



महिला आरोपी समेत 15 गिरफ्तार”
🚨 Khabari News | प्रधान संपादक: के.सी. श्रीवास्तव (एडवोकेट)
🔴 “फेसबुक पर शुरू हुई दोस्ती, क्रिप्टो के झांसे में 10 लाख डूबे, और फिर खुली 10 करोड़ की अंतरराष्ट्रीय साजिश की परतें…”
चंदौली/दिल्ली | विशेष रिपोर्ट — Khabari News नेटवर्क
दिल दहला देने वाली साइबर ठगी की एक ऐसी पटकथा सामने आई है जिसमें मासूम भरोसे को डिजिटल चोरों ने दरिंदगी से रौंद डाला। जहां फेसबुक मैसेंजर पर हुई एक नज़र-अंदाज़ करने लायक चैट से शुरू हुई कहानी, अब भारत के साथ-साथ चीन तक जा पहुंची है।
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने “रेड्डी अन्ना एप” के माध्यम से चलाए जा रहे एक अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश किया है जिसमें यूपी के चकिया और मिर्जापुर जैसे छोटे शहरों से जुड़े 3 युवाओं समेत 6 साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है। इस ठगी में अब तक ₹10 करोड़ रुपये की चपत लगाने की पुष्टि हुई है।
💣 ‘इन्वेस्ट करो, करोड़पति बनो’ — फेसबुक माफिया की मायाजाल
दिल्ली निवासी एक कारोबारी को फेसबुक मैसेंजर पर एक अंजान महिला का मैसेज आता है —
“Hi Sir, मैं एक ट्रेंड क्रिप्टो एनालिस्ट हूं, यूएसडीटी में निवेश करिए, कुछ ही हफ्तों में रिटायरमेंट प्लान सेट हो जाएगा।”
पीड़ित ने पहले नजरअंदाज किया, लेकिन बार-बार आए प्रोफेशनल मैसेज और WhatsApp कॉल के बाद जबरदस्त लालच जागा।
उसे USDT (क्रिप्टो टोकन) ट्रेडिंग में निवेश का झांसा दिया गया। उसने करीब ₹10 लाख रुपये एक नकली एप में डाल दिए, जहां उसके वॉलेट में बार-बार फर्जी प्रॉफिट दिखाया जाने लगा।
जब पीड़ित ने पैसे निकालने चाहे, तो कहा गया —
“सर, 30% क्लियरेंस चार्ज दीजिए, फिर पैसा निकलेगा।”
इसी दौरान उसे ठगे जाने का अहसास हुआ और फिर उसने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया।
🚔 चकिया-मिर्जापुर से निकले डिजिटल ठग, दिल्ली में बने “Crypto Mafia”
जैसे ही जांच शुरू हुई, कई हैरान करने वाली जानकारियां सामने आने लगीं।
दिल्ली पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
🔹 हिमांशु बैसोया (23) – पिलंजी, कोटला मुबारकपुर, दिल्ली
🔹 अविनाश वर्मा (20) – वार्ड नंबर 11, चकिया, चंदौली
🔹 आलोक सिंह (30) – ग्राम भदेवल, जमालपुर, मिर्जापुर
🔹 गरिमा सिंह – भदेवल, जमालपुर, मिर्जापुर
🔹 सिमरनजीत सिंह उर्फ लवी (28) – जैतपुर, दिल्ली
🔹 कमल इंसां (29) – दिल्ली
👉 चकिया और मिर्जापुर जैसे कस्बों से जुड़े युवक अब दिल्ली की हाईटेक ठग मंडली में शामिल होकर करोड़ों की ठगी कर रहे थे।
💻 5 मोबाइल, 1 लैपटॉप और 4 पासबुक — ‘हाईटेक फ्रॉड’ की चौंकाने वाली रिकवरी
पुलिस टीम ने आरोपियों के पास से बरामद किया:
- 5 स्मार्टफोन
- 1 लैपटॉप
- 4 अलग-अलग बैंकों की पासबुक
- क्रिप्टो लेन-देन से जुड़े संदिग्ध ट्रांजेक्शन
👉 इन डिवाइसेज की फॉरेंसिक जांच के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई है।
👉 जल्द ही डेटा एनालिसिस के ज़रिए गिरोह के अन्य ठिकानों, फर्जी खातों और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का पता लगाया जाएगा।
