
PW गुरुकुलम को लेकर मचा बवाल निकला झूठा – संचालक बोले: “सिर्फ मिसअंडरस्टैंडिंग थी, स्कूल पूरी तरह संचालित है”



📍🔴 खबरी न्यूज, चंदौली | प्रधान संपादक: के.सी. श्रीवास्तव (एडवोकेट)
जनपद चंदौली में बीते दिनों एक खबर सोशल मीडिया पर इस तरह फैलायी गयी कि अभिभावकों के बीच भय और असमंजस की स्थिति पैदा हो गई।
खबर थी — “चंदौली का प्रतिष्ठित स्कूल PW गुरुकुलम बंद कर दिया गया है।”
इस सूचना ने सोशल मीडिया के जरिये कुछ ही घंटों में ज़िलेभर के शिक्षाविदों, पत्रकारों, स्कूल स्टाफ और सबसे बढ़कर, बच्चों के अभिभावकों के मन में आशंका भर दी।
कहीं बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो जाए? कहीं होस्टल से बच्चों को निकाल न दिया जाए? फॉर्म भर दिए हैं, क्या फीस वापस मिलेगी?
लेकिन अब जबकि स्कूल प्रशासन की ओर से स्पष्ट बयान सामने आया है, तो यह साफ हो गया है कि –
❗ “स्कूल बंद होने की खबर भ्रामक थी, अफवाह थी और पूरी तरह से गलतफहमी पर आधारित थी।”
🔶 कैसे शुरू हुई यह अफवाह?
जानकारी के अनुसार, हेरिटेज वर्ल्ड स्कूल,गुरुकुलम जो कि पिछले साल से PW (Physics Wallah) के साथ साझेदारी में संचालित हो रहा था, ने अपने स्कूल का नाम ‘PW गुरुकुलम’ रखा था।
यह टाईअप शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक संसाधनों व गुणवत्तापूर्ण कंटेंट देने के उद्देश्य से किया गया था।
लेकिन नाम परिवर्तन की प्रक्रिया अभी बेसिक शिक्षा विभाग से स्वीकृति प्राप्त करने की स्थिति में थी।
इस दौरान शिक्षा विभाग द्वारा एक नोटिस भेजा गया कि जब तक औपचारिक अनुमति नहीं मिलती, स्कूल को अपने पुराने नाम ‘हेरिटेज वर्ल्ड स्कूल’ के नाम से ही संचालित किया जाए।
बस, यहीं से गलतफहमी की शुरुआत हुई।
कुछ मीडिया संस्थानों, वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनलों ने आधे-अधूरे तथ्यों के आधार पर यह खबर प्रसारित कर दी कि –
“PW गुरुकुलम पर कार्रवाई हुई है और स्कूल को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।”
🟨 क्या कहते हैं गुरुकुलम स्कूल संचालक सुभाष चंद्र तुलसियान?
खुद PW गुरुकुलम के संचालक सुभाष चंद्र तुलसियान ने पूरे मामले को लेकर एक वीडियो स्टेटमेंट जारी किया और मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट किया:
“स्कूल पूरी तरह से खुला हुआ है, बच्चों की पढ़ाई हो रही है, और होस्टल भी सुचारु रूप से संचालित है। PW से किया गया टाईअप शिक्षण गुणवत्ता के लिए था, न कि भ्रम फैलाने के लिए।”
उन्होंने आगे कहा कि –
“बेसिक शिक्षा विभाग से हमें निर्देश मिला था कि जब तक नाम परिवर्तन की अनुमति नहीं मिलती, स्कूल के बोर्ड पर पुराना नाम ही लगाया जाए। हमने वह निर्देश पूरी तरह पालन किया।”
🟥 “खबरें आधी थीं, अफवाहें पूरी बन गईं!”
