



✍️ विशेष रिपोर्ट – Khabari News टीम, चकिया-चंदौली
👤 संपादकीय संदेश – के.सी. श्रीवास्तव (एडवोकेट एवं एडिटर-इन-चीफ, खबरी न्यूज)
🚨 एक साधारण शाम का मौत में बदल जाना
गुरुवार की सायं चकिया क्षेत्र के लिए एक साधारण दिन की तरह शुरू हुई।
लोग अपने-अपने काम से लौट रहे थे।
परंतु मुजफ्फरपुर गाँव के 20 वर्षीय युवक विपिन मौर्या की ज़िंदगी उस शाम सड़क पर बिखर जाएगी, किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था।
विपिन इमिलियाचट्टी से अपनी बाइक पर घर लौट रहा था।
युवक अभी अविवाहित था, ज़िम्मेदारियों से भरा भविष्य उसका इंतजार कर रहा था।
लेकिन सोनपुर गाँव के पास अचानक किस्मत ने ऐसा खेल खेला कि सबकुछ खत्म हो गया।

🩸 मौत का सौदागर बनी लोहे की चादर
सामने से आ रहा था एक थ्री-व्हीलर लोडर टैम्पू, जिस पर बड़ी-बड़ी लोहे की चादरें खुली हालत में रखी थीं।
वाहन तेज़ रफ्तार में था, और दोनों की भिड़ंत जैसे ही हुई –
वह लोहे की चादर धारदार तलवार बनकर विपिन के पेट में जा घुसी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया –
“हमनीं देखनीं कि बाइक से टकराते ही ओकर पेट चीरा गइल। ऊ जमीन पर गिरके छटपटावत रहे।”
पूरा दृश्य इतना खौफ़नाक था कि लोग कांप गए।
सड़क पर खून की धारा बह रही थी।
🏥 अस्पताल पहुँचने से पहले ही बुझ गई सांसें
राहगीर और ग्रामीण विपिन को बचाने के लिए दौड़े।
बाइक टूटी पड़ी थी, युवक लहूलुहान हालत में तड़प रहा था।
कुछ लोग ने तुरंत वाहन रोका और उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की।
लेकिन खून इतना अधिक बह चुका था कि अस्पताल पहुँचने से पहले ही उसकी सांसें टूट गईं।
रास्ते में ही उसका सिर झुक गया, आँखें बंद हो गईं।
लोगों की आँखों के सामने एक जवान ज़िंदगी बुझ गई।
💔 माँ का हृदय विदारक क्रंदन
जैसे ही खबर गाँव पहुँची, घर पर चीख-पुकार मच गई।
माँ अपने बेटे की मौत की खबर सुनकर दहाड़ मारकर गिर पड़ीं।
उनके शब्द लोगों के दिल को चीर रहे थे –
“अरे भगवान, का बिगाड़ले रहे हमार बेटा? अब कइसन जीएब हम?”
गाँव की औरतें दौड़ीं और उन्हें संभालने लगीं।
पर हर बार उनका रोना और तेज हो जाता।
गाँव में हर कोई कह रहा था –
“माई के रोअवा सुनीं त कलेजा हिल जात बा।”
👨👩👦 पिता और भाई की बेबसी
विपिन के पिता राजनारायण मौर्या चुपचाप बैठे रहे।
उनके चेहरे पर ऐसा दर्द था जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है।
वह केवल अपने आँसू रोकने की कोशिश कर रहे थे, पर आँखे बार-बार छलक उठतीं।
बड़ा भाई रोहित मौर्या बार-बार शव को देखकर चीख रहा था –
“हमनीं संग-साथे काम करे वाला, खेतवा में हंसी-मजाक करे वाला, अब अकेले छोड़के कहां चल गइलs?”
उसके शब्द सुनकर आसपास खड़े लोगों के आँसू रुक ही नहीं रहे थे।


⚖️ पुलिस की मौजूदगी और पोस्टमार्टम की तैयारी
घटना की सूचना पाकर अहरौरा थाना पुलिस मौके पर पहुँची।
उन्होंने शव को कब्ज़े में लिया और थाने लाया।
फिर पोस्टमार्टम के लिए मिर्ज़ापुर जिला चिकित्सालय भेजने की तैयारी शुरू हुई।
थाने का दृश्य बेहद दर्दनाक था।
बाहर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा थी।
हर कोई इंतज़ार में था, कोई सिसक रहा था, कोई ग़ुस्से में था।
गाँव के बुजुर्ग बोले –
“ई खुला में धारदार चादर ढोईत रहे… का पुलिस अइसन वाहन पर रोक नाहिं लगावत?”

