— रिपोर्ट: Khabari News टीम • मार्गदर्शन: संपादक–इन–चीफ के.सी. श्रीवास्तव (Advocate)
🌅 चकिया की सुबह, वाराणसी की साँसें, और इतिहास रचने वाला वह दिन…
यह कोई आम दिन नहीं था, यह वह दिन था जब चकिया और वाराणसी की धरती पर गौरव, प्रेरणा और सम्मान का महासंगम उतरा।
Media Trust of India का Lifetime Achievement Award 2025—सिर्फ अवार्ड नहीं, बल्कि समाज की जीवित विरासतों का महामहोत्सव था।
जैसे ही कार्यक्रम स्थल पर रोशनी जली, पंडाल के कोने-कोने में बैठे लोग महसूस कर रहे थे—
“आज हम इतिहास लिखते नहीं, इतिहास को होते हुए देख रहे हैं।”
और जब मंच पर पहुंचे—
उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) – आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन— श्री दयाशंकर मिश्रा ‘दयालु गुरु’,
तब पूरा वातावरण तालियों, जोश और सम्मान की आवाज़ों से गूंज उठा।
दर्शक दीर्घा में बैठे बुजुर्ग मुस्कुरा रहे थे…
युवा अपने हीरोस को लाइव देख रहे थे…
और हमारे KHABARI के ग्राउंड रिपोर्टर कह रहे थे:
“आज चकिया–वाराणसी सच में चमक उठा है।”
🏅 11 महाविभूतियाँ — जिनका योगदान सिर्फ ज़िंदगी नहीं, ज़माने बदल देता है
Media Trust of India की चयन समिति ने months नहीं… सालों की उपलब्धियों को तौला, लोगों के जीवन से जुड़े प्रभावों को समझा, और तब जाकर इस अद्वितीय सूची को तैयार किया। यह किसी VIP सूची की तरह नहीं, बल्कि जन-जन की पसंद और समय की कसौटी पर खरे उतरे महापुरुषों की सूची थी।

1️⃣ डॉ. वी.पी. सिंह — 60 वर्षों की चिकित्सा सेवा का वह दीपक जो अब भी जल रहा है
अगर चकिया की धरती पर कोई नाम “दवा” नहीं बल्कि “दुआ” बन गया है, तो वह हैं—
डॉ. वी.पी. सिंह।
60 साल से…
हज़ारों मरीज…
अनगिनत रातें…
और शायद उतने ही चमत्कार।
सादगी इतनी कि अपने क्लिनिक के सामने खड़े होकर लोग कहते—
“डॉक्टर साहब आएंगे तो जिंदगी लौट आएगी।”
Lifetime Honor 2025 जब उनके हाथों में गया…
पूरा हॉल खड़ा हो गया।
यह सम्मान उनके लिए नहीं—चकिया के हर उस मरीज के लिए था, जिनकी धड़कन कभी डॉक्टर साहब के भरोसे चलती थी।

2️⃣ प्रो. उमेश सिंह — ललित निबंध के अक्षर–ऋषि
अगर हिंदी साहित्य में “ललित निबंध” नाम की कोई पवित्र नदी है,
तो उसके उफान, उसकी धारा, और उसकी गहराई—
प्रो. उमेश सिंह हैं।
खखड़ा, चंदौली जैसे भूगोल से निकलकर अंतरराष्ट्रीय साहित्य मंच पर अपना स्थान बनाना…
यह साधारण काम नहीं।
उनकी लेखनी ने छात्रों के दिल बदले, समाज के विचार बदले, और हिंदी भाषा को अभूतपूर्व ऊँचाई दी।
Media Trust of India ने उन्हें सम्मानित कर न केवल व्यक्ति, बल्कि हिंदी साहित्य की पूरी आत्मा को सम्मानित किया।

3️⃣ ‘वृक्ष बंधु’ डॉ. परशुराम सिंह — वह आदमी जिसने धरती को सांसें दीं
राष्ट्रपति सम्मान, राज्यपाल सम्मान, मुख्यमंत्री सम्मान…
देश–विदेश के मंचों पर गूँजता नाम—
वृक्ष बंधु।
कटवां माफी से निकलकर हजारों पेड़ों को जीवन देने वाले इस महापुरुष ने वह कर दिखाया जो न सरकार कर सकी, न कोई संस्था।
पेड़ उनके लिए पौधे नहीं,
संतान हैं।
और आज जब दुनिया पर्यावरण संकट से जूझ रही है, तब Media Trust of India ने इस धरा–रक्षक को Lifetime Achievement Award देकर असल में धरती माता को सम्मान दिया।

4️⃣ डॉ. नागेन्द्र सिंह — पत्रकारिता का महामंत्र लिखने वाले निदेशक
वाराणसी की पवित्र धरती पर स्थित महामना मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ निर्देशक—
डॉ. नागेन्द्र सिंह,
जिन्होंने पत्रकारिता को “TRP की दौड़” से निकालकर “सत्य के मार्ग” पर वापस लाने की शिक्षा दी।
हजारों पत्रकार आज भी उनके सिद्धांतों पर चलते हैं।
और KHABARI NEWS की टीम तो उन्हें यह कहती है:
“गुरुदेव! आपने वह पत्रकारिता सिखाई, जिसमें कलम बिकती नहीं—बल्कि बोलती है।”

