स्पॉन्सरशिप योजना व मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से बदलेगी बच्चों की तक़दीर
चंदौली| खबरी न्यूज़ वेव पोर्टल
जब हालात इंसान को तोड़ने लगते हैं, जब माता-पिता का साया सिर से उठ जाता है, जब गरीबी बच्चों की पढ़ाई, सेहत और भविष्य पर सवालिया निशान लगा देती है — तब सरकार की एक सही योजना किसी नए जीवन की शुरुआत बन सकती है। चंदौली जनपद में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित स्पॉन्सरशिप योजना और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना ठीक उसी उम्मीद का नाम है।
यह योजनाएं उन बच्चों के लिए हैं, 👉 जिनके माता-पिता नहीं रहे 👉 या जो असहाय परिस्थितियों में जीवन जीने को मजबूर हैं 👉 या जिनके अभिभावक गंभीर बीमारी, दिव्यांगता या अत्यंत गरीबी से जूझ रहे हैं
🔴 क्या है स्पॉन्सरशिप योजना?
महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित स्पॉन्सरशिप योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा केवल आर्थिक तंगी के कारण शिक्षा, पोषण और सम्मानजनक जीवन से वंचित न रह जाए।
👉 इस योजना के तहत पात्र बच्चों को ₹4,000 प्रति माह की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाती है। 👉 यह सहायता बच्चों की पढ़ाई, खान-पान, कपड़े, स्वास्थ्य और दैनिक जरूरतों के लिए होती है।
🔵 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना: संकट में संबल
कोरोना काल के बाद शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आज भी उन परिवारों के लिए वरदान है, जहां बच्चे अनाथ या अर्ध-अनाथ हो चुके हैं।
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ पैसा देना नहीं, बल्कि ✔️ बच्चों को शिक्षा से जोड़ना ✔️ उन्हें सामाजिक सुरक्षा देना ✔️ उन्हें अपराध, बाल श्रम और भिक्षावृत्ति से बचाना ✔️ और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर ले जाना है
📌 कितने बच्चों को मिलेगा लाभ?
महिला कल्याण विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार: ➡️ एक परिवार के अधिकतम दो बच्चों को ही इन योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। ➡️ बच्चों की उम्र, पारिवारिक स्थिति और आय मानकों की जांच के बाद ही स्वीकृति दी जाती है।
🌐 ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
अब न दलाल, न दफ्तरों के चक्कर — सरकार ने आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है।
यह पोर्टल मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और स्पॉन्सरशिप योजना — दोनों के लिए मान्य है।
🏢 कहां से मिलेगी जानकारी और सहायता?
यदि किसी आवेदक को आवेदन प्रक्रिया में परेशानी हो, या दस्तावेजों को लेकर कोई भ्रम हो — तो वे सीधे संपर्क कर सकते हैं:
📍 जिला प्रोबेशन कार्यालय, चंदौली
🗣️ जिला प्रोबेशन अधिकारी का बयान
जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार ने खबरी न्यूज़ से बातचीत में बताया:
“महिला कल्याण विभाग की यह योजनाएं उन बच्चों के लिए हैं जो परिस्थितियों के कारण असहाय हो गए हैं। पात्र बच्चों को समय से लाभ मिले, इसके लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया गया है। सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करना अनिवार्य है।”
📄 आवश्यक दस्तावेजों की पूरी सूची
आवेदन के समय निम्नलिखित दस्तावेज अनिवार्य रूप से अपलोड करने होंगे:
🔹 माता-पिता से जुड़े दस्तावेज
✔️ पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र ✔️ माता-पिता दोनों का मृत्यु प्रमाण पत्र (यदि दोनों दिवंगत हों) ✔️ माता या संरक्षक का आय प्रमाण पत्र ✔️ अभिभावक का निवास प्रमाण पत्र
🔹 बच्चे से संबंधित दस्तावेज
✔️ बच्चे का आधार कार्ड ✔️ बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र या हाई स्कूल की मार्कशीट ✔️ बच्चे का स्कूल प्रमाण पत्र ✔️ एनपीसीआई से लिंक बैंक पासबुक (यदि संरक्षक माता है) ✔️ पासपोर्ट साइज फोटो
🔹 विशेष परिस्थितियों में
✔️ दिव्यांगता प्रमाण पत्र (यदि बच्चा दिव्यांग हो) ✔️ असाध्य रोग प्रमाण पत्र (यदि माता/पिता/अभिभावक गंभीर बीमारी से ग्रस्त हों)
🔹 अन्य
✔️ एक वैध मोबाइल नंबर
💔 क्यों जरूरी हैं ये योजनाएं?
आज भी समाज में हजारों बच्चे ऐसे हैं — 🔸 जिनकी पढ़ाई छूट जाती है 🔸 जो बाल श्रम का शिकार बन जाते हैं 🔸 जो गलत संगत में फंस जाते हैं 🔸 या अपराध की दुनिया में धकेल दिए जाते हैं
स्पॉन्सरशिप योजना और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना इन बच्चों के लिए ढाल भी हैं और सहारा भी।
🌱 एक सहायता, एक भविष्य
₹4,000 प्रति माह की राशि किसी बड़े शहर में भले छोटी लगे — लेकिन ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में ➡️ यही राशि बच्चों की स्कूल फीस ➡️ किताब-कॉपी ➡️ यूनिफॉर्म ➡️ दवा-इलाज ➡️ और आत्मसम्मान का आधार बनती है।
🛑 खबरी न्यूज़ की अपील
यदि आपके आसपास कोई ऐसा बच्चा या परिवार है — 👉 जो इस योजना का पात्र हो 👉 लेकिन जानकारी के अभाव में वंचित है
तो यह खबर जरूर शेयर करें। क्योंकि एक शेयर, किसी बच्चे का भविष्य संवार सकता है।
🔥 खबरी न्यूज़ वेव पोर्टल की विशेष टिप्पणी
सरकारी योजनाएं तभी सफल होती हैं जब ✔️ सही जानकारी सही व्यक्ति तक पहुंचे ✔️ समाज जागरूक बने ✔️ और प्रशासन-जनता के बीच भरोसा कायम रहे