

खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क ।
चंदौली। जिले के बबुरी थाना क्षेत्र के सुरौली गांव में 4 अप्रैल को एक दर्दनाक घटना घटी। तीन साल की मासूम किंजल, जो शुक्रवार की शाम अपने घर के बाहर खेलते समय अचानक गायब हो गई थी, का शव रविवार को घर से कुछ ही दूरी पर भूसे के ढेर में दबा हुआ मिला। यह घटना गांववासियों और बच्ची के परिजनों के लिए एक शॉक था, क्योंकि किसी को भी यह समझ में नहीं आ रहा था कि यह हादसा कैसे हुआ। घटना के बाद से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई और परिजनों के चेहरे पर चिंता और दुख का साया मंडराने लगा।
घटना का विवरण
किंजल, गोरख चौहान की तीन वर्षीय बेटी, शुक्रवार की शाम को घर के बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते वह अचानक गायब हो गई और परिवार के लोगों ने उसकी खोजबीन शुरू की। किंजल के न मिलने पर, परिजनों ने रात भर उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। शनिवार को, निराश होकर परिवार ने बबुरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तलाश शुरू की।
रविवार की सुबह, कुछ समय बाद, किंजल का शव उसी गांव के पास स्थित गोरख चौहान के भूसे के ढेर में दबा हुआ पाया गया। शव की स्थिति को देखकर स्थानीय लोग इसे संदिग्ध मान रहे थे, क्योंकि यह एक बच्ची के लिए ऐसी स्थितियों में फंसे होने की संभावना को कम करता है। घटनास्थल पर बबुरी थानाध्यक्ष मुकेश तिवारी ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। उन्होंने फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया, ताकि मामले की गहरी जांच की जा सके।

पुलिस की प्राथमिक जांच
पुलिस के अनुसार, जांच में सामने आया कि बच्ची खेलते-खेलते भूसे के पास चली गई थी, और शायद भूसे का ढेर अचानक भरभरा कर गिर पड़ा, जिससे किंजल उसकी चपेट में आ गई। फॉरेंसिक टीम ने शव का निरीक्षण किया और पाया कि शरीर पर किसी प्रकार के बाहरी चोट के निशान नहीं थे। इससे यह माना जा रहा था कि बच्ची की मौत दम घुटने से हुई होगी। हालाँकि, पुलिस ने इसे एक दुर्घटना माना और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
Reaction Of Villagers on Suspicious death of girl :
किंजल के शव का पता चलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया। लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बन गया कि क्या यह वाकई एक हादसा था या फिर इसके पीछे कुछ और कारण था। गांववाले बच्चे की मौत को लेकर शोक में थे, लेकिन साथ ही यह भी सोच रहे थे कि ऐसी स्थिति में बच्चे का क्या किया जा सकता था। कुछ गांववाले यह भी मानते थे कि यह पूरी घटना संदिग्ध है, क्योंकि बच्ची अचानक गायब हो गई थी और उसकी लाश एक ऐसे स्थान पर मिली, जहां किसी ने उसकी मौत की उम्मीद नहीं की थी। कुछ लोगों का कहना था कि यदि यह एक हादसा था तो पुलिस को जल्द ही इसका स्पष्ट कारण बताना चाहिए, ताकि गांववासियों का मन शांत हो सके।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की आगे की जांच
फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर शव का निरीक्षण किया और पाया कि किसी भी तरह की बाहरी चोट के निशान नहीं थे। इससे यह साफ था कि बच्ची के शरीर पर किसी अन्य प्रकार की हिंसा का असर नहीं था। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया, ताकि इस मामले में अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके। थानाध्यक्ष मुकेश तिवारी ने कहा, “परिजनों ने किसी भी प्रकार का आरोप किसी पर नहीं लगाया है और शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
परिजनों की स्थिति
किंजल के पिता गोरख चौहान और उनकी पत्नी की हालत बहुत खराब थी। उनके लिए यह यकीन करना मुश्किल था कि उनकी प्यारी बेटी, जो अभी तक उनके पास खेल रही थी, अब कभी नहीं लौटेगी। गोरख चौहान ने कहा, “हमने अपनी बच्ची को ढूंढने के लिए सब कुछ किया, लेकिन यह हादसा हमारे लिए किसी बुरे सपने जैसा है। अब हम बस यही चाहते हैं कि हमारी बेटी की मौत के कारण का जल्द पता चले और हमें न्याय मिले।”
परिजनों का कहना था कि वे पूरी रात अपनी बेटी की तलाश करते रहे थे, लेकिन उन्हें कोई सुराग नहीं मिला। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची के साथ किसी ने कोई भी अप्राकृतिक बर्ताव नहीं किया था, और वे पूरी तरह से पुलिस और प्रशासन पर विश्वास रखते थे कि वे मामले की सही तरीके से जांच करेंगे।
भूसे के ढेर के पास के क्षेत्र की स्थिति
गांव के लोग भी इस घटना को लेकर चुप नहीं थे। उन्होंने बताया कि उस स्थान पर पहले कभी ऐसी घटनाएं नहीं घटी थीं। यह भूसे का ढेर गोरख चौहान के घर के पास था, और उस पर खेलते हुए बच्ची का गिरना थोड़ा अजीब लग रहा था। गांववासियों का मानना था कि शायद कुछ और कारण हो सकता है, जिसे पुलिस को और गहराई से खंगालने की जरूरत है।
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पुलिस और प्रशासन का रुख
पुलिस ने इस मामले को एक सामान्य दुर्घटना माना है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही Suspicious death of girl के कारणों का खुलासा किया जा सकेगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतेंगे और घटना के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। वहीं, प्रशासन ने भी परिवार के प्रति संवेदना जताई है और उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने न केवल बच्ची के परिवार को झकझोर दिया, बल्कि पूरे गांव में इसने एक गंभीर चर्चा शुरू कर दी है। लोग अब इस हादसे के पीछे के कारणों को जानने के लिए काफी उत्सुक हैं, और पुलिस की जांच के निष्कर्षों का इंतजार कर रहे हैं।

