
खबरी न्यूज नेशनल नेटवर्क डी डी यू नगर ‚चंदौली।
क्या बिजली विभाग तभी चेतेगा जब लोग डिप्रेशन में चले जाएंगे?
“जब हर दिन सपने नहीं, ट्रांसफार्मर जलते हों… जब उम्मीद नहीं, उमस घुटती हो… तो समझिए, विकास सिर्फ नारों में है!”
Khabari News आपके लिए लाया है भूपौली विद्युत वितरण केंद्र के अंतर्गत आने वाले गांवों की बिजली त्रासदी की ऐसी रिपोर्ट जो ना सिर्फ सच बोलती है, बल्कि सिस्टम की चुप्पी को भी ललकारती है।

🏚️ जनजीवन अस्त-व्यस्त – अंधेरे ने निगल ली दिनचर्या
भूपौली विद्युत वितरण केंद्र से जुड़े दर्जनों गांवों में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से अनियमित और अघोषित कटौती का शिकार है।
दिन में 10 से 12 बार ट्रिपिंग, रात में घंटों अंधेरा और बरसात के मौसम में तो बिजली को मानो छुट्टी पर भेज दिया गया हो।
😓 “शो पीस” बन चुके हैं बिजली उपकरण – लो वोल्टेज से फूंक रहे पंखे, कूलर और इनवर्टर
ग्रामीणों ने बताया कि घर में पंखा, कूलर और फ्रिज सिर्फ दिखाने भर के लिए हैं।
जैसे ही बिजली आती है, वह या तो लो वोल्टेज से आती है या फिर अचानक तेज झटका देकर सब कुछ फूंक देती है।
हिनौली निवासी रामवृक्ष यादव कहते हैं –
“बिजली आती नहीं, धमक के आती है और सब कुछ जला देती है। अब तो डर लगता है कि कहीं घर ही ना जल जाए।“
👶 बच्चे, बूढ़े और बीमारों की हालत दयनीय – उमस और बीमारी का दोहरा हमला
बिजली की कमी से उमस भरी गर्मी में बच्चे-बुज़ुर्ग बेहाल हैं।
खांसी, बुखार, वायरल संक्रमण हर घर में घर कर चुका है।
लोगों को दिन में अस्पताल और रात में मच्छरों से लड़ना पड़ रहा है।
ग्राम हिनौली निवासी रेखा देवी कहती हैं –
“बिजली नहीं है, पंखा नहीं है, मच्छरदानी में दम घुटता है। बच्चे हर रात बुखार में तपते हैं।“

🚫 किसी को नहीं परवाह – अफसर चुप, जनप्रतिनिधि मौन
सरकार चाहे जितना दावा करे कि ग्रामीण इलाकों को 18 घंटे बिजली दी जा रही है, लेकिन भूपौली और सकलडीहा केंद्रों पर तैनात बिजली विभाग के अफसर इन दावों का मज़ाक उड़ाने में लगे हैं।
ट्रांसफार्मर फुंका, खंभा गिरा, तार टूटा – यही रोज़ का बहाना है।
कुंडा फीडर से जुड़े हिनौली गाँव की हालत तो और भी बदतर है, जहां कई बार पूरे 10-12 घंटे बिजली गायब रहती है।
😠 “जनप्रतिनिधि भी मौनव्रत में हैं”
गांव के लोगों का आरोप है कि इस बिजली समस्या को लेकर विधायक और सांसद तक को ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन सुनवाई शून्य है।
न जेई जवाब दे रहे हैं, न SDO
लाइनमैन सिर्फ तब आते हैं, जब फोन पर गुस्सा किया जाए।
🛑 ग्रामीणों का फूटा आक्रोश – धरने की चेतावनी
हिनौली निवासी दिनेश चंद्र ने कहा है –
“अब रोज-रोज बिजली की शिकायत नहीं करेंगे, सीधे भूपौली केंद्र पर धरना देंगे। विभाग जिम्मेदार होगा।“
“ये जन आंदोलन का रूप लेगा। लोग बीमार पड़ रहे हैं, मानसिक रूप से टूट रहे हैं। यही चलता रहा तो डिप्रेशन के केस बढ़ेंगे।“
🔥 सोशल मीडिया पर जनसैलाब – #DepressionDueToPowerCuts ट्रेंड में
- “क्या बिजली सिर्फ शहरों की जागीर है?”
- “ग्रामीण विकास का असली चेहरा यही है?”
- “जब 5 साल में वोट लेने गांव आ सकते हो, तो बिजली क्यों नहीं?”
इन सवालों के साथ #ChandauliPowerFail, #FixRuralElectricity, #JusticeForVillages जैसे हैशटैग वायरल हो रहे हैं।



📌 Khabari News की मांगें – जनता की आवाज बनकर
- भूपौली और सकलडीहा विद्युत वितरण केंद्र पर तैनात जेई और SDO की जवाबदेही तय हो
- 24 घंटे के भीतर बिजली कटौती का रूट चार्ट जारी किया जाए
- सप्ताह में एक बार गांवों में बिजली जनसुनवाई आयोजित हो
- डिप्रेशन व वायरल बीमारियों से जूझ रहे गांवों के लिए मेडिकल कैंप लगाए जाएं
📣 Editor-in-Chief के.सी. श्रीवास्तव की सीधी चेतावनी –
“अगर आने वाले 5 दिनों में बिजली की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो Khabari News प्रदेश स्तर पर ‘विद्युत जनआंदोलन’ की शुरुआत करेगा।
“हमारी टीम गांव-गांव जाकर ग्राउंड रिपोर्ट लाएगी और जवाब लेगी।“
📷 क्या आपने भी बिजली की मार झेली है?
📲 WhatsApp करें अपनी समस्या और फोटो: +919935932017
🧾 हम प्रकाशित करेंगे आपकी आवाज।
📌 Khabari News आपके साथ है। अगर सिस्टम सो रहा है, तो जनता को जगाना ज़रूरी है।
📢 आवाज़ उठाइए, साथ आइए!
✍️ रिपोर्टिंग: खबरी न्यूज ग्राउंड टीम, चंदौली
🎯 संपादन: के.सी. श्रीवास्तव (Advocate)


