



“प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर – महिलाओं को मिल रहा सम्मान और समान अवसर” – राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य
भोजपुरी में भावनाओं से भरा संबोधन, लोकतंत्र सेनानी का मंच पर सम्मान, और पीपल-बेल के पौधों से पर्यावरण संरक्षण का संदेश




चकिया, चंदौली।
शुक्रवार का दिन चकिया के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। आदर्श नगर पंचायत चकिया के वार्ड नंबर 9, विभूति नगर स्थित गायत्री शक्तिपीठ में जैसे ही पं. श्रीराम शर्मा आचार्य मेमोरियल गेट का लोकार्पण हुआ, पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। यह सिर्फ लोकार्पण नहीं था—यह सम्मान था एक विचार, एक संकल्प, और एक युगपुरुष के प्रति श्रद्धांजलि का।
और जब इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने असम प्रदेश के राज्यपाल महामहिम लक्ष्मण आचार्य, तो मानो चकिया की मिट्टी का गौरव और बढ़ गया। उनके साथ मंच पर मौजूद थे चकिया विधायक कैलाश खरवार, भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह, नगर पंचायत चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव, ‘वृक्ष बंधु’ डॉ. परशुराम सिंह, जिला महामंत्री उमाशंकर सिंह और भाजपा के सैकड़ों समर्पित कार्यकर्ता।

✨ पुलिस का गार्ड ऑफ ऑनर – गरिमा और सम्मान का दृश्य
गायत्री शक्तिपीठ के प्रांगण में प्रवेश करते ही महामहिम राज्यपाल को पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पल भर के लिए माहौल में सैन्य अनुशासन और गरिमा का अद्भुत संगम महसूस हुआ। प्रशासनिक अमला पूरी सजगता के साथ मौजूद था। नगर में जगह-जगह स्वागत द्वार और फूलों की सजावट की गई थी।

🎙 राज्यपाल का भावनाओं से भरा संबोधन
कार्यक्रम का संचालन कर रहे अशोक द्विवेदी एडवोकेट ने जैसे ही मंच से राज्यपाल को आमंत्रित किया, लोगों की आंखों में एक अलग ही चमक थी।
महामहिम लक्ष्मण आचार्य ने मंच पर आते ही भोजपुरी में जनमानस को संबोधित करते हुए कहा—
“हमरा ई माटी से जुड़ल अपनापन अइसन बा कि एहिजा आके मन प्रसन्न हो जाला। हमार जीवन के बहुतेक समय चकिया में बीतेल बा। एहिजा के लोगन के स्नेह, प्यार आ अपनापन हमरा के हमेशा मोहित करेला। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास कर रहल बा। महिलन के सम्मान, सुरक्षा आ समान अवसर आज हकीकत बन गइल बा।”

लोकतंत्र सेनानी का सम्मान
संबोधन के बीच में राज्यपाल ने मंच से ही एक भावुक पल रचा। लोकतंत्र सेनानी कृष्णानंद पांडे (निवासी हाजीपुर) को मंच पर बुलाकर शॉल और स्मृति चिह्न से सम्मानित किया।
सभागार में मौजूद हर आंख उस पल गर्व से चमक रही थी—यह सम्मान सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि लोकतंत्र की उस ज्वाला का था जो कठिन दौर में भी बुझी नहीं।
🏛 भाजपा नेताओं के भावपूर्ण वक्तव्य
चकिया विधायक कैलाश खरवार ने कहा—
“महामहिम राज्यपाल का चकिया आगमन हम सबके लिए गर्व का विषय है। यह सिर्फ राजनीतिक संबंध नहीं, बल्कि आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है।”
जिला अध्यक्ष काशीनाथ सिंह ने पुराने संघर्ष दिनों को याद करते हुए कहा—
“संगठन निर्माण के दिनों में आचार्य जी का सहयोग कभी नहीं भूल सकते। उनका कार्यकर्ताओं के प्रति अपनापन हमें और जोड़ता है।”
नगर अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव ने कहा—
“आचार्य जी हमारे लिए सदैव गार्जियन के रूप में रहे हैं, जिन्होंने हर मोड़ पर मार्गदर्शन दिया।”

🌱 वृक्षारोपण से दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
राज्यपाल असम लक्ष्मण आचार्य ने बृक्ष बंधु’ डॉ. परशुराम सिंह के साथ गायत्री शक्तीपीठ पर पीपल और बेल के पौधे लगाकर संदेश दिया कि संस्कार और पर्यावरण—दोनों का संरक्षण समान रूप से जरूरी है। उन्होंने कहा—
“गायत्री मंदिर के पास लगाया गया ये वृक्ष आने वाली पीढ़ियों को छाया और जीवन देंगे।”
🌀 सस्पेंस और सुरक्षा – पूरा नगर प्रशासन अलर्ट मोड में
कार्यक्रम की भव्यता के साथ-साथ सुरक्षा के इंतजाम भी कड़े रहे। उपजिलाधिकारी विन कुमार मिश्रा के दिशा निर्देश पर पूरे वार्ड में पुलिस बल की तैनाती, मुख्य मार्गों पर बैरिकेडिंग, और वीआईपी रूट पर प्रभारी निरीक्षक अजुॅन सिंह के नेतृत्व में पेट्रोलिंग—सबने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि समारोह बिना किसी बाधा के संपन्न हो।

🎉 कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख हस्तियां
मंच और परिसर में मौजूद रहे—
सुषमा जायसवाल, प्रभात जायसवाल, सुशील कुमार पांडे, शिवरतन गुप्ता, विनीत प्रजापति, चन्द्रेश सिंह एडवोकेट,प्रमोद कुश्वाहा‚राममूरत कुश्वाहा‚ शिवजनम जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, रामदुलारे गोंड, राजाराम मौर्य, सीमा गुप्ता, शुभम मोदनवाल, छत्रबलि सिंह, संतोष खरवार, कैलाश जायसवाल, शीतला आचार्य‚राघवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व प्रमुख शिवेंद्र प्रताप सिंह, दिव्या जायसवाल,समेत सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता और नागरिक।
📸 सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पल
समारोह के दौरान ली गईं तस्वीरें और वीडियो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर छा गईं। #GovernorInChakia, #GayatriShaktipith, और #AcharyaMemorialGate जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
💬 अंत में – भावनाओं से लबरेज विदाई
कार्यक्रम के अंत में जब राज्यपाल महोदय विदा लेने लगे, तो कई कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने भावुक होकर कहा—
“आचार्य जी, आपका आशीर्वाद और स्नेह हमें हमेशा मिलता रहे—यही हमारी कामना है।”
राज्यपाल ने मुस्कुराते हुए सबका हाथ थामा और आशीर्वाद दिया। जाते-जाते उन्होंने पुनः कहा—
“चकिया मेरा घर है—मैं यहां बार-बार आऊंगा।”
भाजपा जिलाउपाध्यक्ष के मिलकर किया शोक संवेदना ब्यक्त
गायत्री शक्तिपीठ के कार्यक्रम की समाप्ती के बाद भाजपा के जिलाउपालध्यक्ष के भाई की निर्मम हत्या किये जाने को लेकर उनके आवास पर गये और उनके परिजनों से मिलकर शोक संवेदना ब्यक्त की और ढांढस बधाया।
खबरी न्यूज़ इस ऐतिहासिक अवसर को न सिर्फ एक समाचार के रूप में, बल्कि स्थानीय गौरव, राजनीतिक प्रतिबद्धता, और सांस्कृतिक जुड़ाव की मिसाल के तौर पर दर्ज कर रहा है।