5️⃣ डॉ. गीता शुक्ला — चकिया की ‘मदर टेरेसा’
वह मुस्कुराती हैं,
वरदान देती हैं,
और पूरा शहर कहता है—
“दीदी आयीं हैं… अब सब अच्छा होगा।”
डॉ. गीता शुक्ला ने समाज सेवा को पदक नहीं,
व्यवहार बनाया।
गरीब हो, बीमार हो, असहाय हो—
दरवाजा उनका हमेशा खुला रहता है।
आज उन्हें Lifetime Honor मिला, लेकिन
हर घर–हर दिल ने उन्हें पहले ही Lifetime Love दे रखा है।

6️⃣ श्री भूपेन्द्रनाथ सिंह — कारगिल युद्ध का वह मौन योद्धा, जिसकी आवाज़ गोला-बारूद बनकर पहाड़ों तक पहुँची
अगर कारगिल युद्ध की जीत की कहानी लिखी जाएगी,
तो उसमें मोर्चे पर लड़ते जवान भी होंगे…
और मोर्चे के पीछे खड़े श्री भूपेन्द्रनाथ सिंह भी होंगे।
आयुध निर्माण फैक्ट्री (पुणे) में GM के रूप में अकेले दम पर सप्लाई 4 गुना बढ़ाना,
क्या यह साधारण है?
नहीं भाई साहब…
यह तो राष्ट्र-सेवा की पराकाष्ठा है।
इमिलिया, चंदौली का यह बेटा आज भी छाती ठोककर कह सकता है—
“मैंने देश के जवानों के हाथ में गोलाबारूद कम नहीं होने दिया।”
Media Trust of India का सम्मान उनके लिए नहीं—
कारगिल की उस बर्फ़ के लिए है जिसे आज भी उनका नाम गरम करता है।

7️⃣ दिनेश चंद्र — राजभाषा का वह दीप जो शब्दों में संस्कार जगाता है
सेवा निवृत्त राजभाषा अधिकारी…
पर दिल अभी भी हिंदी के लिए धड़कता है।
उनकी कलम ने सरकारी दफ्तरों में हिंदी को वह प्रतिष्ठा दी जिसे आज भी लोग मिसाल मानते हैं।
वह कहीं भी जाते तो लोग कहते—
“हिंदी आई है… सम्मान अपने साथ लायी है।”

8️⃣ चन्द्रभान जी — वह शिक्षक जो खुद एक विद्यालय हैं
राज्यपाल सम्मानित…
सेवा निवृत्त प्राथमिक शिक्षक…
लेकिन सेवा?
कभी निवृत्त नहीं।
अपने पैसे से दो शिक्षक नियुक्त करना,
और स्वयं भी बिना पारिश्रमिक के पढ़ाना…
ऐसा शिक्षक मिल जाए तो गाँव तर जाता है।
उनकी कहानी सुनकर लोग भावुक हो गए—
“यह है शिक्षा की सच्ची पूजा।”

9️⃣ डॉ. विनय प्रकाश तिवारी — वित्त दुनिया का चमकता सितारा और Daddy’s International School के CMD
YouTube पर लाखों लोग इन्हें सुनते हैं…
IT कॉलेज इनके सेशन को गौरव मानते हैं…
और ट्रेडिंग की दुनिया में इनके विश्लेषण को “शास्त्र” कहा जाता है।
उनका Khabari से लगाव
दिल से—सिर से—आत्मा से है।

🔟 शीतला प्रसाद राय — आजीवन पत्रकारिता का तपस्वी
पत्रकारिता केवल नौकरी नहीं,
यह आग है—
और शीतला प्रसाद राय उसी आग में तपकर सोना निकले हैं।
उन्होंने पत्रकारिता को जीवन दिया, और जीवन को पत्रकारिता।
आज भी लोग कहते हैं—
“राय साहब की खबर मतलब सच की गारंटी।”

1️⃣1️⃣ नीरज गुप्ता — मार्शल आर्ट का भारत–विजेता
कई देशों में गोल्ड मेडल…
भारत का नाम बुलंद…
और चकिया–वाराणसी का यह लाल जब मंच पर आया,
तो बच्चों और युवाओं की तालियों ने पूरा हॉल हिला दिया।
नीरज गुप्ता वह नाम है जो कहता है—
“गांव का बेटा भी दुनिया जीत सकता है।”

🌟 समारोह का स्वर्णिम क्षण
मंत्री दयालु गुरु का संबोधन…
Media Trust of India के प्रतिनिधियों का भावुक संदेश…
और सम्मान पाते व्यक्तित्वों की आँखों में नमी…
यह सब मिलकर एक ही वाक्य में बंध गया—
“आज समाज ने अपने सच्चे नायकों को पहचान लिया।”
**🔥 यह खबर क्यों वायरल होगी?
क्योंकि यह सिर्फ लेख नहीं,
एक–एक शब्द भावनाओं का ताना-बाना है।**
चकिया के लोग पढ़ेंगे—गर्व करेंगे।
वाराणसी पढ़ेगा—छाती चौड़ी करेगा।
और सोशल मीडिया पर यह पोस्ट ऐसे उड़ेगी…
जैसे सम्मान का झंडा हवा में।
KHABARI NEWS • एक भाव • एक जज़्बा • एक आवाज़
— संपादक–इन–चीफ के.सी. श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में प्रस्तुत यह विशेष रिपोर्ट 2025 की सबसे भावुक, सबसे प्रभावशाली और सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली पोस्ट होने जा रही है।
