
Road Accident
चकिया (चंदौली) – चकिया क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों निर्माण कार्य के चलते सड़क हादसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। विशेषकर Road Accident अब आम होता जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण बोदारा खुर्द के पास का मामला सामने आया है, जहां पर नहर निर्माण के लिए गिराए गए रावीश और पत्थरों ने तीन दिनों में तीन लोगों को घायल कर दिया है।
बिना किसी चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग के अधूरी नहर परियोजना के तहत गिराया गया निर्माण मटेरियल सड़क के एक बड़े हिस्से को ढक चुका है, जिससे रोज़मर्रा के यात्रियों के लिए यह मौत का जाल बन गया है।
लगातार हो रही दुर्घटनाएं – Road Accident in Chakia
ग्रामीणों ने बताया कि Road Accident अब रोज़ की बात हो गई है। सोमवार से लेकर बुधवार तक तीन बड़े हादसे हो चुके हैं। पहले केराडीह के एक बाइक सवार युवक का एक्सीडेंट हुआ, फिर मंगलवार को तियारा के एक युवक की फोर व्हीलर वाहन मलबे में चढ़ गई, और बुधवार को भरूहना मिर्जापुर निवासी विजय चौहान गंभीर रूप से घायल हो गए।
इन घटनाओं के बावजूद प्रशासन मौन है। स्थानीय जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों का रोज इसी मार्ग से आना-जाना होता है, लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान देना उचित नहीं समझा।
बुधवार की घटना – Road Accident का भयावह उदाहरण
बुधवार की शाम 7:15 बजे विजय चौहान, जो मिर्जापुर के भरवाना गांव के निवासी हैं, अपने रिश्तेदार राम निहोर चौहान के यहाँ निमंत्रण में शामिल होने जा रहे थे। जैसे ही वह बोदारा खुर्द के पास पहुंचे, सामने से आ रही गाड़ी की रोशनी उनकी आंखों में चमक गई और सड़क पर पड़े रवीश का ढेर उन्हें दिखाई नहीं दिया। तेज़ गति में बाइक फिसली और वह सीधे मलबे से टकराकर सड़क पर गिर पड़े।
यह एक और गंभीर Road Accident था, जिसकी वजह मात्र लापरवाही थी। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायल विजय को एम्बुलेंस द्वारा जिला संयुक्त चिकित्सालय, चकिया भिजवाया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
मंगलवार की दुर्घटना – Road Accident की पुनरावृत्ति
मंगलवार को भी लगभग इसी स्थान पर एक फोर व्हीलर गाड़ी अनियंत्रित होकर रवीश के ढेर पर चढ़ गई। गाड़ी चालक तियारा गांव का निवासी बताया गया है। गाड़ी को भारी नुकसान पहुंचा, लेकिन सौभाग्य से कोई गंभीर चोट नहीं आई।
यह घटना दर्शाती है कि Road Accident अब किसी एक दिन की बात नहीं रह गई है, बल्कि यह एक श्रृंखला बन चुकी है, जो कब किसी की जान ले ले, कहा नहीं जा सकता।
सोमवार की घटना – चेतावनी की अनदेखी
सोमवार की रात केराडीह निवासी एक युवक बाइक से अपने घर लौट रहा था। उसी जगह पर अचानक उसकी बाइक सड़क पर पड़े मलबे से टकरा गई। युवक सड़क पर गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। इस तरह के लगातार Road Accident ग्रामीणों को भयभीत कर चुके हैं।
ग्रामीणों की पीड़ा – Road Accident से उभरा आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि नहर निर्माण के लिए गिराया गया मटेरियल बिना किसी योजना के सड़क पर डाल दिया गया है। न कोई चेतावनी बोर्ड, न कोई लाल झंडी, और न ही रात के समय प्रकाश की कोई व्यवस्था। इस लापरवाही ने Road Accident को एक आम संकट बना दिया है।
बोदारा खुर्द, पचवनिया, तियारा और केराडीह के ग्रामीणों में इस लापरवाही के खिलाफ आक्रोश है। वे मांग कर रहे हैं कि निर्माण एजेंसी को निर्देशित किया जाए कि वह या तो मलबा हटाए या फिर उचित चेतावनी व्यवस्था लागू करे।
जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की चुप्पी
चौंकाने वाली बात यह है कि जिस मार्ग पर यह Road Accident हो रहे हैं, उस पर प्रतिदिन जनप्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी और ठेकेदार कई बार आते-जाते हैं। लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। न मलबा हटाया गया है, न ही कोई वैकल्पिक रास्ता बनाया गया है।
समाधान की आवश्यकता
इस पूरे प्रकरण से एक बात स्पष्ट है – यदि जल्द ही मलबा हटाकर सड़क को साफ नहीं किया गया और उचित संकेतक नहीं लगाए गए, तो Road Accident के मामले और गंभीर हो सकते हैं। यह न केवल प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि यह जनता की जान से खिलवाड़ भी है।
Road Accident केवल खबर नहीं, चेतावनी है
चकिया क्षेत्र में हो रहे लगातार हादसे केवल आंकड़े नहीं हैं, वे प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का आईना हैं। Road Accident अब सिर्फ सड़क की खराबी की वजह से नहीं हो रहे, बल्कि यह व्यवस्था की विफलता का परिणाम हैं।
आवश्यक है कि जिम्मेदार एजेंसियां तत्काल हरकत में आएं, और सड़क से राबिस हटाया जाए, संकेतक लगाए जाएं और सड़क को पूर्ण रूप से सुरक्षित बनाया जाए, ताकि Road Accident की पुनरावृत्ति न हो।