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डीडीयू नगर, चंदौली। जिले में लगातार अवैध शराब के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत चंदौली पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए तीन अन्तर्राज्यीय शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन तस्करों के पास से कुल 85.100 लीटर अवैध शराब और बीयर बरामद की गई है, जिसे 285 शीशियों, पाउचों और केन में छिपाकर रखा गया था।
एसपी आदित्य लाग्हें के निर्देश पर सख्त कार्रवाई
जनपद चंदौली में अवैध शराब की तस्करी को लेकर पुलिस लगातार सतर्क बनी हुई है। पुलिस अधीक्षक आदित्य लाग्हें के निर्देश पर जिले में अवैध शराब के विरुद्ध व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल शराब तस्करी को रोकना है, बल्कि इसमें संलिप्त गैंग और अन्तर्राज्यीय नेटवर्क को भी ध्वस्त करना है।
इसी क्रम में, मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई ने जिले में सनसनी फैला दी है। सूचना मिलने के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने त्वरित और योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए तस्करों को दबोच लिया।
गुप्त सूचना बनी बड़ी सफलता की कुंजी
पुलिस को यह सफलता उस समय मिली जब एक मुखबिर ने जानकारी दी कि कुछ व्यक्ति डीडीयू स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 के पास रेलवे कॉलोनी जाने वाले फुट ओवरब्रिज मार्ग से भारी मात्रा में शराब की खेप ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही मुगलसराय कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गगन राज सिंह ने फोर्स के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके की घेराबंदी कर दी।
पुलिस की सतर्कता और चुस्ती के चलते तीनों तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। तस्करों के पास से कुल 85.100 लीटर अवैध शराब और बीयर बरामद हुई, जो स्पष्ट रूप से तस्करी के उद्देश्य से एकत्रित की गई थी।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान और ठिकाना
गिरफ्तार किए गए तीनों तस्करों की पहचान निम्न प्रकार से हुई है:
- अभिषेक राज – निवासी बिहार
- जगरनाथ कुमार – निवासी बिहार
- रॉकी कुमार – निवासी बिहार
तीनों अभियुक्त बिहार के अलग-अलग जिलों से ताल्लुक रखते हैं और अन्तर्राज्यीय शराब तस्करी गिरोह से जुड़े हुए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने बताया कि ये लोग शराब को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में सप्लाई करने की फिराक में थे।
बरामदगी का ब्योरा
मुगलसराय कोतवाली पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, तीनों अभियुक्तों के पास से विभिन्न ब्रांड की शराब और बीयर की 285 यूनिट्स बरामद की गईं। इन यूनिट्स में बोतलें, पाउच और बीयर की केन शामिल थीं, जिनकी कुल मात्रा 85.100 लीटर आंकी गई है। यह मात्रा न केवल कानून का उल्लंघन करती है, बल्कि यह तस्करी के एक बड़े रैकेट की ओर भी इशारा करती है।
सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज
मुगलसराय पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ तत्काल आबकारी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है। इन धाराओं में दोष सिद्ध होने पर कठोर सजा का प्रावधान है।
तस्करी का नेटवर्क और आगे की जांच
प्रारंभिक पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे शराब की खेप को रेल मार्ग के माध्यम से बिहार ले जाने की योजना बना रहे थे। इसके लिए वे चंदौली जैसे सीमावर्ती जिलों का इस्तेमाल कर रहे थे ताकि पुलिस की निगाह से बचा जा सके। यह तरीका पहले भी कई मामलों में सामने आ चुका है।
पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि इन अभियुक्तों का संबंध किस बड़े गिरोह से है और क्या यह गिरोह किसी राजनीतिक संरक्षण में काम कर रहा है। इसके साथ ही मोबाइल रिकॉर्ड्स, बैंक ट्रांजेक्शन्स और कॉल डिटेल्स की भी जांच की जा रही है, जिससे गिरोह की जड़ तक पहुंचा जा सके।
रेलवे क्षेत्र बन रहा तस्करी का नया अड्डा
चौंकाने वाली बात यह है कि तस्कर रेलवे स्टेशन और कॉलोनी को सुरक्षित ज़ोन मानकर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। इससे साफ है कि रेलवे क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था में खामियाँ हैं, जिसका फायदा तस्कर उठा रहे हैं। पुलिस प्रशासन को अब रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी के साथ समन्वय कर ऐसे क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखनी होगी।
एसपी की चेतावनी – तस्करी बर्दाश्त नहीं
इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य लाग्हें ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि चंदौली में अवैध शराब तस्करी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनपद की सीमाएं बिहार जैसे शराबबंदी राज्य से सटी हुई हैं, जिससे यहां तस्करी की संभावनाएं अधिक रहती हैं। लेकिन पुलिस हर हाल में ऐसे प्रयासों को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्थानीय जनता ने की पुलिस की सराहना
मुगलसराय क्षेत्र की इस कार्रवाई की सराहना स्थानीय लोगों द्वारा भी की जा रही है। नागरिकों ने कहा कि अवैध शराब तस्करी से न केवल युवाओं का भविष्य खराब होता है, बल्कि समाज में अपराध की दर भी बढ़ती है। ऐसे में पुलिस की यह कार्रवाई जनहित में अत्यंत सराहनीय है।
पिछली घटनाएं और संदर्भ
यह पहली बार नहीं है जब चंदौली जिले में इतनी बड़ी मात्रा में शराब बरामद की गई हो। बीते कुछ महीनों में पुलिस ने कई बार बड़ी मात्रा में शराब जब्त की है। इससे साफ है कि तस्कर लगातार अपनी रणनीतियों में बदलाव कर पुलिस से बचने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन पुलिस की सतर्कता और कार्यकुशलता के चलते उनके मंसूबे सफल नहीं हो पा रहे हैं।
भविष्य की रणनीति
चंदौली पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भविष्य में होने वाली तस्करी को रोकने के लिए एक चेतावनी भी है। पुलिस अब इन गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर उनके नेटवर्क का पर्दाफाश करने में जुटी है। इसके लिए अन्य जिलों की पुलिस से भी समन्वय किया जा रहा है।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि जब पुलिस प्रशासन और खुफिया तंत्र पूरी सक्रियता से काम करें तो कोई भी अपराधी कानून से नहीं बच सकता। चंदौली पुलिस की यह तत्परता निश्चित रूप से अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणा है और इससे यह संदेश भी जाता है कि कानून का शिकंजा बहुत मजबूत है।