
बहादुरपुर-रतनपुर की बाढ़ त्रासदी पर पहुंचे मंत्री संजीव गोंड – उम्मीद की किरण बने प्रभारी मंत्री
✍️ Editor-in-Chief: KC Shrivastava (Advocate)
🔴 “जिसकी ज़मीन बह गई, वो कहां खड़ा होगा?”
5 अगस्त 2025 | खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क, चंदौली —
गंगा का पानी अब सिर्फ नदी नहीं रहा, वह अब खेतों, घरों, स्कूलों और दिलों में उतर आया है। नियामताबाद ब्लॉक के गांव बहादुरपुर और रतनपुर में बाढ़ की चपेट में आए सैकड़ों परिवार अब राहत चौकियों में किसी चमत्कार की उम्मीद में बैठे हैं।
और ऐसे समय में जब आसमान से राहत की एक बूंद भी नहीं टपक रही थी, ज़मीन पर उतरे माननीय राज्य मंत्री श्री संजीव गोंड। समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के साथ-साथ चंदौली जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में उन्होंने बहादुरपुर और रतनपुर का दौरा कर न सिर्फ हालात देखे, बल्कि पीड़ितों की आंखों में उतरती उम्मीद भी पढ़ी।



🧭 जब मंत्री ने खुद बाढ़ चौकी में बैठकर सुनी पीड़ितों की कहानी
कंपोजिट विद्यालय बहादुरपुर में स्थापित राहत चौकी में जब मंत्री जी पहुंचे, तब वहां 291 से अधिक पीड़ित पहले से मौजूद थे। कोई अपनी दादी का हाथ थामे बैठा था, तो कोई भीगी किताबों के ऊपर बैठा अपना भविष्य ढूंढ रहा था।
“खाना मिल रहा है, पर घर नहीं है…”
एक महिला की यह बात सुनकर मंत्री जी ठहर गए। उन्होंने पीड़ितों से सीधे संवाद किया और पूछा –
“क्या सभी को खाना, पानी, दवा सब कुछ ठीक से मिल रहा है?”
भीड़ में से एक बुज़ुर्ग उठे –
“मंत्री जी, सरकार हमसे दूरी नहीं बना रही, ये बहुत है। आप आए, ये बहुत बड़ी बात है। दवा, खाना सब ठीक है, पर मकान बह गए हैं। अब हम जाएंगे कहां?”
🏚️ मिट्टी के मकानों के ढहने से बेघर हुए सैकड़ों – क्या मिलेगा नया आशियाना?
बाढ़ की मार सबसे पहले उन्हीं पर पड़ती है जिनके पास कमजोर छत और मिट्टी की दीवारें होती हैं। इस त्रासदी में दर्जनों ऐसे परिवार सामने आए, जिनके मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं।
इसपर मंत्री संजीव गोंड ने भरोसा दिलाया –
“ऐसे सभी पीड़ितों को चिन्हित कर, आवास योजना के तहत नया घर दिया जाएगा। कोई भी बेघर नहीं रहेगा।”
यह घोषणा सुनकर राहत शिविर में सन्नाटा टूट गया। कई आंखों में पहली बार मुस्कान झलकी।

🚨 रतनपुर में भी बाढ़ चौकी बनाने की मांग – मंत्री ने दिए तत्काल आदेश
रतनपुर के ग्रामीणों ने जब मंत्री जी से अपील की कि उनके गांव में भी राहत चौकी बनाई जाए, तो उन्होंने तुरंत जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग को निर्देशित किया –
“SDM और संबंधित अफसर तत्काल मौके पर पहुंचे और रतनपुर में राहत चौकी की स्थापना सुनिश्चित करें।”
डीएम ने आदेश दिया और राहत कार्य तेज़ कर दिए गए। यह वह प्रशासनिक फुर्ती थी, जिसकी लोग बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे थे।

💬 विधायक रमेश जायसवाल की भावुक अपील – “धर्म-जाति नहीं, मानवता को ज़िंदा रखना है”
मा. विधायक मुगलसराय से रमेश जायसवाल भी मंत्री जी के साथ मौके पर पहुंचे। राहत शिविर में मौजूद लोगों से उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा –
“यह वक्त सेवा का है। न हिन्दू, न मुसलमान, न यादव, न राजपूत… हम सब सिर्फ इंसान हैं। मिलकर इस आपदा से लड़ना है।”
उनके शब्दों ने वहां बैठे सैकड़ों लोगों को भावुक कर दिया।
🔍 अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश – कोई कोताही बर्दाश्त नहीं
निरीक्षण के दौरान मंत्री जी ने कहा –
“खाद्यान्न, दवा, स्वच्छ जल, साफ-सफाई – हर क्षेत्र में ‘Zero Compromise’ किया जाए। पशुओं के लिए चारा, शुद्ध पानी और सुरक्षित स्थान की तुरंत व्यवस्था हो।”
डीएम चंद्र मोहन गर्ग, एसपी आदित्य लांघे, एसडीएम अनुपम मिश्रा, पीडी डीआरडीए बी.बी. सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह सहित सभी अफसर मौके पर मौजूद थे और लगातार निर्देशों पर अमल कर रहे थे।
🌱 “सरकार अकेली नहीं, समाज भी साथ चले” – केसी श्रीवास्तव की अपील
Editor-in-Chief KC Shrivastava (Advocate) ने Khabari News के ज़रिए जनता से अपील की –
“यह बाढ़ सिर्फ एक प्राकृतिक आपदा नहीं, यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी का इम्तिहान है। आइए, हम सब मिलकर अपने गांव, अपने लोगों, अपने प्रदेश को राहत दें। आगे बढ़ें, मदद करें – यही असली देशभक्ति है।”
🧾 सरकारी योजनाएं जो सक्रिय की गईं:
- प्रधानमंत्री आवास योजना – जिनके मकान टूटे, उन्हें मिलेगा आवास
- राशन कार्ड धारकों को 15 दिन का एडवांस खाद्यान्न
- विशेष मेडिकल कैंप – जलजनित रोगों से बचाव हेतु
- पशु स्वास्थ्य शिविर – गाय-भैंस के टीकाकरण के लिए
- स्कूलों में पढ़ाई पुनः शुरू कराने की तैयारी
🛑 सावधानियां व अपील:
🔺 पानी में न उतरें जब तक प्रशासनिक निर्देश न मिले
🔺 बिजली के खंभों से दूरी बनाएं
🔺 मदद करने वाले स्वयंसेवकों का सम्मान करें
🔺 राहत सामग्री वितरण में भीड़ न लगाएं
🔺 रात में गांव के वरिष्ठ नागरिकों के साथ रहें
✊ निष्कर्ष – जब मंत्री खुद बनें जनता की ढाल
बाढ़ आई है, पर हिम्मत भी। नुकसान हुआ है, पर उम्मीद बाकी है। मंत्री श्री संजीव गोंड ने मौके पर पहुंचकर सिर्फ औपचारिकता नहीं निभाई, बल्कि यह दिखा दिया कि सरकार सिर्फ लखनऊ या दिल्ली में नहीं, गांव के हर राहत चौकी में मौजूद है।
📢 #KhabariCallToAction
🙏 अगर आप इस संकट में सहायता देना चाहते हैं, तो ज़िला प्रशासन से संपर्क करें। आपकी छोटी सी मदद किसी की जिंदगी बदल सकती है।
🖋️ लेख: Khabari News संपादकीय टीम
📍 स्थान: बहादुरपुर, रतनपुर, नियामताबाद, चंदौली
📷 फोटो/वीडियो: Khabari Ground Team



