



जमीन के टुकड़े ने ले ली ज़िंदगी, सैयदराजा थाने का हिस्ट्रीशीटर था दरोगा यादव
डीडीयू नगर, चंदौली (खबरी न्यूज़ ब्यूरो):
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में एक मामूली जमीनी विवाद ने मंगलवार को ऐसा तांडव मचाया कि तीन जिंदगियां एक पल में मौत के मुहाने पहुंच गईं। कोतवाली क्षेत्र के फत्तेपुर कला गांव में खून से सनी ज़मीन ने इंसानियत को फिर शर्मसार कर दिया। गोलीबारी में घायल हुए दरोगा यादव की वाराणसी ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि अन्य दो की हालत नाजुक बनी हुई है।
⚠️ ये सिर्फ जमीनी विवाद नहीं था, यह था दुश्मनी का विस्फोट!
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। लोग दबी जुबान में कह रहे हैं – “ये टकराव तो पहले से था, बस मौका चाहिए था किसी को!”
▶️ घटना का पूरा विवरण: क्या हुआ फत्तेपुर कला में?
मंगलवार की दोपहर फत्तेपुर कला गांव में दो पट्टीदार परिवारों के बीच वर्षों से चल रहे जमीन बंटवारे को लेकर पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत का उद्देश्य था – विवाद का आपसी समझौते से समाधान। लेकिन शायद नियति को कुछ और ही मंज़ूर था।
पंचायत में दोनों पक्षों के सदस्य उपस्थित थे, जिसमें सोहदवार गांव निवासी दरोगा यादव और रमेश यादव भी शामिल थे। बताया जा रहा है कि दरोगा और रमेश दोनों किसी न किसी रूप में दोनों पक्षों के रिश्तेदार थे और मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे थे।
लेकिन जब बहस की गरमी बढ़ी, तो बात हाथापाई तक पहुंच गई। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता, सेना से रिटायर्ड मुकेश यादव ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
गोलियों की आवाज़ सुनकर गांव में अफरा-तफरी मच गई। फायरिंग में दरोगा यादव, रमेश यादव और अंशु यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव वालों ने किसी तरह तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें तुरंत वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
❌ इलाज के दौरान दरोगा यादव की मौत – एक हिस्ट्रीशीटर की आखिरी सांसें
वाराणसी ट्रॉमा सेंटर में कई घंटों तक डॉक्टरों की टीम दरोगा यादव की जान बचाने में जुटी रही, लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था। रात के क़रीब 9 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के अनुसार, दरोगा यादव सैयदराजा थाने का हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज थे। उसके आपराधिक इतिहास की फाइलें अब फिर से खोली जा रही हैं।
👮♂️ गोली चलाने वाला मुकेश यादव गिरफ्तार – हथियार भी बरामद
घटना के तुरंत बाद मुकेश यादव मौके से भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे कुछ ही घंटों में असलहे सहित धर दबोचा। फिलहाल मुकेश से पूछताछ जारी है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि फायरिंग पहले से प्लान की गई थी या अचानक गुस्से में उठाया गया कदम था।
💔 गांव में पसरा मातम – हर घर में डर और सन्नाटा
फत्तेपुर कला और सोहदवार गांवों में इस घटना के बाद मातम पसरा हुआ है। लोग सहमे हुए हैं। कोई खुलकर कुछ बोल नहीं रहा लेकिन आंखें सब कुछ बयां कर रही हैं।
दरोगा यादव का परिवार रो-रोकर बेहाल है। उनके एक करीबी ने बताया, “वो चाहे कैसा भी था, लेकिन आज जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। गोली से कभी भी किसी का समाधान नहीं निकलता।”

📜 कौन था दरोगा यादव? – इतिहास से वर्तमान तक का सफर
दरोगा यादव कोई साधारण नाम नहीं था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, वह सैयदराजा थाने का हिस्ट्रीशीटर था और उसके खिलाफ कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।
जानकारों की मानें तो वह एक वक्त बाहुबलियों के लिए काम करता था और बाद में खुद ही क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने लगा। वह पंचायतों और जमीन विवादों में मध्यस्थ की भूमिका निभाता था, लेकिन अक्सर उसका तरीका विवादित होता था।
पुलिस अब उसकी संपत्तियों और कनेक्शनों की भी जांच में जुटी है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या मुकेश यादव और दरोगा यादव के बीच कोई पुरानी दुश्मनी थी।
📝 सवाल जो अब उठ रहे हैं…
- क्या यह घटना केवल जमीन विवाद का परिणाम थी या इसके पीछे कोई साजिश थी?
- अगर दरोगा यादव हिस्ट्रीशीटर था, तो वह पंचायत में मध्यस्थ क्यों बना?
- क्या पुलिस को पहले से इन दोनों पक्षों की दुश्मनी की जानकारी थी?
- मुकेश यादव सेना से रिटायर्ड है, क्या उसने लाइसेंसी हथियार से फायरिंग की?
- क्या पुलिस भविष्य में ऐसे विवादों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगी?

📌 पुलिस की कार्रवाई और अगली कड़ी
पुलिस ने आरोपी मुकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या, हत्या की कोशिश, अवैध हथियार रखने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
SP चंदौली का कहना है –
“हम मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दरोगा यादव के पुराने केसों को भी फिर से खोला जाएगा।”
📣 खबरी न्यूज़ की अपील – ज़मीन से बड़ी है ज़िंदगी
खबरी न्यूज़ इस मौके पर सभी नागरिकों से अपील करता है कि ज़मीन के झगड़ों को अदालत या पंचायत के जरिए सुलझाने की कोशिश करें। गुस्से और हथियारों से केवल बर्बादी होती है।
इस घटना ने हमें एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम अब भी इंसानियत से ज्यादा ज़मीन को तवज्जो दे रहे हैं?
🕯️ श्रद्धांजलि और शांति की प्रार्थना
हम दरोगा यादव की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं, साथ ही रमेश और अंशु के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।
🙏 “हिंसा से कुछ नहीं सुलझता, प्रेम और धैर्य ही हैं असली समाधान।”
#BreakingNews #Chandauli #FiringIncident #HistorySheeterKilled #LandDispute #KhabariNews #JusticeForVictims #UttarPradeshCrime
अगर आप इस खबर से जुड़े किसी भी अपडेट की जानकारी चाहते हैं या कोई वीडियो क्लिप साझा करना चाहते हैं, तो हमें खबरी न्यूज़ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फॉलो करें।
📲 [Facebook | Instagram | YouTube | Twitter: @KhabariNewsLive]
✍️ रिपोर्टर: सरदार महेंद्र सिंह | K.C.srivastavs ad. Editor in chief खबरी न्यूज़ ब्यूरो