👉 अफसोस की बात यह रही कि कुछ स्थानीय पोर्टलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने बिना सही तथ्य की पुष्टि किए “बंद होने की खबर” चला दी।
👉 कई पत्रकारों ने, संभवतः गलत जानकारी या स्रोत के कारण, इस खबर को बढ़ावा दे दिया।
👉 परिणाम यह हुआ कि —
- 📌 अभिभावकों में घबराहट फैली
- 📌 बच्चों में अनिश्चितता आई
- 📌 शिक्षकों और स्कूल स्टाफ में मानसिक दबाव बना
📘 BSA का भी आया बयान – “स्कूल बंद नहीं हो रहा, केवल नोटिस भेजा गया था”
खबरी न्यूज की विशेष पड़ताल में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA), चंदौली से भी प्रतिक्रिया प्राप्त की गई।
उन्होंने कहा कि –
“हमने PW गुरुकुलम (हेरिटेज वर्ल्ड स्कूल) को सिर्फ नाम परिवर्तन और दस्तावेज़ी प्रक्रिया को लेकर नोटिस भेजा था।
ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है जिससे स्कूल को बंद करने की बात कही जाए।”
यह बयान अपने आप में उन तमाम अफवाहों पर फुल स्टॉप साबित हुआ।
📚 PW गुरुकुलम का सफर – एक साल में मिला बच्चों का भरोसा
PW गुरुकुलम, जो फिजिक्स वाला संस्था के साथ मिलकर पिछले वर्ष से चंदौली में अपनी सेवाएं दे रहा है, ने कम समय में ही शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और गुणवत्ता का उदाहरण पेश किया है।
✅ Smart Classroom
✅ Residential Hostel
✅ Competitive Coaching Support
✅ Digital Assessment Systems
✅ Olympiad & Foundation Courses
इन सुविधाओं के चलते इस स्कूल ने चंदौली और आसपास के क्षेत्रों में तेजी से पैर जमाए।
संचालक श्री तुलसियान ने कहा –
“हमारा सपना है कि चंदौली का कोई बच्चा कोटा या दिल्ली जाए बिना ही अपने जिले में रहकर IIT, NEET, NDA जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर सके।”
🧡 मनोवैज्ञानिक असर – “स्कूल बंद” सुनकर अभिभावकों का टूटा मनोबल
PW गुरुकुलम के छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से खबरी टीम ने बात की। एक अभिभावक ने बताया:
“हमने अपने बच्चे का दाखिला PW गुरुकुलम में कराकर राहत महसूस की थी। लेकिन जब बंद होने की खबर आई, तो पूरा परिवार परेशान हो गया। अब जब संचालक जी ने वीडियो जारी किया है, तो संतोष हुआ कि बच्चा वहीं पढ़ेगा।”
🔔 अब क्या ज़रूरी है?
- 🔍 सोशल मीडिया उपभोक्ताओं को भी चाहिए कि वो हर वायरल खबर पर विश्वास न करें।
- 📜 समाचार पोर्टलों को अपनी संपादकीय जांच प्रणाली सुदृढ़ करनी चाहिए।
- 🏫 शिक्षा विभाग को भी चाहिए कि जब किसी स्कूल को नोटिस भेजा जाए, तो स्पष्ट प्रेस नोट के माध्यम से जानकारी साझा की जाए ताकि अफवाहें न फैलें।
🧾 PW Gurukulam Now – Stronger Than Before
आज PW गुरुकुलम स्कूल न सिर्फ खुला है, बल्कि अफवाहों से बाहर निकलकर और भी दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है।
संचालक का विश्वास, छात्रों की मेहनत, शिक्षकों का समर्पण और फिजिक्स वाला का कंटेंट – इन चारों स्तंभों पर खड़ा यह स्कूल अब “जिम्मेदारी और प्रगति” का प्रतीक बन रहा है।
📸 खबरी न्यूज की टीम इस पूरे घटनाक्रम की निगरानी में रही और समाज के हित में सटीक तथ्यों के साथ यह रिपोर्ट प्रस्तुत करती है।
✍️ रिपोर्ट संकलन: सरदार महेन्द्र सिंह 📍 स्थान: डीडीयू नगर, चंदौली


