पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को मातृभूमि सेवा ट्रस्ट ने दी श्रद्धांजलि, निकाला शांति मार्च
सुजीत तिवारी । खबरी न्यूज़ नेशनल नेटवर्क
शहाबगंज, चंदौली।पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले ने पूरे देश के दिलों को दहला दिया है। मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में आर. के. नेत्रालय द्वारा आयोजित नि:शुल्क नेत्र शिविर के दौरान इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ जनाक्रोश फूटा। दिलीप गुप्ता के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने मौन जुलूस निकालकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और देशवासियों से अमन-चैन और भाईचारे को बनाए रखने की भावुक अपील की।
शिविर में उपस्थित लोगों ने नम आंखों से पहलगाम के 28 शहीदों को याद किया। पूरा माहौल गमगीन था। श्रद्धांजलि सभा के दौरान काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता पवन कुमार सिंह ने कहा,
हम रहें न रहें, लेकिन यह देश रहना चाहिए। देश की जनता में आपसी अमन-चैन और भाईचारा हर हाल में बना रहना चाहिए। धर्म पूछकर की गई कायरतापूर्ण हिंसा से संपूर्ण विश्व की मानवता शर्मशार है।”
उनके इन शब्दों ने उपस्थित जनसमूह की भावनाओं को गहराई से झकझोर दिया।
आर. के. नेत्रालय ने फिर रचा सेवा का नया अध्याय
मातृभूमि सेवा ट्रस्ट और आर. के. नेत्रालय का यह 15वां वर्ष है, जब वे लगातार गरीबों, बेसहारों और जरूरतमंदों के लिए नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित कर रहे हैं। इस बार भी अत्याधुनिक फेको विधि से 13 मरीजों का सफल मोतियाबिंद ऑपरेशन कर फोल्डेबल लेंस का प्रत्यारोपण किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री संजय कुमार सिंह ने बताया कि,
“सेवा का यह यज्ञ सतत चलता रहेगा। जरूरतमंदों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान करना ही हमारा संकल्प है।”
पहलगाम हमले के खिलाफ गुस्से का इजहार और एकजुटता का संदेश
शिविर के दौरान जैसे ही पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों की दर्दनाक दास्तान सुनाई गई, उपस्थित जनसमूह में सन्नाटा पसर गया। सैकड़ों लोगों ने खड़े होकर 2 मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
सभा को संबोधित करते हुए पं. रामबोला तिवारी, पूज्य गुरुदेव लल्लन सिंह जी, कविवर राजू विश्वकर्मा और सत्यानंद रस्तोगी ने एक सुर में कहा कि —
“हम भारतवासियों को आतंकवाद की इस घिनौनी साजिश से भयभीत नहीं होना चाहिए, बल्कि एकजुट रहकर देश की अखंडता की रक्षा करनी चाहिए।”
सभा का सुंदर संचालन श्री सुभाष विश्वकर्मा ने किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा,
“देश की जनता को चाहिए कि ऐसी विपत्ति की घड़ी में जाति-धर्म से ऊपर उठकर देश के साथ खड़ी रहे।”
मुस्लिम एकता का अनुपम उदाहरण बना शहाबगंज का शांति मार्च
शहाबगंज की सड़कों पर एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला जब मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के नेतृत्व में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई — सभी समुदायों के लोग कंधे से कंधा मिलाकर शांति मार्च में शामिल हुए। दिलीप गुप्ता के संयोजन में निकले इस मौन जुलूस ने नफरत और आतंक के खिलाफ एक सशक्त संदेश दिया।
लोगों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था:
“हम एक हैं!”
“आतंक के खिलाफ भारत एकजुट है!”
“हिंदुस्तान जिंदाबाद!”
शांति मार्च के दौरान लगातार ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारे गूंजते रहे। यह दृश्य देखकर हर किसी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
संजय कुमार सिंह का जोशीला संबोधन
सभा के समापन पर मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री संजय कुमार सिंह ने जनसमूह को संबोधित करते हुए दृढ़ता के साथ कहा:
“भारतवासी और भारतीय सेना इन कायरतापूर्ण हमलों के सामने कभी नहीं झुके हैं और न ही टूटेंगे। जो ताकतें भारत की एकता और अखंडता को चोट पहुँचाने का सपना देखती हैं, उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।”
उन्होंने आगे कहा:
“विदेशी षड्यंत्रकारी चाहे जितनी भी कोशिशें कर लें, भारत न तो डरने वाला है और न ही बिखरने वाला। हम सब मिलकर इन अवांछित तत्वों को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे।”
श्री सिंह ने देशवासियों से यह अपील भी की कि,
“अपने गुस्से को नफरत में नहीं, बल्कि आपसी सद्भावना और मजबूत राष्ट्रीय एकता में बदलें।”
Silver Bells
अविस्मरणीय रहा मातृभूमि सेवा ट्रस्ट का आयोजन
इस आयोजन ने न केवल पहलगाम के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी, बल्कि एकता, भाईचारे और देशभक्ति की भावना को भी मजबूत किया। मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के इस अभियान को स्थानीय जनता ने भरपूर समर्थन दिया। महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी दिखाई।
इस अवसर पर स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने भी कार्यक्रम स्थल का दौरा कर व्यवस्थाओं की सराहना की और आयोजकों को शांतिपूर्ण आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।
शहाबगंज से उठी एक बुलंद आवाज
शहाबगंज से उठी यह आवाज आज पूरे देश के लिए संदेश बन गई है कि:
“धर्म और जाति के नाम पर बिखरने का समय नहीं है। समय है एकजुट होकर उन ताकतों का मुंहतोड़ जवाब देने का, जो भारत की अस्मिता पर हमला करने का दुस्साहस करते हैं।”
आज शहाबगंज ने बता दिया कि देश का हर गाँव, हर गली, हर नागरिक देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है और संकट की घड़ी में हर भारतीय एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा।