खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क चकिया‚चन्दौली।
समन्यू महाविद्यालय चकिया में गूंजा सबसे बड़ा मतदाता जागरण,
ब्रांड एम्बेसडर डॉ. परशुराम सिंह, ‘चकिया की कही जाने वाली मदर टेरेसा’ डॉ. गीता शुक्ला और मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सचिव व खबरी न्यूज़ चीफ एडिटर के.सी. श्रीवास्तव (एड.) ने दिखाई राह


कार्यक्रम की शुरुआत—माँ वीणावादिनी के तैलचित्र पर माल्यार्पण, दीप–प्रज्वलन और सरस्वती वंदना ने भरा पवित्र ऊर्जा
समन्यू महाविद्यालय चकिया का सभागार बुधवार की सुबह किसी त्योहार से कम नहीं लगा।
कार्यक्रम के आरंभ में मंच पर स्थापित माँ वीणावादिनी के तैलचित्र पर
मुख्य अतिथियों और महाविद्यालय परिवार द्वारा माल्यार्पण किया गया।
सुगंधित पुष्पों की महक और शांत वातावरण ने कार्यक्रम को दिव्य बना दिया।
इसके बाद सभी विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप–प्रज्वलन किया गया।
दीप की लौ जैसे-जैसे ऊँची उठती गई,
वैसे-वैसे सभागार में बैठी छात्राओं की आँखें चमकती गईं—
मानो लोकतंत्र का प्रकाश आज हर मन में प्रवेश कर रहा हो।
दीप प्रज्वलन के तुरन्त बाद
महाविद्यालय की मेधावी छात्राओं ने
मधुर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
उनकी आवाज़ इतनी दिव्य थी कि पूरा माहौल
कुछ क्षणों के लिए किसी गुरुकुल जैसी पवित्रता में डूब गया।

🎤 “प्रश्नकाल” बना कार्यक्रम का सबसे जीवंत क्षण—छात्राएँ बोलीं:
“हम ही नया लोकतंत्र हैं, हम नाम ज़रूर जुड़वाएँगी!”**
सरस्वती वंदना के बाद शुरू हुआ विशेष सत्र—प्रश्नकाल।
जैसे ही मीडिया ट्रस्ट आफ इंडिया के सचिव व खबरी के चीफ एडिटर के सी श्रीवास्तव एडव ने छात्राअेां से पूछा—
“कौन अपना नाम मतदाता सूची में अपडेट करा चुका है?”
पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा।
छात्राओं ने एक के बाद एक हाथ उठाते हुए कहा—
- “हमने फॉर्म-6 ऑनलाइन भर दिया है।”
- “हम घर की महिलाओं के भी नाम जुड़वा रहे हैं।”
- “डिजिटल ऐप में परेशानी होती है तो BLO से तुरंत संपर्क करते हैं।”
- “हम गांव की लड़कियों को भी साथ में जागरूक कर रही हैं।”
ये जवाब किसी साधारण कार्यक्रम का हिस्सा नहीं थे—
ये महिलाओं की लोकतांत्रिक क्रांति की शुरुआत थी।
मंच पर बैठे सभी अतिथियों के चेहरे खिल उठे।
स्पष्ट था—इस बार बदलाव महिलाएँ लिखेंगी।

डॉ. गीता शुक्ला — ‘चकिया की कही जाने वाली मदर टेरेसा’ का भावुक और प्रेरक संबोधन
सामाजिक सेवा और महिला शिक्षा की अग्रणी,
डॉ. गीता शुक्ला को सम्मानपूर्वक “चकिया की मदर टेरेसा” कहा जाता है।
उनका संबोधन सुनकर सभागार में बैठे छात्रों की आँखें नम हो गईं।
उन्होंने कहा—
“मतदान केवल उंगली पर स्याही नहीं,
यह आपकी आत्मा का हस्ताक्षर है।
एक वोट किसी परिवार की तकदीर बदल सकता है,
समाज की दिशा बदल सकता है।”
उन्होंने छात्राओं की प्रशंसा करते हुए कहा—
“आज की बेटियाँ सिर्फ पढ़ नहीं रहीं,
वे लोकतंत्र को अपनी मुट्ठी में लेकर आगे बढ़ रही हैं।”
पूरी सभा तालियों से गूंज उठी।

🌟 ब्रांड एम्बेसडर डॉ. परशुराम सिंह का जोशीला संबोधन—
“नाम अगर सूची में नहीं है, तो आपका अस्तित्व अधूरा है”**
जनपद चंदौली के चुनाव आयोग के आधिकारिक ब्रांड एम्बेसडर,
डॉ. परशुराम सिंह ने अत्यंत सशक्त, भावनात्मक और जोशीले शब्दों में कहा—
“एक जागरूक मतदाता हजार अनपढ़ों के बराबर ताकत रखता है।
अपना नाम सूची में दर्ज कराना
देश के प्रति सबसे बड़ा योगदान है।”
उन्होंने डिजिटल फॉर्म्स, एप्लिकेशन और चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध सुविधाओं का
सरल भाषा में प्रदर्शन किया।
छात्राएँ लगातार नोट कर रहीं थीं—
जैसे वे सिर्फ सुन नहीं रहीं,
बल्कि इस अभियान की “सैनिक” बन रही हों।
उन्होंने आगे कहा—
“आज चकिया की लड़कियों ने जो उत्साह दिखाया है,
वह पूरे प्रदेश के लिए संदेश है कि
लोकतंत्र की असली मशाल अब युवाओं के हाथ में है।”


