



🔴 Khabari News Chakia Exclusive Social Media Report 🔴📍Editor-in-Chief: Advocate K.C. Shrivastava | टीम रिपोर्टिंग: RPF-DDU, चाइल्डलाइन
खबरी न्यूज नेशनल न्यूज नेटवर्क डीडीयू नगर ‚चंदौली।
👉 कहानी दर्द की भी है, डर की भी है… पर सबसे ज़्यादा भरोसे की है – भरोसा RPF पर, भरोसा सिस्टम पर और भरोसा उस इंसानियत पर जो गुम हो चुके बच्चों को फिर से घर का रास्ता दिखाती है।
🚨 पश्चिम बंगाल से ग़ायब लड़की की खबर पर डीडीयू में अलर्ट – और फिर हुआ चमत्कार!
आज दिनांक 17 जून 2025, समय सुबह का – गाड़ी संख्या 12987 अप जैसे ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर पहुंचने वाली थी, ठीक उसी वक़्त रेलवे सुरक्षा बल (RPF) डीडीयू को कंट्रोल रूम और इंस्पेक्टर प्रभारी से एक अति महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त होती है।
पश्चिम बंगाल के थाना जयगांव, जिला अलीपुरद्वार के पुलिस अधिकारी मृणाल राय ने सूचित किया कि उनकी सीमा से एक 17 वर्षीय लड़की ग़ायब है और आशंका है कि वह 12987 अप ट्रेन में सफर कर रही है।
👮♀️ महिला उप निरीक्षक अर्चना मीना और जे.एन. राय ने नहीं छोड़ी कोई कसर
सूचना मिलते ही RPF टीम सक्रिय हो जाती है। महिला उप निरीक्षक अर्चना कुमारी मीना, उप निरीक्षक जे. एन. राय और उनकी टीम तत्परता से 12987 ट्रेन के सामान्य कोच की जाँच करते हैं। इसी दौरान उन्हें दो नाबालिग – एक लड़की और एक लड़का – अकेले बैठे मिलते हैं।
जब उनसे पूछताछ की जाती है, तब सामने आता है कि:
- लड़की की उम्र 17 वर्ष है, जो थाना हसिम आरा, जिला अलीपुरद्वार, पश्चिम बंगाल की निवासी है।
- वहीं लड़का भी लगभग 17 वर्ष का है और थाना जीवनतला, जिला मखालतला, पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।
💔 “बिना बताए घर से निकले थे…” – एक मासूम कबूलनामा
दोनों को RPF पोस्ट डीडीयू लाया गया और चाइल्ड हेल्पलाइन डीडीयू के साथ मिलकर इनकी काउंसलिंग की गई।
बातचीत में सामने आया कि ये दोनों घर से बिना किसी को बताए निकल आए थे। कोई ठिकाना नहीं, कोई योजना नहीं – बस नासमझी और जज़्बातों में बहकर ये दोनों नाबालिग सफर पर निकल पड़े थे।
📞 जब जयगांव थाने को जानकारी दी गई, तो भावनाओं का सैलाब बह निकला
RPF और चाइल्ड हेल्पलाइन ने तत्परता दिखाते हुए जयगांव थाना, अलीपुरद्वार को सूचना दी। थाने से तत्काल जवाब आया कि उनके परिजन और अधिकारी डीडीयू पहुंच रहे हैं बच्चों को लेने।
इस संवाद ने वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया – एक ओर कर्तव्य की जीत थी, तो दूसरी ओर दो बच्चों की सुरक्षा की गारंटी।
👶 चाइल्ड लाइन के हवाले, सुरक्षित संरक्षण में इंतज़ार उनके अपनों का
RPF-DDU ने पूरी मानवीयता के साथ दोनों नाबालिगों को डीडीयू चाइल्डलाइन के सुपुर्द कर दिया है, जहां उनकी उचित देखरेख की जा रही है। साथ ही, पश्चिम बंगाल पुलिस के अधिकारी बच्चों को वापस ले जाने के लिए रवाना हो चुके हैं।
⚖️ मामला दर्ज, कानूनी प्रक्रिया तेज – लेकिन मानवीयता सबसे ऊपर
इस पूरे घटनाक्रम पर जयगांव थाना, अलीपुरद्वार में धारा 137(2) और 140(3) के तहत विधिक प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। यह क़ानून के तहत अनिवार्य कदम है, लेकिन प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा और पुनर्वास को दी जा रही है।
📸 फोटो सर्च से लेकर काउंसलिंग तक – RPF की मिसाल बनती कार्यशैली
🔹 फोटो के आधार पर कोच में सर्च
🔹 नाबालिगों को सहजता से पहचानना
🔹 बिना विलंब की काउंसलिंग
🔹 बच्चों की भावनात्मक स्थिति को समझते हुए हर क़दम पर मानवीय संवेदना
RPF डीडीयू और चाइल्ड हेल्पलाइन डीडीयू की टीम ने यह साबित कर दिया कि सिर्फ़ ट्रेन की सुरक्षा नहीं, बल्कि हमारे बच्चों का भविष्य भी उनके कंधों पर है।
📢 Khabari News की विशेष अपील – अगर कोई बच्चा ग़ायब हो जाए, तो तुरंत करें रिपोर्ट
🔸 ग़ायब बच्चों की जानकारी छिपाना नहीं, सिस्टम पर भरोसा करें।
🔸 रेलवे पुलिस, चाइल्ड हेल्पलाइन और ज़िला प्रशासन मिलकर एक नई उम्मीद बन सकते हैं।
🔸 हर सूचना, हर प्रयास किसी मासूम को उसके माँ-बाप की गोद तक लौटा सकता है।
💬 संपादकीय टिप्पणी – K.C. Shrivastava (एडवोकेट, चीफ एडिटर)
“ये सिर्फ़ दो बच्चों की कहानी नहीं, ये उस सिस्टम की भी कहानी है जो आज भी काम कर रहा है…जो आज भी जागता है ताकि कोई मासूम हमेशा के लिए खो न जाए। RPF-DDU की टीम को Khabari News की तरफ़ से सलाम – ये पत्रकारिता भी देख रही है और समाज भी।”
👉 Khabari News | Wave Portal | Emotions with Action
👉 “नाम नहीं, काम बोलता है – यही है RPF डीडीयू की असली पहचान।”


