
सरकार कर रही दोषपूर्ण बिलों का निस्तारण, उन्नत ग्राहक सेवा के साथ रुकी नहीं रहेगी कोई शिकायत!



खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क
उत्तर प्रदेश, 20 जुलाई 2025। ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की हवा बह रही है। अब बिजली उपभोक्ताओं के लिए सरकार ने एक बड़े और मजबूत संदेश के साथ दोहारी राहत की घोषणा की है! बिजली उपभोक्ताओं को गलत या अधिक बिल के बोझ से राहत देने के उद्देश्य से शुरू किए गए “बिल सुधार मेगा कैम्प” की अवधि बहुत बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं की सहभागिता के चलते बढ़ा दी गई—और यह निर्णय उपभोक्ताओं के हित में अगले सोमवार और मंगलवार (21 एवं 22 जुलाई) तक लागू रहेगा!
📌 बिल सुधार मेगा कैम्प: क्यों है यह जरूरी?
बिजली बिलों में ग़लतियां एक जटिल समस्या बन चुकी हैं—भार वृद्धि, मीटर ट्रिप, खराब या डिफेक्टिव मीटर, विधा परिवर्तन आदि की वजह से उपभोक्ता अक्सर अधिक बिल का सामना करता है। जब उपभोक्ता शिकायत दर्ज करने बिजली कार्यालय पहुंचते हैं, तब अक्सर पुराने कागजात की माँग से उन्हें कई चक्कर काटने पड़ते हैं। लेकिन अब, ऐसे तमाम परेशानियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (UPPCL) द्वारा यह मेगा कैम्प आयोजित किया गया है, ताकि:
- 🧾 गलत बिलों का सुधार
- 🔧 खराब मीटरों का निराकरण
- ⚙️ नई संयोजन की इंस्टॉलेशन
- ➕ भार वृद्धि की शिकायतें संभालना
- 🔼 विधा परिवर्तन (पूर्व – पश्चात उपभोग श्रेणी) में सहायता
- 💸 बिल जमा करने में सुविधा
- 🛠️ अन्य बिजली से संबंधित शिकायतों का तुरंत समाधान
जैसे तमाम कार्य एक ही छत के नीचे अब हो सकते हैं – जिससे उपभोक्ता अल्पतम प्रयास में बिना अधिक कागजी जंजट के समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
🗓️ अब कैम्प 21 और 22 जुलाई को भी चलेगा
नियमित रूप से चल रहे “बिल सुधार मेगा कैम्प” शनिवार (19 जुलाई) को समाप्त हो रहे थे। लेकिन जनता की भारी भागीदारी और समस्याओं का बढ़ता दबाव देखते हुए, UPPCL अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने तुरंत एक वक्त पर “एक्शन प्लान” तैयार किया और घोषणा की कि यह कैम्प सोमवार एवं मंगलवार के लिए 21 एवं 22 जुलाई तक विस्तार किया जा रहा है। ताकि:
- जितने भी शिकायत अंकित हो चुके हो उन्हें पूर्ण रूप से निपटाया जा सके।
- अभी तक बिल संबंधी दायां-गलत प्रकरण लंबित पड़े हों, उनका समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
- उपभोक्ता को दिख सके कि विभाग लगातार उनकी सेवा में है।
💡 कैम्प में मिल रहे ये सुविधाएँ
उपयोगकर्ताओं के लिहाज से कैम्प में तैनात-किए जा रहे सेवा कार्य थोड़े-से उदाहरण:
- “नई संयोजन” – अतिरिक्त तार, उपभोग वृद्धि व नई मीटर की इनस्टॉलेशन की परेशानी का निस्तारण।
- “भार वृद्धि” के लिए मीटर रीडिंग का सत्यापन व बिल की गणना का नवीनीकरण।
- “खराब मीटर” – मीटर खराब/रुकावट प्रकरण उठाकर तुरंत बदलाव या टेस्टिंग का निर्देश।
- “बिल संशोधन” – पुराने बिलों में ग़लत रीडिंग / कैटिगरी इत्यादि के अलगाव से उत्पादित अधिक बिल की समीक्षा।
- “विधा परिवर्तन” – घर, कृषक, व्यावसायिक विधा बदलते समय आवश्यक कागजी कार्यवाही, बिना उपभोक्ता को बार-बार दस्तावेज देने पर अधारित प्रक्रियाएं।
- “बिल जमा करना” – स्टेशन पर बिल जमा करने की सुविधा ताकि उपभोक्ता बैंक या बैतुल खजाना जा कर परेशान न हों।
- अन्य शिकायतें – जैसे चरमाहा लाइन लोच, ट्रिपिंग, सप्लाई का नियमित समय टूटना, वोल्टेज की गड़बड़ी आदिवानगी (timing- out करे) को भी तुरंत फॉलो-अप किया जाए।
🗣️ डॉ. आशीष गोयल की अपील
Megha Camp के विस्तार की घोषणा के साथ-साथ, UPPCL अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने प्रदेश भर के सभी बिजली उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि:
- ⚡ इस मौके का पूरा लाभ उठाएँ।
- गलत बिल का समाधान करवाएँ, ताकि बाद में अतिरिक्त बकाया राशि का बोझ उत्पन्न न हो।
- बकाया बिल जल्द से जल्द जमा करें, ताकि आपूर्ति निर्बाध बनी रहे।
- डॉ. बोलते हैं—‘यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि उपभोक्ता की परेशानियों का सामना कम से कम प्रयासों में हो, और सुविधा अति सुचारु रूप से हो!’
