

खबरी न्यूज़ नेशनल नेटवर्क
गाजियाबाद। जिले के थाना लोनी क्षेत्र अंतर्गत रूप नगर औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ जिसने निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों की पोल खोलकर रख दी। एक निर्माणाधीन फैक्टरी का लेंटर अचानक भरभरा कर गिर पड़ा, और उस वक़्त अंदर काम कर रहे 10 मजदूरों की जान पर बन आई।
लेंटर गिरते ही मचा हाहाकार
दोपहर के करीब 3 बजे यह हादसा उस समय हुआ जब फैक्टरी की दूसरी मंजिल पर लेंटर डाला जा रहा था। 10 मजदूरों की टीम ऊपर-नीचे दोनों जगह काम कर रही थी। अचानक ही लेंटर का एक हिस्सा ढह गया, और देखते ही देखते पूरा ढांचा मजदूरों समेत नीचे गिर पड़ा।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक लेंटर गिरते ही तेज धमाके की आवाज हुई और धूल का गुबार उठ गया। आसपास के दुकानदार और स्थानीय लोग दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य में जुट गए। लोगों ने खुदाई कर मजदूरों को लेंटर के मलबे से निकाला।


आधा दर्जन मजदूर मलबे में दबे, चार बाल-बाल बचे
इस हादसे में छह मजदूर लेंटर के नीचे दब गए, जबकि चार मजदूर जो लेंटर के ऊपर कार्यरत थे, उन्हें मामूली चोटें आईं। दबे हुए मजदूरों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। मलबे से बाहर निकालते समय मजदूरों की हालत काफी खराब थी। उनके शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें आई थीं और कुछ की हड्डियाँ तक टूट चुकी थीं।
निजी अस्पताल में भर्ती, डॉक्टरों की टीम जुटी
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों की एक टीम लगातार सभी घायलों की निगरानी कर रही है। सूत्रों के अनुसार दो मजदूरों की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया है।
घायलों की पहचान इस प्रकार हुई :
- रामचंद्र यादव (32) – जौनपुर निवासी
- शरीफ खान (29) – बलरामपुर निवासी
- पप्पू कुमार (35) – बिहार निवासी
- कमलेश पासवान (26) – आजमगढ़ निवासी
- इमरान अली (30) – बदायूं निवासी
- राजेश कुमार (40) – गोरखपुर निवासी
चार मजदूर – राजू, नफीस, बबलू और सोनू – जिन्हें हल्की चोटें आईं हैं, को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
प्रशासन मौके पर ,जांच के आदेश
घटना की सूचना मिलते ही थाना लोनी पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। पुलिस ने निर्माणाधीन फैक्टरी को सील कर दिया है और फैक्टरी के मालिक से पूछताछ शुरू कर दी गई है। साथ ही, प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
SDM लोनी राकेश कुमार ने बताया, “घटना दुखद है। प्रारंभिक जांच में लापरवाही सामने आई है। निर्माण कार्य बिना उचित तकनीकी निरीक्षण के चल रहा था। पूरी जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
ठेकेदार और बिल्डर पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय मजदूरों का आरोप है कि बिल्डर और ठेकेदार ने मजदूरों की सुरक्षा के प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखाई। न तो निर्माण स्थल पर किसी इंजीनियर की मौजूदगी थी, न ही कोई सेफ्टी गियर उपलब्ध कराया गया था। मजदूरों को बिना हेलमेट और सेफ्टी बेल्ट के ऊंचाई पर काम करने को मजबूर किया जा रहा था।
एक मजदूर ने बताया, “हमें दिन भर काम पर लगा दिया जाता है। कोई सुरक्षा नहीं दी जाती। इस हादसे से पहले भी कई बार दरारें दिखती थीं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।”
पुराना रिकॉर्ड: पहले भी हो चुके हैं हादसे
गौरतलब है कि रूप नगर औद्योगिक क्षेत्र में पिछले दो वर्षों में तीन बड़े हादसे हो चुके हैं, जिनमें मजदूरों की जान गई है। इसके बावजूद प्रशासन और संबंधित विभागों की निष्क्रियता चिंता का विषय बनी हुई है।
इस क्षेत्र में कई निर्माणाधीन फैक्ट्रियां बिना NOC और इंजीनियरिंग अप्रूवल के चल रही हैं, जहां मजदूरों से न्यूनतम वेतन पर खतरनाक परिस्थितियों में काम करवाया जा रहा है।
सवालों के घेरे में निर्माण प्रणाली
इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर क्यों निर्माण कार्यों में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं होता? क्यों मजदूरों की जान की कोई कीमत नहीं समझी जाती?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बिल्डर सुरक्षा मानकों का पालन करता, और किसी योग्य इंजीनियर की निगरानी में लेंटर डलवाया जाता, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और सामाजिक संगठनों की मांग
घटना के बाद स्थानीय नेताओं ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेता नसीम अंसारी ने कहा, “यह मानवता के खिलाफ अपराध है। मजदूरों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है और सरकार आंखें मूंदे बैठी है।”
वहीं, मजदूर यूनियनों और सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि घायलों को मुआवजा दिया जाए और दोषियों को जेल भेजा जाए।
खबरी न्यूज़ की अपील: मजदूरों के हक की आवाज़ बनें
हमारा वेब पोर्टल सभी पाठकों से अपील करता है कि ऐसे हादसों के खिलाफ आवाज़ उठाएं। मजदूरों की सुरक्षा और सम्मान हर समाज की ज़िम्मेदारी है। यह सिर्फ एक फैक्टरी का लेंटर नहीं गिरा, बल्कि एक सिस्टम की लापरवाही उजागर हुई है।
