
13 लाख युवाओं के सब्र की परीक्षा या सिस्टम की लापरवाही का चरम?
✍🏻 खबरी न्यूज़ नेशनल नेटवर्क प्रयागराज।
🚨 तीन साल, तीन तारीखें, तीन बार धोखा!
क्या यही है उत्तर प्रदेश की नौकरी व्यवस्था?
2022 में जारी हुई भर्ती, 2025 तक भी परीक्षा नहीं — और अब अगस्त का झुनझुना!
चार लाख से अधिक PGT उम्मीदवार और साढ़े आठ लाख TGT अभ्यर्थी अब पूछ रहे हैं:
“क्या हमारा भविष्य कोई तमाशा है?”
💥 छात्रों का फूटा गुस्सा: “अब तो आंदोलन होगा”



तीसरी बार परीक्षा टलने के बाद सोशल मीडिया पर ट्रेंड चला:
#UPPSC_हमें_तारीख_चाहिए
#PGT_की_तारीख_दो
प्रतियोगी छात्र मोर्चा के विक्की खान गरजे:
“अब यह आंदोलन सिर्फ परीक्षा की नहीं, आत्म-सम्मान की लड़ाई है। आयोग पर भरोसा टूट चुका है। हम जल्द ही धरना देंगे!”
📉 तीन साल का इंतज़ार – ज़िंदगी रुकी हुई है
किसी ने शादी टाली, किसी ने करियर छोड़ा, किसी ने मानसिक संतुलन खोया।
आज यूपी के कोचिंग हब इलाहाबाद, लखनऊ, कानपुर, बनारस में सिर्फ एक ही बात गूंज रही है:
“सरकार को सिर्फ चुनावों में युवा याद आते हैं। बेरोजगारी पर कोई जवाब नहीं!”
❌ PGT नहीं, अब TGT पर भी खतरा!
21-22 जुलाई को प्रस्तावित TGT परीक्षा भी खतरे में है।
PGT की तरह TGT परीक्षा भी दो बार टल चुकी है। छात्र अब कह रहे हैं:
“हम सरकार की लापरवाही के मोहरे बन चुके हैं।”
📊 आंकड़े जो चिल्ला रहे हैं…
- 624 पद (PGT) – 4.50 लाख आवेदन
- 3539 पद (TGT) – 8.69 लाख आवेदन
- कुल आवेदन – 13.19 लाख
- घोषणा – जून 2022
- परीक्षा कब? – कोई नहीं जानता!
🔥 ये गुस्सा सिर्फ परीक्षा का नहीं, व्यवस्था का है!
हर युवा आज यही कह रहा है:
“हमने सिर्फ नौकरी नहीं मांगी थी, हमने अपने सपनों को मांगा था। ये परीक्षा नहीं, जिंदगी की लड़ाई है। अगर अब नहीं जागे तो कभी नहीं जागेंगे।”
📢 आखिरी चेतावनी: “अब सड़कों पर उतरेंगे छात्र”
- आयोग को अल्टीमेटम
- नई तारीख तय हो
- आंदोलन की घोषणा
- हर ज़िले में प्रदर्शन की तैयारी
🎤 एक छात्र की चीख: “अब परीक्षा नहीं, इंकलाब होगा!”
रेणुका, प्रयागराज की छात्रा:
“तीन साल से हर दिन पढ़ रही हूं। अब परिवार भी सवाल करता है — ‘कब होगी नौकरी?’ मैं क्या जवाब दूं?”
अमित, गाजीपुर से:
“हर बार परीक्षा टलती है, हर बार दिल टूटता है। अब टूटने के लिए कुछ बचा ही नहीं।”
🧭 युवाओं की मांग – अब नहीं रुकेगा कारवां
- PGT की निश्चित तिथि अभी घोषित की जाए
- TGT परीक्षा पर स्थिति साफ की जाए
- भविष्य में समयबद्ध भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित हो
- ओवरएज अभ्यर्थियों को आयु में छूट मिले
- UPESSC की जवाबदेही तय हो
🕯️ निष्कर्ष – ये खबर नहीं, एक क्रांति की शुरुआत है!
तीन साल से ठगा जा रहा युवा अब चुप नहीं बैठेगा।
PGT परीक्षा अब एक मामूली टेस्ट नहीं, ये व्यवस्था के खिलाफ उठती एक पीढ़ी की आवाज़ है।
अगर अब भी सरकार और आयोग नहीं चेते, तो समझ लीजिए —
ये युवा सिर्फ कलम नहीं उठाएंगे, सड़कें भी भर देंगे!


