Press for People” का नारा देता है, बल्कि उसे जमीन पर उतारकर दिखाता भी है।
⚡ ग्रामीण पत्रकारिता के दर्द को समझता है ट्रस्ट
श्री श्रीवास्तव ने भावुक स्वर में कहा —
“आज ग्रामीण पत्रकारिता कितनी कठिन होती जा रही है, यह वही जानता है जो रोज़ सच की लड़ाई लड़ता है।
कभी नेटवर्क नहीं, कभी सुरक्षा नहीं, कभी पहचान नहीं — फिर भी कलम नहीं रुकती। यही सच्ची पत्रकारिता है।”
उन्होंने साफ कहा कि मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया ऐसे ही पत्रकारों की आवाज़ बनेगा —
उनके हित, उनके सम्मान और उनकी सुरक्षा के लिए यह मंच हमेशा तत्पर रहेगा।
🌿 कार्यक्रम की रूपरेखा – आने वाले दिनों में नई पहल
बैठक में संगठन की आगामी गतिविधियों को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई।
निर्णय लिया गया कि आने वाले हफ्तों में
- “पत्रकार संवाद सुरक्षा अभियान”,
- “ग्रामीण रिपोर्टर सशक्तिकरण कार्यशाला”,
- तथा “जनसेवा मिशन 2025” जैसी योजनाएँ शुरू की जाएँगी।
इनका उद्देश्य पत्रकारों को कानूनी जागरूकता, डिजिटल सुरक्षा और सामाजिक उत्तरदायित्व से जोड़ना होगा। वही पर परीक्षित उपाध्याय को चंदौली जिले का जिला संयोजक भी बनाया गया।


💐 नए पत्रकारों का हुआ भव्य स्वागत – माल्यार्पण और अभिनंदन
सदस्यता ग्रहण के बाद नए पत्रकारों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
मंच पर जयघोष गूंज उठा —
“मीडिया ट्रस्ट जिंदाबाद, पत्रकार एकता अमर रहे!”
हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट ने माहौल को भावनात्मक बना दिया।
हर नए सदस्य की आँखों में जो चमक थी, वह किसी आंदोलन की शुरुआत जैसी थी।
लोगों ने कहा —
“आज हमने कोई संगठन नहीं, एक परिवार पाया है।”

👥 मौजूद रहे ये चेहरे जो पत्रकारिता का सम्मान बढ़ाते हैं
इस अवसर पर धर्मवीर सिंह ‚अनिल द्विवेदी ‚रामयश चौबे, सुधांशु जायसवाल, ज्ञान प्रकाश सिंह, अजय उर्फ शिव जी सहित अनेक वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी उपस्थित रहे।
सभी ने संगठन की दिशा और दृष्टि की प्रशंसा करते हुए कहा कि मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने पत्रकारिता को फिर से मानवीय स्वर देने का काम किया है।
✨ Khabari News की टिप्पणी – यही है असली “Media Power with Humanity”
आज जब पत्रकारिता पर सवाल उठते हैं, जब सच्ची रिपोर्टिंग को जोखिम माना जाता है,
तब मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया जैसी संस्थाएँ उस अंधेरे में दीपक बनकर सामने आती हैं।
यह संगठन न केवल पत्रकारों की आवाज़ बन रहा है, बल्कि समाज को यह भी याद दिला रहा है कि —
“कलम बिक नहीं सकती, झुक नहीं सकती।”
Editor’s Note –
(के.सी. श्रीवास्तव, एडवोकेट एवं सचिव, मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया)
“हमारा उद्देश्य सिर्फ न्यूज़ नहीं, वैल्यूज़ हैं।
पत्रकार की गरिमा, सुरक्षा और समाज के हित के लिए हम हमेशा खड़े रहेंगे।”
📸 Khabari News Exclusive Coverage
🎥 Ground Report by Team Chakia | Visuals by Local Bureau | Edited by K.C. Shrivastava (Adv.)



