
📝 Editor-in-Chief: एडवोकेट के.सी. श्रीवास्तव
📍 खबरी टीम, चकिया-चंदौली
🌌 “रात की नींद उस वक्त उड़ गई जब पहाड़ों ने गोली की आवाजें दोहराईं…”
चकिया, चंदौली। सोमवार की रात जब पूरा शहर गहरी नींद में डूबा था, तभी चकिया की शांत वादियों को गोलियों की गूंज ने दहला दिया। पहाड़ी क्षेत्र की तरफ से अचानक सुनाई दी फायरिंग की आवाज — एक के बाद एक धमाके, जैसे कोई फिल्मी सीन सजीव हो गया हो। डर, आशंका और बेचैनी के बीच लोग घरों से झाँकने लगे, लेकिन जो सामने आया वो किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं था।
रात के अंधेरे में पुलिस और कुख्यात अपराधी विशाल पासी के बीच चली ज़िंदगी और मौत की जंग, जिसमें एक गोली ने न्याय की दिशा तय कर दी।



🚨 मुट्टन यादव हत्याकांड की कड़ी में एक और गिरफ्तारी
चर्चित मुट्टन यादव हत्याकांड ने धानापुर क्षेत्र में सनसनी मचा दी थी। हत्या में शामिल अपराधियों की तलाश में पुलिस, स्वाट और सर्विलांस टीम लगातार सक्रिय थी। पहले ही इस केस में तीन अभियुक्तों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका था, लेकिन एक नाम अब भी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था — विशाल पासी।
रविवार की देर रात सर्विलांस टीम को इनपुट मिला — “विशाल पासी चकिया के पहाड़ी क्षेत्र में छिपा है।”
🕵️♂️ प्लान तैयार – पुलिस की दबिश, आरोपियों का घिर जाना
सूचना मिलते ही हरकत में आई सर्विलांस टीम ने चकिया कोतवाली पुलिस को साथ लिया और तड़के पहाड़ी क्षेत्र की घेराबंदी शुरू कर दी। लेकिन अपराधियों को भनक लग चुकी थी। भागने की फिराक में विशाल पासी और उसका एक साथी, जो बाद में अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया, जंगल की ओर भागने लगे।
लेकिन पुलिस ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया।

🔫 “सरेआम फायरिंग – आत्मसमर्पण के बजाय बंदूक उठाई”
पुलिस की चेतावनी पर भी आरोपियों ने सरेंडर नहीं किया। उल्टे उन्होंने ही पुलिस पर फायर खोल दिया। इस अचानक फायरिंग से इलाके में हड़कंप मच गया। गोलियों की आवाज ने रात के सन्नाटे को चीरते हुए लोगों को डरा दिया।
🔹 पुलिस ने संयम दिखाया, लेकिन जब जान पर बन आई, तो जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई गई जो सीधे विशाल पासी के पैर में जा लगी। वह ज़मीन पर गिर गया। उसका साथी अंधेरे में जंगल की ओर भाग गया।
🏥 घायल आरोपी अस्पताल में भर्ती – आला अधिकारी मौके पर
विशाल पासी को तत्काल चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। पुलिस के जवान उसकी निगरानी में तैनात हैं। घटनास्थल से एक देशी कट्टा और कारतूस भी बरामद हुआ है।
जैसे ही मुठभेड़ की खबर उच्च अधिकारियों तक पहुँची, एडिशनल एसपी दिगंबर कुशवाहा, सीओ नृपेन्द्र कुमार और पुलिस अधीक्षक कार्यालय की टीम तुरंत मौके पर पहुँची और घायल आरोपी से पूछताछ की गई।
📷 “घटना के बाद का दृश्य – सोशल मीडिया पर वायरल!”
घटना के बाद के दृश्य और अस्पताल से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। विशाल पासी स्ट्रेचर पर पड़ा है, पैर पट्टी से बंधा हुआ और आंखों में अब खौफ नजर आता है। यह वही चेहरा है जो एक हत्याकांड के बाद इलाके में दहशत का पर्याय बन चुका था।
💬 पुलिस बोली – “हमने बार-बार सरेंडर के लिए कहा था”
इस कार्रवाई को लेकर पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कहा:
🗣️ “हमने आरोपियों को बार-बार चेतावनी दी थी, लेकिन उन्होंने जानबूझकर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में गोली चली और घायल हुआ आरोपी अब हमारी गिरफ्त में है।”
🧠 विश्लेषण: क्यों ज़रूरी थी यह मुठभेड़?
✔️ कानून व्यवस्था के लिहाज से इस मुठभेड़ ने एक स्पष्ट संदेश दिया है — कानून से भागने वाले को छुपने की कोई जगह नहीं।
✔️ चकिया जैसी शांति प्रिय जगह पर अगर कुख्यात अपराधी पनाह पाएंगे, तो कानून की दीवारें और मजबूत होकर उनके खिलाफ खड़ी होंगी।
✔️ स्थानीय लोगों में मुठभेड़ के बाद राहत की भावना है, साथ ही सुरक्षा बलों के प्रति भरोसा भी।
🧭 क्या हुआ विकास पासी का? तलाश जारी…
घटना में भाग निकले दूसरे आरोपी विकास पासी की तलाश में झाड़ियों, जंगल और सीमावर्ती इलाकों में सघन तलाशी अभियान जारी है। स्थानीय थानों को अलर्ट पर रखा गया है।
🧑⚖️ आगे की कार्रवाई – हत्याकांड के सारे सूत्र खुलने की उम्मीद
पुलिस को उम्मीद है कि विशाल पासी से पूछताछ में मुट्टन यादव हत्याकांड के शेष पहलुओं से पर्दा उठेगा और फरार आरोपियों तक पहुँचना आसान होगा।
📌 Khabari News की टिप्पणी:
🔴 यह मुठभेड़ केवल एक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि कानून की उस सक्रियता और सतर्कता की गवाही है जो समाज को सुरक्षित बनाए रखती है। चकिया पुलिस और सर्विलांस टीम की तत्परता और साहसिकता ने यह साफ कर दिया है — “कानून से कोई ऊपर नहीं।”


