
खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क चकिया‚चंदौली।
जब पूरा नगर ठंड से कांप रहा था, जब कोहरा सड़कों पर छाया था और आम लोग रजाइयों में सिमटे थे—उसी वक्त नगर को साफ, सुरक्षित और रहने लायक बनाए रखने वाले सफाई कर्मचारी रोज़ की तरह ड्यूटी पर थे।
ऐसे हालात में आदर्श नगर पंचायत चकिया ने जो कदम उठाया, वह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि संवेदनशील प्रशासन और मानवीय सोच की मजबूत तस्वीर बन गया।
चकिया नगर पंचायत में हाड़ कंपाती ठंड से राहत देने के उद्देश्य से सभी सफाई कर्मचारियों और सफाई नायकों को जाड़े की गर्म वर्दी प्रदान की गई।
इस दौरान 72 सफाई कर्मियों और 4 सफाई नायकों को विधिवत रूप से वर्दी दी गई।
यह दृश्य साधारण नहीं था—यह उन हाथों को सम्मान देने का दृश्य था, जो हर सुबह नगर की गंदगी उठाते हैं, लेकिन अक्सर खुद सिस्टम में अनदेखे रह जाते हैं।
पहले सम्मान, फिर सुविधा—यही बदली सोच
कार्यक्रम की सबसे खास बात रही उसका क्रम।
सबसे पहले सभी सफाई कर्मियों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
इसके बाद जाड़े की वर्दी सौंपी गई।
यह सिर्फ औपचारिकता नहीं थी, बल्कि एक स्पष्ट संदेश था—
👉 आप पहले सम्मान के पात्र हैं, फिर कर्मचारी।
जैसे ही वर्दी कर्मचारियों के हाथों में आई, ठंड से जूझते चेहरों पर राहत और आत्मसम्मान की मुस्कान साफ दिखाई दी। कई कर्मियों ने पहली बार खुद को नगर व्यवस्था का हिस्सा नहीं, बल्कि उसकी पहचान महसूस किया।
EXCLUSIVE: पहली बार पूरी यूनिट एकसाथ, एक वर्दी में
चकिया नगर पंचायत के इतिहास में यह पहली बार हुआ, जब
- सभी सफाई कर्मचारी
- सभी सफाई नायक
- एक मंच पर
- एक जैसी जाड़े की वर्दी में
नज़र आए।
यह दृश्य सिर्फ फोटो का नहीं था, बल्कि सिस्टम में समानता और एकता का प्रतीक बन गया।
वरिष्ठ कर्मियों ने बताया कि वर्षों की सेवा में उन्होंने ऐसा सामूहिक सम्मान पहले कभी नहीं देखा।
विधायक कैलाश आचार्य का दो टूक संदेश
कार्यक्रम में मौजूद चकिया विधायक कैलाश आचार्य ने स्पष्ट शब्दों में कहा—
“सफाई कर्मचारी किसी भी नगर की रीढ़ होते हैं। अगर ये सुरक्षित, स्वस्थ और सम्मानित रहेंगे, तभी नगर स्वच्छ और स्वस्थ रहेगा। ठंड में जाड़े की वर्दी देना हमारा नैतिक और प्रशासनिक दायित्व है।”
उन्होंने कहा कि यह पहल आगे भी जारी रहेगी और सफाई कर्मियों की सुविधाओं में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव: ‘ये कर्मचारी नहीं, नगर परिवार हैं’
नगर पंचायत चकिया के चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव ने भावुक लेकिन सशक्त बयान दिया—
“जब पूरा नगर सोता है, तब ये लोग काम करते हैं। इसलिए ये सिर्फ कर्मचारी नहीं, हमारे नगर परिवार का हिस्सा हैं। इनकी चिंता करना हमारी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने कहा कि चकिया को आदर्श नगर पंचायत बनाने का मतलब सिर्फ योजनाएं नहीं, बल्कि जमीन पर इंसानियत दिखाना है।


एसडीएम/ईओ विनय कुमार मिश्र का प्रशासनिक पक्ष
उपजिलाधिकारी चकिया / अधिशासी अधिकारी विनय कुमार मिश्र ने कहा—
“ठंड में काम करने वाले सफाई कर्मियों को सुरक्षा देना केवल मानवीय दृष्टिकोण नहीं, बल्कि कार्यक्षमता बढ़ाने का व्यावहारिक कदम भी है।”
उन्होंने बताया कि यह निर्णय फील्ड रिपोर्ट और कर्मचारियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर लिया गया।

महिला सफाई कर्मियों के लिए खास राहत
कार्यक्रम में मौजूद महिला सफाई कर्मियों के लिए यह पहल और भी खास रही।
उन्होंने कहा—
“ठंड में काम करना हमारे लिए ज्यादा मुश्किल होता है, आज पहली बार लगा कि हमें भी समझा गया।”
वर्दी की गुणवत्ता और फिटिंग पर विशेष ध्यान दिया गया—जो आमतौर पर नजरअंदाज कर दिया जाता है।
सफाई कर्मियों की जुबानी—‘आज सच में सम्मान मिला’
किसी ने कहा—
“अब ठंड में बीमारी नहीं सताएगी।”
तो किसी ने भावुक होकर कहा—
“आज लगा कि हमारा काम भी मायने रखता है।”
यही प्रतिक्रियाएं इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि बन गईं।
इस दौरान लिपिक राकेष रोषन, ना0रा0मो0/सफाई इंचार्ज एकरामुल हक, सभासद बादल सोनकर, केषरी नन्दन, रवि गुप्ता, उमेष चैहान, विजय वर्मा, कमलेष यादव, अरमदीप मोदनवाल, सभासद प्रतिनिधि तहसीन खान, सुरेष सोनकर, विजय विष्वकर्मा, संदीप गुप्ता, रिंकू मोदनवाल सहित प्रकाष विष्वकर्मा, दीपक चैहान, मुकेष श्रीवास्तव, नारायन, अनुपम सहित सभी सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।
नगर में बनी सकारात्मक चर्चा
कार्यक्रम के बाद चकिया नगर में इसकी जमकर चर्चा रही।
लोगों का कहना है कि—
“अगर सफाई कर्मी खुश और सुरक्षित रहेंगे, तो शहर खुद-ब-खुद साफ रहेगा।”
खबरी न्यूज़ निष्कर्ष
यह कार्यक्रम साबित करता है कि
विकास सिर्फ इमारतों से नहीं, इंसानियत से होता है।
हाड़ कंपाती ठंड में
चकिया ने सिर्फ जाड़े की वर्दी नहीं दी—
👉 सम्मान दिया
👉 सुरक्षा दी
👉 एक उदाहरण दिया
खबरी न्यूज़ टैगलाइन (VIRAL CLOSER):
जो शहर को साफ रखते हैं,
आज शहर ने उन्हें सम्मान की गर्माहट दी।
— खबरी न्यूज़ | चकिया, चन्दौली


