



प्रिय अभिभावकगण, शिक्षकगण और हमारे प्यारे छात्रगण,
हम सभी अपने बच्चों की सुरक्षा को हमेशा सबसे ऊपर रखते हैं। परंतु आज हम एक ऐसी परिस्थिति के सामने खड़े हैं, जो हमारी समझ और सतर्कता की परीक्षा ले रही है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं लगातार हो रही भारी बारिश और जलभराव की, जिसने जिले के कई हिस्सों में परिस्थितियों को गंभीर और जोखिमपूर्ण बना दिया है।
जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार ने स्पष्ट आदेश जारी किया है कि 04 अक्टूबर 2025 को नर्सरी से कक्षा 8 तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। इसमें सरकारी, निजी, बोर्ड संचालित, कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय, अशासकीय सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त सभी विद्यालय शामिल हैं।
यह आदेश केवल प्रशासनिक औपचारिकता नहीं है, बल्कि आपके बच्चों की सुरक्षा का सबसे जरूरी कदम है।


🌧️ क्यों लिया गया यह आदेश?
- लगातार बारिश – पिछले कुछ दिनों से मौसम ने जैसे सभी नदियों और नालों में पानी भर दिया हो। कई इलाकों में जलभराव के कारण सड़कें, स्कूल के आसपास के रास्ते और घर तक खतरे में हैं।
- जलभराव की संभावना – अचानक बढ़ता जलस्तर किसी भी समय गंभीर हादसे का कारण बन सकता है। बच्चे अगर स्कूल जाएँ और रास्ते पर पानी भरा हो, तो परिणाम भयावह हो सकते हैं।
- अतिवृष्टि की चेतावनी – मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इसका सीधा अर्थ यह है कि अगर हम इस चेतावनी को हल्के में लें, तो यह सिर्फ एक दिन की असुविधा नहीं, बल्कि जीवन पर संकट बन सकती है।
😢 भावनात्मक हकीकत
हम सभी जानते हैं कि बच्चों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। लेकिन कल्पना कीजिए कि अगर हमने यह आदेश अनदेखा किया और कोई दुर्घटना घट गई:
- आपका नन्हा बच्चा, जो स्कूल में दोस्तों के साथ खेल रहा था, अचानक पानी और कीचड़ में फंस जाए।
- बारिश और जलभराव के कारण घायल हो जाए।
- ऐसे हादसे का दर्द केवल क्षणिक नहीं होता, यह सदैव के लिए जीवन को बदल देता है।
क्या हम सच में इतना जोखिम उठा सकते हैं? क्या हम अपने बच्चों की हंसी और उनकी सुरक्षा को केवल “एक दिन के लिए स्कूल जाना” के लिए खतरे में डाल सकते हैं?
🏫 आदेश का पालन: जिम्मेदारी और अनिवार्यता
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्यों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यह आदेश कड़ाई से लागू किया जाए।
- नर्सरी से कक्षा 8 तक कोई भी छात्र स्कूल नहीं जाएगा।
- शिक्षक और अन्य स्टाफ भी स्कूल नहीं आएंगे।
- स्कूल परिसर को पूर्णतः बंद रखना होगा और कोई गतिविधि आयोजित नहीं होगी।
यह सिर्फ नियम पालन का मामला नहीं है, यह आपके बच्चे की जान की सुरक्षा का मामला है।
⚡ चेतावनी और सोशल मीडिया जागरूकता
हम सभी से अपील करते हैं कि इस सूचना को फैलाएँ। यह केवल आपके बच्चे का नहीं, बल्कि पूरे समुदाय का सुरक्षा संदेश है।
- स्कूल से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए केवल सरकारी सूत्रों और आधिकारिक नोटिस पर भरोसा करें।
- बच्चों को अकेले बाहर न भेजें।
- जरूरत पड़ने पर स्थानीय प्रशासन और स्कूल अधिकारियों से तुरंत संपर्क करें।
यदि हम सतर्क नहीं हुए, तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं। केवल एक दिन की लापरवाही हमारे प्रिय बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाल सकती है।
🔥 भावनात्मक चेतावनी: इसे हल्के में न लें
कुछ लोग सोच सकते हैं कि यह सिर्फ एक दिन का स्कूल बंद होना है। लेकिन याद रखिए:
- यह आदेश बच्चों की सुरक्षा का जीवनरक्षक उपाय है।
- प्राकृतिक आपदाएँ किसी को नहीं चुनतीं, लेकिन हमारी जागरूकता और निर्णय उनके जीवन को सुरक्षित या जोखिम भरा बना सकते हैं।
- अगर हम आदेश का पालन नहीं करते, तो यह केवल बच्चों की सुरक्षा पर खतरा नहीं है, बल्कि आपकी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी पर भी सवाल उठता है।
याद रखिए: एक दिन की सावधानी जीवन भर की सुरक्षा से बढ़कर है।
प्रिय माता-पिता और शिक्षकगण,
04 अक्टूबर 2025 को नर्सरी से कक्षा 8 तक सभी स्कूल बंद रहना केवल प्रशासनिक आदेश नहीं है। यह आपके बच्चों की सुरक्षा और जीवन की सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
कृपया इसे गंभीरता से लें। बच्चों को घर में सुरक्षित रखें। अपने परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों को भी सतर्क करें। याद रखें: एक छोटे से कदम से आप किसी बच्चे की जिंदगी बचा सकते हैं।
आइए हम सभी मिलकर इस प्राकृतिक संकट में बच्चों को सुरक्षित रखें। क्योंकि एक दिन की सावधानी, जीवन भर की सुरक्षा से बढ़कर है।