उन्होंने सभी अधिकारियों को “1912 उपभोक्ता सेवा नंबर” पर आने वाली शिकायतों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए हैं, ताकि किसी एक भी मामले का निस्तारण लम्बित न रहे। यानी विभाग खुद इस प्रक्रिया में लगा रहेगा, और उपभोक्ता को लगातार अपडेट मिलेगी।
📋 “अब कोई अतिरिक्त दस्तावेज नहीं” – नया निर्देश
गुद पर आश्चर्यचकित उपभोक्ताओं के लिए और अच्छा समाचार है—UPPCL ने जारी किए नए निर्देश, जिनमें स्पष्ट कहा गया है कि अब किसी तरह की बिजली सेवा–सम्बंधित शिकायतों में उपभोक्ताओं से अतिरिक्त दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे, सिवाय ‘चेंज ऑफ टाइटल’ (नामांतरण) प्रक्रिया के लिए। बाकि सभी कार्य – जैसे मीटर त्रुटि, ब्लिल संशोधन, भार वृद्धि इत्यादि – कंपनी अपने रिकॉर्ड के आधार पर निपटाएगी।
इस नीति को लेकर कारपोरेशन की एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक संपन्न हुई, जिसमें मुख्य अभियंता, निदेशक, प्रबंध निदेशक सहित वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद थे। सभी ने इस बदलाव को “समयानुकूल और उपभोक्ता हित में जरूरी” बताया।
📞 शिकायत समाधान का सिस्टम: विभागिक रिकॉर्ड पर भरोसा
मुख्यालय स्तर से स्पष्ट संकेत जारी हुए कि उपभोक्ता हमेशा बाल-बाल बचा है—उन्हें ऑफिस में जाकर एक–दो दर्जनों दस्तावेज लेकर चक्कर काटने की ज़रूरत अब नहीं। विभाग अपने इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड, मीटर रीडिंग डाटाबेस, पुराने अनुरोधों और रिव्यूज के आधार पर मामले को सबूतपूर्व तरीके से निपटाएगा।
UPPCL अध्यक्ष ने उसी के लिए कहा कि:
- “यदि हम इसमें आगे नहीं आए, तो उपभोक्ताओं को फिर किसपर विश्वास रहेगा?”
- इसी नीति के तहत विभाग “डीजीटल ट्रांसपेरेंसी” और “डाउनटाइम फ्री सेवा सुप्लाई” की नींव रख रहा है।
यही वजह है कि 21 एवं 22 जुलाई को विशेष बलबलब जी मेगा कैम्प फिर लगाया जा रहा है, ताकि जनता को बढ़िया सुविधा एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो, बहुधरी शिकायत का प्रभावी संबोधन सुनिश्चित हो सके।
✅ कैम्प का पूरा एजेंडा और इसकी विशेषताऐं
सुविधा | कार्यवाही का तरीका |
---|---|
गलत बिल (बिलिंग सुधार) | मीटर रीडिंग की पुनः-सत्यापन, उपभोक्ता विवादित रीडिंग की समीक्षा, बिल समायोजन। |
मीटर दिक्कत | फिजिकल मीटर टेस्टिंग, खराब मीटर मापन, रिप्लेसमेंट। |
भार वृद्धि | लोड रिक्वेस्ट की प्रक्रिया, सिस्टम अपडेट, ट्रांसमिशन इंटरफेस से बदलाव। |
नई संयोजन | अतिरिक्त लोड, लोकल बोर्ड, नए पुराने सप्लायर की कनेक्शन। |
विधा परिवर्तन | श्रेणी में बदलाव के कारण नए टारिफ अनुसार अपडेटिंग, नए मेटर या RDD रिकॉर्डिंग। |
बिल जमा | स्टॉल पर सुविधा के साथ तत्काल बिल भुगतान पोर्टल या बैंक-कॉलबैक सुविधा। |
अन्य शिकायतें | लाइन-ट्रिप, सप्लाई/वोल्टेज/अचानक कटौती, SCADA सिस्टम लोच। |
दस्तावेज़ बन्धन समाप्ती | छान्ट-छान्ट कर उपभोक्ता से अतिरिक्त दस्तावेज मांगना समाप्त, विभाग का रिकॉर्ड आधार मात्र। |
