
खबरी न्यूज़ नेशनल नेटवर्क चकिया, चंदौली।



त्रिनाथ पांडेय
गांव के लोग अब खुलकर शिकायत करने लगे हैं।
“गली में घुटनों तक गंदा पानी जमा है, मच्छर भिनभिना रहे हैं, बच्चे बीमार हो रहे हैं… लेकिन हमारा सफाईकर्मी सिर्फ पगार लेने आता है।” — यह कहना है चकिया ब्लॉक के धूस गांव के निवासी कमलेश यादव का।
कई गांवों में महीनों से झाड़ू तक नहीं लगी।
बुजुर्ग महिलाओं को खुद अपने हाथों से कचरा उठाकर गांव के बाहर फेंकना पड़ रहा है। लेकिन अफ़सोस कि उनकी आवाज़, पंचायत कार्यालय की AC की दीवारें पार नहीं कर पा रही।
“कमीशन रजिस्टर: भ्रष्टाचार का नया हथियार”
सूत्र बताते हैं कि गोपनीय कमीशन रजिस्टर पंचायत ऑफिस का सबसे सुरक्षित दस्तावेज़ बन गया है। हर सफाईकर्मी से हफ्ते, महीने की ‘सेवा शुल्क’ वसूली होती है — जो ऊपर तक जाती है। इसका कोई रिकॉर्ड न कंप्यूटर में है, न किसी फाइल में — बस एक ‘सेकंड एडीओ’ अपने रजिस्टर में इसका लेखा-जोखा संभालता है।
“ये रजिस्टर इतना गोपनीय है कि यहां तक कि खुद एडीओ साहब भी खुलकर उसका जिक्र नहीं करते।” — एक पूर्व कर्मचारी की टिप्पणी।
“शराब के ठेके से लेकर नेतागिरी तक: सफाईकर्मी की नई पहचान”
गांव की गलियों से कटकर इन सफाईकर्मियों ने नई दुनिया बसा ली है।
- कोई शराब और बीयर की दुकान चला रहा है,
- कोई नाटकीय भाषण देकर पंचायत चुनाव की तैयारी में है,
- और कोई अफसरों के साथ सेटिंग कर बाबूगिरी कर रहा है।
जो सफाईकर्मी कभी गली की सफाई करता था, वो अब कुर्ता-पैजामा पहन VIP मीटिंग में दिखता है।
“जब नौकरी सेवा नहीं, सत्ता का माध्यम बन जाए…”
ये हालात सिर्फ चकिया की कहानी नहीं, बल्कि एक व्यवस्था के पतन की प्रतीक है। जब एक सफाईकर्मी प्रशासनिक अफसर बन जाए, जब AC में बैठे लोग गांव की दुर्गंध को महसूस ना कर सकें, तब सवाल उठता है — क्या यह ‘न्यू इंडिया’ का सपना है?
डीपीआरओ नीरज सिन्हा का वर्जन:



“कुछ सफाईकर्मी कंप्यूटर और तकनीकी कार्यों में अस्थायी तौर पर लगाए गए हैं। लेकिन यदि इनकी संख्या अनावश्यक रूप से अधिक है, या कमीशन रजिस्टर जैसी बात सही है, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।”
अब सवाल जनता का है, और जवाब भी प्रशासन को देना होगा।
कब तक ग्रामीण गलियों की दुर्गंध सरकारी एसी से छिपाई जाएगी?
कब तक सफाईकर्मी गांव की जिम्मेदारी छोड़, अफसरों की परछाई बन बैठे रहेंगे?
अब वक्त है — “ऑफिस के बाबुओं को गांव की गली तक वापस भेजने का।”
अब वक्त है — “कुर्ता-पैजामा पहने सफाईकर्मियों को झाड़ू पकड़ाने का।”
#KhabariNews #ChakiaChandauli #SafaikarmiSetting #GraminVikasYaVikriti #DMOrdersIgnored #SystemExpose #EmotionalGroundReport
