


✍️ खबरी न्यूज टीम अवधेश द्विवेदी ‚ त्रिनाथ पांडेय Editor-in-Chief: एडवोकेट के.सी. श्रीवास्तव
🌊 मौत बनकर टूटा पानी का सैलाब
चकिया तहसील क्षेत्र के बहेलियापुर गांव में आज सुबह का नजारा किसी कयामत से कम नहीं था। तेज पानी के दबाव ने बहेलियापुर बंधी को तोड़ डाला और पलक झपकते ही सैकड़ों बीघा धान की फसल जलसमाधि ले बैठी।
ग्रामीणों का मातम, औरतों की चीखें और बच्चों का आर्तनाद… चारों ओर सिर्फ़ त्रासदी का सन्नाटा पसरा हुआ था।



⚡ सिंचाई विभाग की नींद और बंधी का रिसाव
ग्रामीणों का आरोप है कि शनिवार से ही बंधी में रिसाव शुरू हो गया था। उन्होंने बार-बार अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन सिंचाई विभाग का रवैया सिर्फ़ कागज़ी खानापूर्ति तक सीमित रहा।
गांव वालों का कहना है—
“जेई हरेन्द्र कुमार साहब को तो बस फाइलों और पैसों से मतलब है। अगर वे ईमानदारी से निरीक्षण करते तो आज हमें बर्बाद न होना पड़ता।”

🚩 विधायक और भाजपा जिला अध्यक्ष मौके पर
जैसे ही त्रासदी की खबर फैली, चकिया विधायक कैलाश आचार्य और भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह मौके पर पहुंचे।
विधायक आचार्य ने मौके पर साफ कहा—
“ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं होगी। जो भी अधिकारी दोषी पाया जाएगा, उसे सख्त सजा मिलेगी।”
💔 किसानों की चीख – “धान डूबा, सपना टूटा”
गरला निवासी धीरज श्रीवास्तव व आस पास के किसानो ने नम आंखों से कहा—
“हमने कितनी बार कहा, बंधी की मरम्मत करा दीजिए। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज हमारी मेहनत की फसल, हमारे बच्चों का भविष्य सब पानी में बह गया।”
🏚️ जलप्लावन से तबाही – गांव डूबा, घर डूबे
- खेत बने तालाब
- घरों में चूल्हे ठंडे
- मवेशी फंसे
- बच्चे भूखे
पूरे इलाके का मंजर किसी आपदा फिल्म से कम नहीं।
🔥 जनता का आक्रोश – जेई की बैंड बजाई
गांव के लोगों ने जेई हरेन्द्र कुमार पर खुलकर आरोप लगाया—
“ये भ्रष्ट अधिकारी ही असली गुनहगार हैं। पैसा डकारते हैं और गांव वालों को बर्बाद होने के लिए छोड़ देते हैं।”
लोगों की भीड़ ने यहां तक कह दिया—
“ये दंडनीय अपराध है, हम इन्हें माफ़ नहीं करेंगे।”
🚓 प्रशासन की एंट्री – DM-SP समेत आला अफसर मौके पर

इस भीषण घटना की खबर जैसे ही जिले तक पहुंची, जिलाधिकारी चन्द्रमोहन गर्ग, पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे, उपजिलाधिकारी चकिया विनय कुमार मिश्रा और सीओ चकिया सहित तमाम बड़े अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे।
डीएम चन्द्रमोहन गर्ग ने बंधी टूटने की जगह का निरीक्षण करते हुए साफ कहा—
“प्रशासन हर संभव मदद के लिए तैयार है। किसानों को किसी भी हाल में अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।”
उन्होंने साथ ही यह भी चेतावनी दी—
“अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।”
उनके इस बयान ने मौके पर मौजूद किसानों को थोड़ी राहत जरूर दी, लेकिन गुस्सा और आक्रोश अब भी कायम है।
📸 खबरी न्यूज की लाइव ग्राउंड रिपोर्ट
हमारी टीम ने जब बहेलियापुर का हाल देखा तो आंखें भर आईं—
- धान के खेत समुंदर बने
- महिलाएं छाती पीटते रो रही थीं
- किसान अपनी किस्मत को कोस रहे थे
- बच्चे “धान-धान” चिल्लाते हुए पानी के किनारे खड़े थे
यह केवल खबर नहीं, बल्कि एक जीवित त्रासदी है।
🔔 खबरी न्यूज की मांग
एडिटर-इन-चीफ एडवोकेट के.सी. श्रीवास्तव ने कहा—
- दोषियों पर फौरन कार्रवाई हो
- किसानों को तुरंत मुआवजा मिले
- बंधी की मरम्मत युद्ध स्तर पर शुरू हो
- सिंचाई विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच हो
🌾 किसानों का आक्रोश – आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा—
“अगर 24 घंटे में ठोस कदम नहीं उठाए गए तो हम सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।”
🕯️ बहेलियापुर बना आपदा का गवाह
आज बहेलियापुर गांव किसानों की तबाही और विभागीय भ्रष्टाचार का जीता-जागता सबूत बन गया है।
हर कोई पूछ रहा है—
“क्या हमारी मेहनत का कोई मोल नहीं? क्या हमारे आंसुओं का कोई हिसाब नहीं?”
#BahaliyapurBandhi #KisanKiBarbadi #ChakiaFlood #BandhiDivisionCorruption #KhabariNews
✍️ रिपोर्टिंग: खबरी न्यूज टीम चकिया
👨⚖️ एडिटर-इन-चीफ: एडवोकेट के.सी. श्रीवास्तव