शिकायत मॉनिटरिंग | 1912 नंबर पर फोन टिकट राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग, नियमित फोलो-अप, प्रभावी ट्रैकिंग सिस्टम। |
👨👩👧👦 उपभोक्ता जुड़ाव और सरकारी जिम्मेदारी
इस मेगा कैम्प से उपाय किए जा रहे प्रशिक्षित अधिकारियों, तकनीशियनों और अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि उपभोक्ता को डिजिटल और मुश्किल–से–मुश्किल शिकायतों का समाधान एक ही स्थान पर प्राप्त हो।
डॉ. आशीष गोयल ने बैठक में यह भी जोर देते हुए कहा:
“कई बार उपभोक्ता जब आर्थिक स्थिति कमज़ोर होती है, तो वे सही-सही शिकायत भी दर्ज नहीं करा पाते — लेकिन ये उनकी उत्पीड़ित स्थिति को और अधिक खतरनाक बना देता है। अगर उनको समय पर सही बिल नहीं मिल जाता तो उनकी बचत और सुविधा पर गहरा असर पड़ता है। इसलिए इसका समय पर समाधान ज़रूरी है।”
उसने यह भी उल्लेख किया कि यह सारे कदम “UPPCL की नैतिक जिम्मेदारी” है।

🧱 कैम्प का विस्तृत कदम: कैसे मिलेगी मदद?
- पब्लिक जागरूकता कैम्पेन
- विभिन्न माध्यमों – फोन, SMS, सोशल मीडिया, लोकल समाचार चैनलों – के माध्यम से मेगा कैम्प का विस्तार जनता तक पहुंचाया गया।
- स्टाल व्यवस्थापन और पदस्थ अधिकारी
- मुख्यमंत्री, विद्युत मंत्री, उच्च स्तरीय अधिकारी ऑनलाइन लिंकिंग, व्हाट्सएप मॉनिटरिंग से शिकायत फीडबैक लेते रहे।
- मोबाइल टीम और आउटरीच
- जो उपभोक्ता स्वयं नहीं आ सकते, उनके लिए मोबाइल समीक्षा / आउटरीच टीम भेजी गई – खासकर ग्रामीण एवं अपाहिज क्षेत्र के लिए।
- ट्रेनिंग और SOP
- मीटर्स रिपेयर करने वाले, बिलिंग डाटाबेस टीम, सर्विस इंचार्जर आदि को विशेष SOP और प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे जल्द और सही निर्णय दे सकें।
➡️ आगे की दिशा
इस आयोजन के अगले चरण में:
- UPPCL digitale पोर्टल, App और SMS–alert सिस्टम पर जोर दिया जाएगा। जिससे उपभोक्ता घर बैठे अपनी शिकायत की स्थिति देख सके।
- मीट-ट्रायल और डेटा एनालिसिस द्वारा मीटर रीडिंग में ग़लती का प्रमुख कारक पता लगाएगा।
- वार्षिक कैम्प कार्यक्रम की रूपरेखा भी बनाई जा रही है — जो पूरे प्रदेश में त्रैमासिक स्तर पर आयोजित होगा।
🎯 निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश बिजली उपभोक्ता अब विश्वस्त हो सकते हैं कि उनकी बिजली-बिल संबंधी किसी भी समस्या का निवारण शीघ्र, पारदर्शी और बिना अतिरिक्त दस्तावेज़ की परेशानी के किया जाएगा। 21 एवं 22 जुलाई को आयोजित विशेष “बिल सुधार मेगा कैम्प” इस दायित्व का सशक्त उदाहरण है—जहाँ UPPCL द्वारा सक्रिय पहल, तकनीकी कर्म और नीतिगत स्पष्टता द्वारा उपभोक्ता सेवा सर्वोपरि रखी जा रही है।
समय–सीमा⏳:
- 📆 21 (सोमवार) और 22 (मंगलवार) जुलाई 2025
- 🕰️ समस्त दिन, कार्यालय समय
आप बिजली विभाग या घर बैठे—“1912 उपभोक्ता सेवा नंबर” पर फोन करें, अपना मामला दर्ज कराएं, और रचनात्मक और यथाशीघ्र समाधान पा सकें।
बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा, उनकी पुकार, सरकार की तैयारी – मिलकर बना रहे हैं एक बेहतर भविष्य की नींव!
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