🌟 मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया एवं खबरी न्यूज़ के सचिव/चीफ एडिटर
के.सी. श्रीवास्तव (एड.) का सबसे प्रभावशाली संबोधन
कार्यक्रम का सबसे शक्तिशाली,
सबसे भावनात्मक और सबसे ज्यादा तालियों से स्वागत वाला भाषण
रहा के.सी. श्रीवास्तव (एड.),
जो मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सचिव और खबरी न्यूज़ के चीफ एडिटर हैं।
उनकी आवाज़, उनकी शैली और उनकी बातों ने
पूरा माहौल बदल दिया।
उन्होंने कहा—
“वोट सिर्फ अधिकार नहीं,
यह वो हथियार है जिससे आप
भ्रष्टाचार, अन्याय और अंधेरों को खत्म कर सकते हैं।
युवा उठेगा, तो देश बदलेगा।”
उन्होंने फेक न्यूज पर विशेष चेतावनी देते हुए कहा—
“सोशल मीडिया का दौर है,
लेकिन सच सिर्फ सरकारी पोर्टल, BLO और प्रशासन से मिलता है।”
उनके भाषण पर सभागार तालियों से भर उठा।
के.सी. श्रीवास्तव एड. ने जानकारी भी दी—
कैसे युवक और युवतियाँ गलतियों से बचते हुए
फॉर्म-6, 7, 8 और 8A भर सकते हैं।
अंत में उन्होंने शपथ दिलाते हुए कहा—
“हम सब मिलकर मतदाता जागरूकता को
आंदोलन की तरह फैलाएँगे।
लोकतंत्र हम हैं—और हमारे बिना अधूरा है।”
और पूरा सभागार एक साथ बोला—
“हम मतदान ज़रूर करेंगे!” S.I.R को भरने व आस पास के लोगो को भरवाने में मदद करेंगे।

खबरी न्यूज़ प्रतिनिधि रामयश चौबे का युवा–केंद्रित संदेश
खबरी न्यूज़ टीम के सक्रिय और जमीनी रिपोर्टर
रामयश चौबे ने कहा—
“हम गांव-गांव जाकर युवाओं को जोड़ रहे हैं। एस आई आर के कार्यक्रम को आगे बढा रहे है।
चकिया की छात्राएँ जिस जोश में आगे आई हैं,
वह पूरे जिले के लिए मिसाल है।”
उनका संदेश छोटा था, पर प्रभाव बड़ा।

🌟 महाविद्यालय परिवार का योगदान —




शैलेश पांडेय के ऐतिहासिक शब्द**
महाविद्यालय परिवार की ओर से
शैलेश पांडेय ने कहा—
“कॉलेज सिर्फ पढ़ाई का केंद्र नहीं,
यह जागरूकता का जनमस्थान है।
हम हर छात्र से अपील करते हैं कि
वह कम से कम 10 लोगों का नाम S.I.R की सूची में जोड़वाए।”
छात्रों ने इस बात पर तालियों से प्रतिक्रिया दी। इसके बाद जागरूकता के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चला।
एम.टी.आई. के सक्रिय सदस्य विनोद श्रीवास्तव ने कहा—
‘जागरूकता नहीं, यह जन-क्रांति है।’**
मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सदस्य
विनोद श्रीवास्तव ने कहा—
“आज जो माहौल हम देख रहे हैं,
यह सिर्फ कार्यक्रम नहीं—यह जन-क्रांति की शुरुआत है।”

कार्यक्रम में मौजूद MTI टीम—
सुधांशु जायसवाल, अजय उर्फ शिवजी, विनय पांडेय, ताजीमुद्दीन सहित दर्जनों कार्यकर्ता**
मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया की टीम
कार्यक्रम में लगातार सक्रिय रही।
सुधांशु जायसवाल,अजय उर्फ शिवजी,विनय पांडेय,ताजीमुद्दीन,
और अन्य सभी सदस्यों ने
पूरे कार्यक्रम के संचालन, व्यवस्था और कवरेज में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इनकी मौजूदगी ने कार्यक्रम को
और अधिक संगठित, प्रभावशाली और यादगार बनाया।

🌟 छात्राओं की गूंज—
“हम जागरूक हैं—हम तैयार हैं—हम वोट ज़रूर डालेंगे”**
पूरे कार्यक्रम की जान थीं—
महाविद्यालय की छात्राएँ।
उनके जोश,उनकी आवाज़,उनके सवालऔर उनका आत्मविश्वास स्पष्ट कह रहा था—
“इस बार बदलाव पक्का है।”
🌟 सामूहिक मतदाता शपथ—
सभागार में गूंज उठा लोकतंत्र का सबसे सुंदर वाक्य**
कार्यक्रम के अंत में
मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सचिव
के.सी. श्रीवास्तव (एड.)
ने सभी को सामूहिक शपथ दिलाई—
“हम भारत के जागरूक नागरिक
अपने नाम को मतदाता सूची में सही दर्ज कराएँगे
और शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करेंगे।”
छात्राओं की आवाज़ में इतना दम था
कि सभागार गूंज उठा।
🌟 आखिरकार समारोह का वह पल भी आया
“चकिया ने नया इतिहास लिखा…
यह सिर्फ जागरूकता नहीं, लोकतंत्र की नई सुबह है।”**
इस भव्य, भावनात्मक और ऐतिहासिक कार्यक्रम का संदेश स्पष्ट था—
- युवा जाग चुका है
- महिलाएँ आगे बढ़ चुकी हैं
- मीडिया ट्रस्ट ऑफ इंडिया और खबरी न्यूज़ टीम मैदान में है
- ब्रांड एम्बेसडर, सामाजिक कार्यकर्ता और प्रशासन एक साथ खड़े हैं
- मतदाता सूची अपडेट आंदोलन बन चुका है
चकिया के समन्यू महाविद्यालय ने आज सिद्ध कर दिया—
“लोकतंत्र का असली मंदिर किताबों के बीच नहीं,
जागरूक युवाओं के दिलों में बसता है।”