🌐 गिरोह के तार चीन से जुड़े, ‘रेड्डी अन्ना एप’ बना भारत का डिजिटल दुश्मन
इस पूरी जांच में सबसे बड़ा खुलासा ये रहा कि गिरफ्तार गिरोह के तार चीन के साइबर अपराधियों से जुड़े हैं।
जांच में सामने आया कि ‘रेड्डी अन्ना एप’ के जरिए भारत के भीतर अलग-अलग शहरों में गिरोहों ने फर्जी दफ्तर खोलकर ठगी को अंजाम दिया।
🧨 गिरोह का सरगना ‘गन्नी’ फिलहाल दुबई में छिपा है।
पुलिस उसे इंटरपोल और भारत सरकार के जरिए देश वापस लाने की कोशिश में है।
👉 सूत्रों के मुताबिक गन्नी ने कई चीनी एप्स और डार्कनेट प्लेटफॉर्म के जरिए भारत के अंदर डिजिटल ठगी का मजबूत नेटवर्क बिछाया।
🧠 सोशल इंजीनियरिंग — ठगी का नया हथियार
ये ठगी केवल तकनीक से नहीं, मानव मनोविज्ञान से खेल कर की जाती है —
- भरोसा
- लालच
- तत्काल लाभ का प्रलोभन
- दिखावटी प्रॉफिट स्क्रीशॉट
गरिमा सिंह, जो इस रैकेट की एक प्रमुख महिला सदस्य थी, अक्सर महिलाओं के नाम पर फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों से संपर्क करती थी।
उसके जरिए ही कई निवेशकों को USD T ट्रेडिंग एप में फंसाया गया।
🧍♀️ पीड़ित की पीड़ा — “मेरे बच्चों की पढ़ाई, मेरी माँ की दवा सब कुछ लुट गया…”
“मेरे पति ने रिटायरमेंट फंड से 10 लाख निकाले थे। एक अच्छी जिंदगी के सपने देखे थे… मगर सब खत्म हो गया। अब हम दो वक़्त की रोटी को मोहताज हैं।”
— पीड़िता की पत्नी, Khabari News से बात करते हुए
कई पीड़ित तो अब डिप्रेशन में हैं।
कुछ ने कर्ज लेकर पैसे निवेश किए थे।
अब बैंक का नोटिस, कर्ज की ईएमआई और रिश्तेदारों का ताना उनके जीवन को नर्क बना रहा है।
📲 जनता के नाम एडिटर-इन-चीफ की अपील — “सोशल मीडिया का अंधा भरोसा न करें!”
🖋️ Khabari News के प्रधान संपादक के.सी. श्रीवास्तव (एडवोकेट) की जनता से भावनात्मक अपील:
“आज चकिया के नौजवान दिल्ली में बैठकर देश को ठगने लगे हैं और चीन की साजिश में मोहरा बन गए हैं। अब वक्त है जागने का। सोशल मीडिया पर अजनबी के मैसेज को ‘Hi’ कहना भी आपके घर को बर्बाद कर सकता है। सतर्क रहें, जागरूक रहें। प्रशासन का सहयोग करें — और ऐसी घटनाओं की खबर Khabari News को दें, ताकि हम आवाज़ बन सकें।”
🕵️ जांच जारी: 10 करोड़ से ज्यादा की ठगी की आशंका, इंटरपोल से संपर्क संभव
- अब तक की ठगी का आंकड़ा ₹10 करोड़ पार कर चुका है
- कई अन्य राज्यों से भी पीड़ित सामने आ रहे हैं
- CBI और इंटरपोल से संपर्क की प्रक्रिया शुरू
- सरगना गन्नी को लाने के लिए भारत सरकार की कूटनीतिक तैयारी शुरू
📌 ये सिर्फ साइबर क्राइम नहीं, ये आपके भविष्य की डकैती है…
चीन से लेकर चकिया तक फैला यह साइबर माफिया अब भारत की आर्थिक सुरक्षा को चुनौती दे रहा है।
यह गिरोह केवल पैसे नहीं लूटता, लोगों का भरोसा, आत्मविश्वास और भविष्य भी छीन लेता है।
📢 अगर आपको भी ऐसा कोई मैसेज या कॉल आए तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें।
या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
🛑 Khabari News की रिपोर्टिंग टीम अलर्ट मोड पर है —
अगर आपके पास ऐसा कोई केस हो तो हमें भेजिए, हम प्रशासन तक आपकी आवाज़ पहुंचाएंगे।
📷 रिपोर्ट: Khabari News विशेष टीम |
📍 Location: चकिया, चंदौली | दिल्ली | मिर्जापुर | जैतपुर

