चंदौली की एक 16 साल की छात्रा ने मोबाइल की छोटी सी कहासुनी के बाद ऐसा कदम उठा लिया, जिसकी कल्पना भी रोंगटे खड़े कर देती है। मंगलवार को बलुआ थाना क्षेत्र के सैदपुर तीरगांवा पुल पर एक किशोरी ने गंगा में छलांग लगाकर खुद को मौत के हवाले कर दिया।
और वजह? सिर्फ और सिर्फ मोबाइल चलाने को लेकर बहस! आप सोचिए… मोबाइल!
क्या हुआ उस दिन…?
सरौली गांव की रहने वाली नेहा यादव, जो कि जटाधारी इंटर कॉलेज में 11वीं की छात्रा थी, का अपनी चचेरी बहन निधि से मोबाइल चलाने को लेकर हल्की-फुल्की बहस हुई।
कहासुनी बढ़ी, नेहा नाराज़ हुई… और फिर बिना कुछ बोले, साइकिल उठाई और अकेले ही निकल पड़ी।
सीधा पहुँची सैदपुर पुल पर, जहां उसने साइकिल किनारे खड़ी की और…
झपट से गंगा में छलांग लगा दी।
पुल से गुजर रहे कुछ राहगीरों की नजर उस पर पड़ी, और फिर हड़कंप मच गया।
पुलिस और गोताखोरों की रेस… गंगा की लहरें बनीं दीवार
जैसे ही सूचना मिली, मारूफपुर चौकी प्रभारी अमित सिंह पुलिस बल लेकर मौके पर पहुँचे। स्थानीय गोताखोरों की मदद ली गई, लेकिन गंगा की लहरें मानो खुद कोई रहस्य छुपाए बैठी थीं।
शाम ढल गई, सूरज डूब गया, लेकिन नेहा का कुछ पता नहीं चला।
बलुआ थानाध्यक्ष डॉ. आशीष मिश्रा का साफ कहना है:
“मामला घरेलू विवाद का है। किशोरी का मानसिक संतुलन उस समय गड़बड़ा गया और उसने ये आत्मघाती कदम उठाया। तलाश जारी है।”
जिसने जन्म दिया वो नहीं, जिसने पाला उसका दिल टूटा
नेहा के माता-पिता का साया बचपन में ही उठ गया था। बुआ विनोदा देवी ने ही उसे बेटी की तरह पाला। आज वही बुआ गंगा किनारे बदहवासी में बैठी रो रही हैं, बार-बार पूछ रही हैं — “मैंने क्या कमी रखी थी उसकी परवरिश में?”
नेहा का छोटा भाई सुधांशु बुरी तरह से टूटा हुआ है। गांव में मातम पसरा है। हर कोई सन्न है।
एक सवाल – क्या हमने अपने बच्चों से रिश्ता खो दिया है?
एक मोबाइल फोन की लड़ाई में नेहा ने अपनी जान दांव पर लगा दी। क्या हम सच में इतना टूट चुके हैं कि अब बोलचाल के बजाय आत्महत्या को रास्ता बना लिया गया है?
आज एक नेहा गई… कल कौन?
खबरी न्यूज़ की खरी बात:
📢 देखिए साहब, ये खबर सिर्फ खबर नहीं है – ये अलार्म है! अगर आप अपने बच्चे की सुनवाई नहीं कर रहे, अगर घर में संवाद नहीं, सिर्फ आदेश चल रहे, अगर बच्चों की दुनिया बस मोबाइल और तनाव बन चुकी है… तो तैयार रहिए, अगली नेहा आपके घर से भी निकल सकती है।
नेहा को अभी भी तलाशा जा रहा है
👉 पुलिस, NDRF और स्थानीय गोताखोर मिलकर लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। 👉 अभी तक शव बरामद नहीं हुआ है। 👉 प्रशासन की कोशिश है कि नेहा जिंदा मिले – और हम सब दुआ कर रहे हैं।
खबरी की अपील – अब भी वक्त है!
🙏 बात करें… सुनें… समझें… और सबसे ज़रूरी – अपने बच्चों को भरोसा दें कि कोई भी तकलीफ हो, बात करने से हल निकलेगा।
📌 खबर सख्त है, लेकिन सच्चाई से आंख चुराना अब मुमकिन नहीं।
✍️ रिपोर्ट: सरदार महेंद्र सिंह 🌐 खबरी न्यूज़ | www.khabarinews.in 📸 #नेहा_कहानी | #खबर_हटके | #खबरी_स्टाइल