🕯️ मातमी सन्नाटा और आँसूओं का समंदर
मुजफ्फरपुर गाँव के हर दरवाजे पर मातम पसरा हुआ था।
कहीं महिलाएँ रो रही थीं, कहीं बच्चे सहमे हुए खामोश बैठे थे।
युवाओं की टोली घर के बाहर बैठी थी, और हर कोई एक-दूसरे से बस यही कह रहा था –
“विश्वासे नइखे होत कि अब हमनीं के संगे विपिन ना रही।”
लोगों ने बताया कि विपिन मेहनती और हंसमुख लड़का था।
गाँव के हर बुजुर्ग की सेवा करता था।
उसकी मौत ने पूरे गाँव को तोड़कर रख दिया।
📢 एडिटर-इन-चीफ एडवोकेट K.C. Shrivastava का संदेश
“विपिन मौर्या की मौत केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सिस्टम की घोर लापरवाही का नतीजा है।
➡️ खुलेआम ओवरलोड वाहन चल रहे हैं।
➡️ बिना किसी सुरक्षा इंतज़ाम के धारदार लोहे की चादरें सड़कों पर ढोई जा रही हैं।
➡️ प्रशासन की आँखों के सामने यह सब हो रहा है।
खबरी न्यूज प्रशासन से मांग करता है –
👉 दोषी चालक और वाहन मालिक पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो।
👉 ऐसे वाहनों पर तुरंत रोक लगे।
👉 सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष अभियान चलाया जाए।
अगर आज हम नहीं चेते तो कल किसी और माँ की गोद ऐसे ही उजड़ जाएगी।”
🔍 हादसे से उठे सवाल
👉 आखिर कब तक सड़कें मौत का जाल बनी रहेंगी?
👉 कब तक प्रशासन ओवरलोड और असुरक्षित वाहनों को खुला छोड़ता रहेगा?
👉 क्या हर बार एक नई जान जाने के बाद ही सिस्टम जागेगा?
🕯️ पोस्टमार्टम के इंतजार में बेसुध परिवार
अभी तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है।
परिवारजन थाने और अस्पताल के बीच चक्कर काट रहे हैं।
हर चेहरे पर थकान और आँसू की लकीरें साफ दिख रही हैं।
एक ग्रामीण ने कहा –
“शव अस्पताल भेजल गइल बा… अब पोस्टमार्टम के बादे गाँव लाया जाई। लेकिन तब तक का हाल हो रहल बा, ओकरा के शब्द में बयान नइखे कइल जा सकत।”
📌 Khabari News की अपील
👉 प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग।
👉 ग्रामीण सड़कों पर सुरक्षा नियमों का पालन अनिवार्य।
👉 दोषियों को कठोर दंड।
👉 सड़क सुरक्षा के प्रति जनता को जागरूक करना।
🔴 निष्कर्ष
मुजफ्फरपुर गाँव का 20 वर्षीय विपिन मौर्या, जिसकी ज़िंदगी अभी शुरू ही हुई थी,
आज सड़क पर बहते खून में खत्म हो गई।
यह सिर्फ़ एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज का दर्द है।
अगर आज हम सब नहीं जागे, तो कल फिर किसी का बेटा, किसी का भाई, किसी माँ का सहारा ऐसे ही सड़क पर दम तोड़ देगा।
✍️ विशेष रिपोर्ट – Khabari News टीम, चकिया
👤 संपादकीय संदेश – K.C. Shrivastava (एडवोकेट एवं एडिटर-इन-चीफ, खबरी न्यूज)



