

(Editor-in-Chief: K.C. Shrivastava, Advocate)
डीडीयू नगर, चंदौली।
आज 13 अक्टूबर 2025, सोमवार का दिन गुरुद्वारा साहिब परिसर, जीटी रोड पर इंसानियत और सेवा का पर्व बनकर उभरा। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और चढ़दी कलाकार सेवा संस्था ने आयोजित किया रक्तदान शिविर और सम्मान समारोह, जहां हर बूंद ने किसी की जिंदगी बचाने की मंशा जताई।
मुख्य अतिथि – मुगलसराय के लोकप्रिय विधायक रमेश जायसवाल जी, सीएमओ ऑफिस से भैया लाल पटेल जी, क्षेत्राधिकारी कृष्ण मुरारी जी, शहर कोतवाल गगन राज सिंह, और आरपीएफ वेस्ट पोस्ट प्रभारी पीके रावत जी ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति से इसे और सम्मानित किया।



44 महिला–पुरुष रक्तदाताओं ने दिया महादान
युवा हों या बुजुर्ग, पुरुष हों या महिलाएं – हर किसी ने अपने रक्त के माध्यम से नई जिंदगी की उम्मीद जगाई। सभासद आरती यादव समेत समाज की महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। हर एक की आँखों में था सेवा की चमक, इंसानियत की झलक।
डॉक्टरों की टीम ने की पूरी सुरक्षा
मेटीज हॉस्पिटल और पूर्वांचल सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की कुशल डॉक्टर टीम ने हर रक्तदाता की जांच कर यह सुनिश्चित किया कि रक्तदान सुरक्षित और सहज हो।
सम्मान और स्मृति चिन्ह
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और चढ़दी कलाकार सेवा संस्था के पदाधिकारियों ने सभी अतिथियों और रक्तदाताओं को स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
भावनाओं से भरा हर पल
रक्तदान करते हुए हर व्यक्ति के चेहरे पर संतोष और खुशी झलक रही थी। यह केवल रक्त देने का नहीं, बल्कि जीवन बचाने का, समाज में इंसानियत फैलाने का महादान था।
विधायक रमेश जायसवाल जी का संदेश
“रक्तदान केवल एक इंसानियत का कार्य नहीं, बल्कि समाज में नई चेतना और उम्मीद जगाने का तरीका है। हर रक्तदान एक नई जिंदगी की शुरुआत है।”
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी – रणजीत सिंह का संदेश
“हमारा उद्देश्य केवल धार्मिक कर्तव्य निभाना नहीं, बल्कि समाज में सेवा और मानवता की मिसाल कायम करना है। आज का यह रक्तदान शिविर इसका सजीव उदाहरण है।”
चढ़दी कलाकार सेवा संस्था – केडी सिंह का संदेश
“हमारी कला और संस्कृति केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि समाज में चेतना और सेवा की भावना जगाने के लिए है। आज का यह रक्तदान शिविर इसका प्रमाण है।”
हर बूंद में जीवन का संदेश
रक्तदान केवल शरीर का रक्त देने तक सीमित नहीं था। यह था – साथ, सहयोग, और इंसानियत की शक्ति। आज हर रक्तदाता ने दूसरों की जिंदगी में उम्मीद और नई शुरुआत की किरण दी।
समाज के लिए प्रेरणा
युवा दोस्तों और परिवार को प्रेरित कर रहे थे। बुजुर्ग अनुभव और मार्गदर्शन दे रहे थे। और महिलाएं अपने साहस और समर्पण से हर किसी को भावनाओं से जोड़ रही थीं।
समापन – स्मृति चिन्ह और सम्मान
अतिथियों ने रक्तदाता और संस्था के सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। यह दिन केवल रक्तदान का नहीं, बल्कि सेवा और मानवता का पर्व बनकर उभरा।
Khabari News कहता है – “आज गुरुद्वारा साहिब परिसर में केवल रक्त नहीं, इंसानियत बह रही थी, और हर बूंद ने एक नई जिंदगी को जन्म दिया।”



