
चकाचौंध के दौर में भी शिक्षा का सच उजागर करती ये समीक्षा बैठक, अब होगा असली रिपोर्ट कार्ड का मूल्यांकन



खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क चंदौली।
ज़िला प्रशासन की आज की उच्च स्तरीय बैठक, सिर्फ़ एक समीक्षा नहीं थी – यह एक जवाबदेही की परख थी। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित बेसिक शिक्षा विभाग की प्रगति समीक्षा बैठक ने शिक्षा व्यवस्था की असल तस्वीर को उजागर कर दिया।
जहां Education को सबसे प्रभावी सोशल सेक्टर माना जाता है, वहीं जब योजनाओं की रिपोर्ट सामने आई, तो जिलाधिकारी का धैर्य जवाब दे गया। रिपोर्ट में न सिर्फ़ कार्यों की धीमी प्रगति नजर आई, बल्कि मिशन कायाकल्प, मिड-डे मील योजना, निर्माण कार्यों और शिक्षण गुणवत्ता में भी लापरवाही उजागर हुई।
❗ DM का फटकार भरा एलान:
“यदि यही हाल रहा, तो विभागीय कार्रवाई तय है… Education के साथ कोई समझौता नहीं“
जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने कहा – “Educationसंवेदनशील विषय है। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि रिपोर्टों और ज़मीनी सच्चाई में अंतर पाया गया, तो संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों और BSA पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।”
🔥 मुख्य विकास अधिकारी का सख्त रुख:
मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं भी बैठक में गरजते हुए बोले – “जो खंड शिक्षा अधिकारी कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं, वे खुद को सस्पेंशन के लिए तैयार रखें। अब प्रदर्शन के आधार पर ही जिम्मेदारी दी जाएगी। लापरवाह अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे।”
✅ मिशन कायाकल्प पर विशेष फोकस:
बैठक में मिशन कायाकल्प के अंतर्गत 19 बिंदुओं की समीक्षा की गई जिनमें प्रमुख थे:
- छात्र-छात्राओं के लिए शौचालय की व्यवस्था
- पेयजल सुविधा का आभाव
- स्मार्ट क्लास की धीमी गति
- स्कूल भवन निर्माण में अनियमितता
जिलाधिकारी ने साफ़ कहा – “गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य और समयबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित करें, वरना कार्रवाई तय है।”
🍛 मिड-डे मील योजना भी घेरे में:
मिड-डे मील योजना के अंतर्गत पोषण, गुणवत्ता और नियमितता को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि आंगनबाड़ी और स्कूलों में दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की नियमित जांच होनी चाहिए।
🔍 मॉनिटरिंग होगी और तीव्र:
बैठक में निर्देश दिए गए कि:
- Education विभाग के कार्यों की साप्ताहिक मॉनिटरिंग की जाए।
- सभी स्कूलों से रियल टाइम रिपोर्टिंग हो।
- BSA और BEO को तलब कर अगली रिपोर्ट के साथ बुलाया गया।
📌 वायरल होगी ये खबर क्योंकि…
- इसमें है जवाबदेही का तेवर
- इसमें दिखा प्रशासन का असली चेहरा
- इसमें है हर अभिभावक की उम्मीद
✍️ खबरी न्यूज की विशेष टिप्पणी:
शिक्षा एक सपना है, जो तब टूटता है जब सिस्टम सोता है। आज जिलाधिकारी की इस समीक्षा बैठक ने फिर से बता दिया कि अब लापरवाही के दिन गए। जो अधिकारी अब भी सोचते हैं कि काम न करने पर कुछ नहीं होगा, उन्हें सचेत रहना चाहिए – अब सिर्फ़ काम चलेगा, बयान नहीं।
सस्पेंशन का सीधा अल्टीमेटम, मिड-डे मील की खामी पर कड़ी नजर और कायाकल्प में ठोस बदलाव की चेतावनी – ये साबित करता है कि चंदौली प्रशासन अब परिणाम आधारित शासन की ओर बढ़ चला है।
🔔 खबरी न्यूज यही सवाल करता है:
क्या अब भी वे अधिकारी सुधरेंगे जो स्कूलों में बच्चों को पंखा तक नहीं दे पा रहे? क्या ज़मीनी बदलाव अब दिखाई देगा या फिर फाइलों की चमक पर ही चलेगा काम?
अब चुप नहीं बैठेगा चंदौली… Education का असली इम्तहान शुरू हो गया है!
📣 खबरी न्यूज आपके साथ, शिक्षा के सवालों के साथ!



